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बांग्लादेशी विमान भारत के ऊपर देखा गया: शेख हसीना कहां जा रही हैं?

Uma Imagem 14 टिप्पणि 6 अगस्त 2024

शेख हसीना के इस्तीफे और भगाने की पृष्ठभूमि

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का अचानक इस्तीफा और उनका देश छोड़कर भागना देश में एक बड़े राजनीतिक भूचाल का संकेत है। इस निर्णय के पीछे का कारण हफ्तों से जारी विरोध प्रदर्शन और हिंसा है, जिसमें सरकारी नौकरियों की कोटा प्रणाली के खिलाफ प्रारंभ हुए विरोध प्रदर्शन ने जोर पकड़ लिया था। धीरे-धीरे यह आंदोलन शेख हसीना के इस्तीफे की मांग तक पहुंच गया.

पिछले कुछ हफ्तों में विरोध प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं बढ़ती गईं, जिसमें 300 से अधिक लोग मारे गए और कई घायल हुए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना ने कर्फ्यू लगा दिया और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया। लेकिन विरोध प्रदर्शन फिर भी थम नहीं रहे हैं।

शेख हसीना का विमान और उसका रहस्य

शेख हसीना का विमान और उसका रहस्य

सेना प्रमुख जनरल वाकिर-उज-ज़मान ने एक टेलीविज़न संबोधन में शेख हसीना के इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि वे देश छोड़कर भाग गई हैं। उनका विमान भारत के ऊपर कोलकाता के पास देखा गया, लेकिन वह वहां उतरा नहीं और उत्तर की दिशा में चला गया। हालांकि, विमान की सटीक गंतव्य का अभी तक पता नहीं चल पाया है। यह रहस्य अभी भी बना हुआ है कि हसीना कहां गई हैं।

बांग्लादेश में वर्तमान स्थिति

बांग्लादेश में वर्तमान स्थिति

देश में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। चारों ओर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष जारी है। आंदोलनकारियों ने तोड़फोड़, आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया है। सरकार ने विपक्षी पार्टियों पर हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया है।

प्रदर्शनकारियों ने कर और उपयोगिता बिल न चुकाने, काम पर न जाने की अपील भी की है। बांग्लादेश की सर्वोच्च न्यायालय ने कोटा प्रणाली को 5% तक घटा दिया है, परन्तु फिर भी प्रदर्शन समाप्त नहीं हुए हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस हिंसा की निंदा करते हुए स्थिति को शांत करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।

वर्तमान और भविष्य की चुनौतियां

बांग्लादेश इस समय राजनीतिक अस्थिरता और व्यापक विरोध प्रदर्शन की कठिन स्थिति का सामना कर रहा है। अंतरिम सरकार का गठन सेना के नियंत्रण में किया जाएगा, लेकिन जब तक देश में शांति और स्थिरता पुनः स्थापित नहीं होती, तब तक बांग्लादेश की स्थिति अनिश्चित बनी रहेगी। आंदोलनकारियों की मजबूत मांगें और उनके व्यापक समर्थन से स्पष्ट है कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद भी उनके लिए चुनौतियां कम नहीं होंगी।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा इस हिंसा की निंदा और विरोध प्रदर्शनों के हिंसक रूप पर चिंता जताई गई है। हालांकि, अभी तक किसी भी देश ने सीधे इस मामले में हस्तक्षेप नहीं किया है। बांग्लादेश में इस संकट का समाधान जल्द निकाला जाना आवश्यक है ताकि वहां के नागरिकों की सुरक्षा और देश की स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।

14 टिप्पणि

  1. fathimah az
    fathimah az
    अगस्त 6 2024

    इस कोटा प्रणाली का असली दर्द तो ये है कि ये सिर्फ शिक्षा या नौकरी तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक उत्थान के अवसरों को भी नियंत्रित करती है। जिन लोगों को इसका फायदा मिला, उनके लिए ये एक जन्मजात अधिकार बन गया। जबकि बाकी के लिए ये एक अदृश्य बाधा।
    शेख हसीना का भागना तो बस इसी असंतोष का परिणाम है। एक अधिकारी जो अपने लोगों की आवाज़ नहीं सुनता, वो अपने घर से भी भाग जाता है।

  2. Sohini Baliga
    Sohini Baliga
    अगस्त 6 2024

    इस तरह के विरोध प्रदर्शनों में शांति की भावना बहुत जरूरी है। हिंसा कभी किसी की मांग को वैध नहीं बनाती। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को यहां सिर्फ निंदा नहीं, बल्कि संवाद के लिए मध्यस्थ बनना चाहिए।

  3. Senthil Kumar
    Senthil Kumar
    अगस्त 7 2024

    यह विमान का रास्ता बहुत रहस्यमयी है। कोलकाता के पास देखा गया और फिर उत्तर की ओर? शायद भारत ने उन्हें आश्रय देने से इंकार कर दिया है। या फिर किसी अन्य देश की ओर जा रहे हैं। जिस देश का चुनाव हुआ, वो अपनी राजनीतिक स्थिति के लिए बहुत सावधान रहेगा।

