मार्केटर्स न्यूज़

इंग्लैंड महिला क्रिकेट ने भारत के खिलाफ ODI श्रृंखला के लिए 15 खिलाड़ियों की टीम घोषित की, नैट स्काइवर‑ब्रंट वापसी की पुष्टि

Uma Imagem 0 टिप्पणि 26 सितंबर 2025

टीम का चयन और प्रमुख वापसी

इंग्लैंड के महिला क्रिकेटर ने जल्द ही भारत के खिलाफ होने वाली तीन‑मॅच वाली Metro Bank ODI श्रृंखला के लिए अपनी 15‑सदस्यीय टीम का खुलासा कर दिया है। इस सूची में कई बड़े खिलाड़ी फिर से 50‑ओवर फॉर्मेट में कदम रख रहे हैं, जो दोनों टीमों के लिए भविष्य के बड़े टूर्नामेंट की तैयारी में मददगार रहेगा।

इंग्लैंड महिला क्रिकेट की इस यात्रा में सबसे बड़ी खबर कप्तान नैट स्काइवर‑ब्रंट की वापसी है। हाल ही में ग्रोन इज़्यू के कारण वह Vitality IT20 श्रृंखला के अंतिम खेल नहीं खेल पाई थीं, पर इस बार पूरी तरह फिट होकर पूरी श्रृंखला में हिस्सेदारी करने की उम्मीद है। उनका अनुभव और बल्लेबाज़ी का भरोसा टीम को मजबूत हाथ देगा।

एक और अहम जोड़ है लैंबर्गार्ड की स्पिनर सोफी इक्लेस्टोन, जो पिछले वेस्ट इंडीज़ दौरे से बाहर थीं। उनका बाएँ‑हाथी लॅव‑स्पिन इंग्लैंड की गेंदबाज़ी में हमेशा से एक तेज़ बवाल रहा है और उनके लौटने से बैट्समैन पर दबाव बढ़ेगा।

हैम्पशायर की मैया बाउचीयर को भी फिर से बुलाया गया है। दाहिने हाथ की यह बल्लेबाज़ मध्य क्रम में स्थिरता और आक्रमण दोनों लाने में सक्षम है, जिससे कप्तान को लाइन‑अप में लचीलापन मिलेगा।

डरहम की तेज़ गेंदबाज लौरें फिलर अपनी पहली ODI वापसी का इंतज़ार कर रही हैं। एशेज़ के बाद उनके घुटने के इज़्यू से उबरने के बाद क़िया ओवल पर 76 mph की रफ़्तार में चार ओवर शानदार रहे थे। इंग्लैंड के घर के मैदान में उनकी गति और आक्रामकता काम आएगी।

पूरा स्क्वाड इस प्रकार है:

  • एम आर्लॉट (वारविकशायर)
  • टैमी ब्यूटॉन (द ब्लेज़)
  • लौरें बेल (हैम्पशायर)
  • मैया बाउचीयर (हैम्पशायर)
  • एलिस कैप्से (सरे)
  • केट क्रॉस (लैंसकशायर)
  • एलिस डेविडसन‑रिचर्ड्स (सरे)
  • चार्ली डीन (समरसेट)
  • सॉफिया डन्क्ली (सरे)
  • सोफी इक्लेस्टोन (लैंसकशायर)
  • लौरें फिलर (डरहम)
  • एमी जोन्स (द ब्लेज़)
  • एम्मा लैम्ब (लैंसकशायर)
ODI श्रृंखला का महत्व

ODI श्रृंखला का महत्व

तीन‑मॅच की इस श्रृंखला से पहले दोनों देशों ने टी20I में टकराव किया था, जिसमें भारत ने 3‑2 से जीत हासिल की। अब ODI फ़ॉर्मेट में खेलना दोनों टीमों के लिए एक बड़ा परीक्षण होगा, क्योंकि यह विश्व कप से ठीक पहले का अंतिम बड़ा अभ्यास माना जा रहा है।

सेरीज़ के पहले मैच का प्रारम्भ 16 जुलाई को साउथैम्प्टन के Utilita Bowl से होगा, उसके बाद 19 जुलाई को लंदन के प्रतिष्ठित लॉर्ड्स में दूसरा मुकाबला और अंत में 22 जुलाई को चेस्टर‑ले‑स्ट्रेट के Durham में तीसरा खेल होगा। इन तीनों वैन्य में अलग‑अलग पिच कंडीशन और मौसम की विविधता इंग्लैंड की बैट्समैन और बॉलर्स दोनों को नई चुनौतियों का सामना कराएगी।

इंग्लैंड की ODI रिकॉर्ड में अब तक 40 जीत और भारत की 34 जीत हैं, कुल 76 मुकाबलों में दो मैच बिना परिणाम के रहने के बाद। हालाँकि भारत ने हाल के वर्षों में फॉर्मेट में दबदबा बढ़ा रखा है, इसलिए इंग्लैंड को इस बार अपनी स्थिति सुधारने का मौका मिलेगा।

टीम का मकसद सिर्फ जीत नहीं, बल्कि टीम के नए चेहरों को बड़े मंच पर परखना भी है। लौरें फिलर, एलिस कैप्से, चार्ली डीन जैसी युवा खिलाड़ी इस सीरीज़ में अपना कल्याण सिद्ध करने की कोशिश करेंगी। दूसरी ओर, अनुभवी टॉप‑ऑर्डर जैसे टैमी ब्यूटॉन और एम्मा लैम्ब अपने अनुभव से टीम को स्थिरता देंगे।

इस सीरीज़ का परिणाम दोनों टीमों की विश्व कप की तैयारी पर सीधा असर डालेगा। यदि इंग्लैंड ने भारत को हरा दिया तो उन्हें एक मानसिक बढ़त मिलेगी, जबकि भारत को अपनी तेज़ पिच पर खेलने की आदत में बदलाव करना पड़ेगा। दोनों पक्षों के कोच और कप्तानों ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि गेंदबाज़ी की योजना, बैटिंग की लचीलापन और फील्डिंग की तीव्रता इस सीरीज़ के मुख्य घटक होंगे।