सिनेमा जगत के शहंशाह अमिताभ बच्चन की पोती नव्या नवेली नंदा ने हाल ही में अपनी एक महत्वपूर्ण सफलता की कहानी साझा की है। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद में ब्लेंडेड पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (BPGP) में दाखिला पाने की घोषणा की। यह खबर साझा करते ही सोशल मीडिया पर उन्हें शक और सवालों का सामना भी करना पड़ा। कुछ लोगों ने उनकी योग्यता और सरकारी प्रवेश परीक्षाओं की पारदर्शिता पर सवाल उठाए।
नव्या ने इन सवालों का सीधे जवाब देते हुए अपने शिक्षक प्रासाद सर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा की जिसमें वे अपने शिक्षक के साथ केक काटते हुए दिख रही हैं। नव्या ने लिखा, 'यह प्रासाद सर हैं, जिन्होंने मेरी कोचिंग और CAT/IAT एंट्रेंस परीक्षाओं की तैयारी में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह मेरे जीवन के सबसे बेहतरीन शिक्षकों में से एक हैं।' नव्या का यह सादगी भरा जवाब दिखाता है कि अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने यह जगह हासिल की है।
IIM अहमदाबाद के प्रोफेसर प्रोमिला अग्रवाल ने भी ऑनलाइन सवालों का जवाब देते हुए कहा कि नव्या का बायोडाटा काफी मजबूत है और BPGP प्रोग्राम में दाखिला पाने के लिए बहुत ऊंचे CAT पर्सेंटाइल की आवश्यकता नहीं होती। इस प्रोग्राम में दाखिले के लिए कैंडिडेट्स को 24 साल की उम्र, न्यूनतम 3 साल का फुल-टाइम कार्य अनुभव, और ग्रेजुएशन डिग्री या समकक्ष योग्यता की आवश्यकता होती है।
नव्या, जो कि 26 वर्ष की हैं, ने 'आरा हेल्थ' नामक स्टार्टअप की सह-स्थापना की है, जो मासिक धर्म स्वच्छता और महिला स्वास्थ्य समाधानों पर केंद्रित है। इसके अलावा, वह अपनी माँ श्वेता बच्चन और नानी जया बच्चन के साथ 'व्हाट द हेल नव्या' नामक पॉडकास्ट भी होस्ट करती हैं। नव्या का IIM अहमदाबाद में दाखिला उनके करियर में एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है, जो उनके अकादमिक उत्कृष्टता और व्यावसायिक पृष्ठभूमि की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
नव्या द्वारा अपने शिक्षक को सम्मानित करना न केवल उनकी सफलता की कहानी को और अधिक मानवीय बनाता है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि सही मार्गदर्शन और शिक्षक का समर्थन किसी भी छात्र की सफलता में कितना महत्वपूर्ण होता है। इस घटना ने यह साफ कर दिया कि कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन के साथ किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। नव्या अब एक ओर जहाँ ब्लेंडेड पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम के द्वारा अपने ज्ञान और कौशल को और साझा करने के लिए तैयार हैं, वहीं दूसरी ओर वह अपने स्टार्टअप और पारिवारिक पॉडकास्ट के माध्यम से समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर रही हैं।
सोशल मीडिया पर उठे सवाल भी यह दर्शाते हैं कि ऐसी प्रमुख हस्तियों की सफलता हमेशा शुभचिंतकों और आलोचकों दोनों की निगाह में रहती है। यह एक उदाहरण है कि कैसे सकारात्मक प्रतिक्रिया और सशक्तिकरण से नव्या ने सभी प्रश्नों का सामना किया और अपने शिक्षक को अपनी सफलता का आधार मानकर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
IIM अहमदाबाद में दाखिला
IIM अहमदाबाद में दाखिला लेना न्यूटन के कानून का पालन करने जैसा कठिन काम हो सकता है। लेकिन नव्या ने अपनी मेहनत और प्रयास से इस चुनौती को स्वीकार किया। उनकी यह सफलता चर्चा का विषय बनी हुई है, खासतौर पर इसलिए क्योंकि वह एक सिनेमा जगत की हस्ती की पोती हैं।
प्रासाद सर का योगदान
प्रासाद सर का नव्या की सफलता में योगदान अहम रहा है। नव्या ने अपने इस शिक्षक की कड़ी मेहनत और समर्पण के लिए उन्हें सम्मानित किया। प्रासाद सर ने स्पष्ट रूप से नव्या को प्रवेश परीक्षाओं के कठिन परिदृश्यों के लिए तैयार किया था, जिससे वह इन परीक्षाओं को सफलता पूर्वक पास कर सकी।
नव्या का कैरियर और भविष्य की योजनाएं
नव्या का IIM अहमदाबाद में दाखिला उनकी व्यावसायिक और शैक्षणिक यात्रा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। उनकी
एक टिप्पणी लिखें