  4. Anu Baraya
    Anu Baraya
    अगस्त 8 2024

    हर एक आंदोलन के पीछे एक व्यक्ति की दर्द भरी कहानी होती है। ये कोटा प्रणाली सिर्फ एक नीति नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के सपनों को दबा रही है। अगर एक नेता उनकी आवाज़ नहीं सुन सकती, तो उसका इस्तीफा बस एक अनिवार्य नतीजा था।

  5. Divyangana Singh
    Divyangana Singh
    अगस्त 8 2024

    ये सब एक बड़े नाटक की तरह है - जहां शक्ति का अंतिम स्वामी अचानक खाली हाथ चला जाता है। शेख हसीना का विमान उत्तर की ओर जा रहा है, शायद वो अपने अतीत के छायाचित्रों की ओर जा रही हैं। ये रास्ता जो उन्होंने चुना, वो अब न तो बांग्लादेश का है, न ही भारत का। ये एक अनजान आकाश का रास्ता है - जहां न नाम है, न घर है।

  6. Harsh Vardhan pandey
    Harsh Vardhan pandey
    अगस्त 9 2024

    अरे भाई, ये सब तो बस एक और नेता का गिरना है। जब तक लोग अपने बाप के नाम से नौकरी मांगते रहेंगे, तब तक ये चक्र चलता रहेगा। कोटा को हटाओ, या फिर नौकरी नहीं दो। कोई नहीं बताएगा कि कौन सच में योग्य है।

  7. Shatakshi Pathak
    Shatakshi Pathak
    अगस्त 9 2024

    तुम सब बस विमान के बारे में बात कर रहे हो, लेकिन क्या किसी ने सोचा कि शेख हसीना के बच्चे कहां हैं? उनकी बेटी का अभी तक कोई जिक्र नहीं हुआ। वो क्या अभी भी ढाका में है? या फिर उसके साथ विमान में है? किसी को ये पता है?

  8. kriti trivedi
    kriti trivedi
    अगस्त 9 2024

    अरे ये सब नाटक है। जब तक तुम लोग अपने घर के बाहर अपनी बुद्धि नहीं लगाओगे, तब तक ये नेता बार-बार भागते रहेंगे। एक देश जहां नौकरी के लिए बाप का नाम चलता है, वहां शांति की उम्मीद करना बेवकूफी है। शेख हसीना ने तो बस अपनी गलती का इज़हार कर दिया।

  9. shiv raj
    shiv raj
    अगस्त 11 2024

    ये बात सही है कि आंदोलन शांतिपूर्ण होना चाहिए लेकिन लोगों का दर्द भी देखो। जब युवा बेरोजगार हैं तो उनका गुस्सा जल्दी बढ़ जाता है। शेख हसीना को शायद इससे पहले समझना चाहिए था। अब उनका भागना तो एक बड़ी हार है। लेकिन अब नई सरकार को लोगों के साथ बैठकर बात करनी होगी। बस विमान का पीछा मत करो, भविष्य की ओर देखो।

  10. vaibhav tomar
    vaibhav tomar
    अगस्त 12 2024

    अगर एक नेता इतने लोगों को गुस्सा दिला दे तो वो बस भाग जाए ये नहीं हो सकता। लोगों का दर्द असली है। शायद इस बार बांग्लादेश अपने आप को बचा लेगा। बस अब एक नई नीति चाहिए - जो नौकरी दे न कि नाम दे।

  11. suresh sankati
    suresh sankati
    अगस्त 12 2024

    हां यार, विमान उत्तर की ओर जा रहा है। शायद रूस जा रही हैं? या फिर किसी चीनी बेस पर? अरे ये तो एक राजनीतिक स्पाई फिल्म बन गई। लेकिन असली सवाल ये है - क्या बांग्लादेश के लोग अब अपने भविष्य को खुद लिख पाएंगे?

  12. Pooja Kri
    Pooja Kri
    अगस्त 13 2024

    कोटा प्रणाली का विरोध तो बहुत सही है लेकिन इसका बदला एक निष्पक्ष चयन प्रक्रिया होनी चाहिए। बस निकाल देना काफी नहीं। अगर तुम लोग नौकरी के लिए क्षमता नहीं देख रहे तो फिर ये भी एक अन्य अन्याय हो जाएगा।

  13. Sanjeev Kumar
    Sanjeev Kumar
    अगस्त 13 2024

    एक देश का नेता जब भाग जाता है, तो वो एक निशान छोड़ जाता है - जो कभी मिटता नहीं। शेख हसीना का विमान उत्तर की ओर जा रहा है, लेकिन उसके अतीत की छाया अभी भी बांग्लादेश के आकाश में तैर रही है। क्या आंदोलनकारी अब न्याय चाहते हैं? या बस बदला? ये अभी तक अनसुलझा सवाल है।

  14. Hemlata Arora
    Hemlata Arora
    अगस्त 14 2024

    यह अनियंत्रित विरोध एक अपराध है। नौकरियों के लिए नियम बनाए गए हैं। उन्हें बदलना है तो कानूनी तरीके से करो। इस तरह की हिंसा और अव्यवस्था को देश की समृद्धि के लिए अस्वीकार्य माना जाना चाहिए।

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