बजट 2024 पर निवेश निर्णय: संभावनाओं के बजाय मौलिकता पर ध्यान दें
आगामी केंद्रीय बजट 2024 पर निवेशकों की उम्मीदें हमेशा की तरह बंधी हुई हैं। लेकिन एक हाल ही में किए गए अध्ययन ने निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। ICICI सिक्योरिटीज द्वारा किए गए इस अध्ययन में पाया गया है कि ऐतिहासिक रूप से बजट घोषणाओं का लंबी अवधि के बाजार रिटर्न पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ता है।
इस अध्ययन में 2009 से 2023 तक के 15 वर्षों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। इसमें यह देखने को मिला कि प्री-बजट और पोस्ट-बजट अवधियों में बाजार रिटर्न दीर्घकालिक रुझानों के साथ स्थिर रहते हैं। अध्ययन के अनुसार, प्री-बजट अवधि का औसत रिटर्न 4.5% और पोस्ट-बजट अवधि का औसत रिटर्न 4.2% पाया गया। ये आंकड़े यह दर्शाते हैं कि बजट घोषणाएं बाजार में कोई खास बदलाव नहीं लातीं।
बजट घोषणाओं के बजाय मौलिक अर्थशास्त्र का महत्व
अध्ययन में इस बात पर जोर दिया गया कि बाजार के मौलिक तत्व, जैसे कि कमाई की वृद्धि और ब्याज दरें, बाजार रिटर्न पर बजट घोषणाओं से ज़्यादा प्रभाव डालते हैं। बाजार विशेषज्ञ भी इसी तरह की राय रखते हैं। विशेषज्ञ अनुग्रह श्रीवास्तव का कहना है कि निवेशकों को लंबी अवधि के दृष्टिकोण से अच्छी गुणवत्ता वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि बजट की संभावनाओं के आधार पर बाजार को समय देने की कोशिश करनी चाहिए।
जब बाजार की मौलिकता की बात आती है, तो यह देखना महत्वपूर्ण है कि कैसे कंपनियों की कमाई और उनकी वृद्धि दर लंबे समय में बाजार रिटर्न पर प्रभाव डालती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी कंपनी की कमाई बढ़ रही है, तो विशेष परिस्थितियों में उसकी शेयर कीमत भी बढ़ने की संभावनाएं अधिक होती हैं। इसलिए निवेशकों को हमेशा कंपनियों के फंडामेंटल्स का विश्लेषण करके निवेश निर्णय लेना चाहिए।
वर्ष | प्री-बजट रिटर्न (%) | पोस्ट-बजट रिटर्न (%) |
---|---|---|
2009 | 4.5 | 4.0 |
2010 | 5.0 | 4.3 |
2011 | 4.2 | 4.1 |
यह विश्लेषण लंबी अवधि के निवेशकों को यह पुष्टि करता है कि उन्हें बजट घोषणाओं के दौरान पैसे लगाने के बजाय दीर्घकालिक निवेश की प्लानिंग करनी चाहिए।
बजट 2024 से उम्मीदें और नियोजन
परिस्थितियाँ जो भी हों, बजट घोषणाएँ निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना होती हैं। बजट 2024 पर भी वही उछाल देखने को मिल सकता है। लेकिन ICICI सिक्योरिटीज का अध्ययन बताता है कि बजट के बाद स्थिति वापस सामान्य हो जाती है, इसलिए बुद्धिमानी इसी में है कि निवेशक अपनी रणनीति में व्यापक परिप्रेक्ष्य अपनाएं।
यही कारण है कि विशेषज्ञ निवेशकों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दे रहे हैं, जो उन्हें अधिक मजबूत स्थिति में रखता है। बाजार में अनिश्चितताएं हमेशा बनी रहती हैं, और इसीलिए बाजार में सफलतापूर्वक नेविगेट करने के लिए दीर्घकालिक निवेश दृष्टिकोण ज्यादा प्रभावी होता है।
निवेशकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि वे सही सूचना और रणनीति के साथ अपने निवेश निर्णय लें। किसी विशेष बजट घोषणा से प्रेरित न होकर, उन्हें अपने लक्ष्यों के अनुरूप दीर्घकालिक निवेश योजना बनानी चाहिए।
यह जानकारी निवेशकों को बाजार में प्रभावशाली निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करती है, ताकि वे केवल उम्मीदों पर नहीं बल्कि ठोस तथ्यों और आँकड़ों पर आधारित निवेश कर सकें।
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