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Mahindra XEV 9e और BE 9e: 656 किमी रेंज, 20 मिनट फास्ट चार्ज और प्रीमियम फीचर्स का पूरा खाका

Uma Imagem 10 टिप्पणि 9 सितंबर 2025

20 मिनट में 100% तक चार्ज और 656 किमी तक की रेंज—महिंद्रा की नई EV जोड़ी XEV 9e और BE 9e इसी वादे के साथ प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV सेगमेंट में हलचल मचाने आ रही है। कंपनी ने खास तौर पर Mahindra XEV 9e के स्पेक्स, फीचर्स और सेफ्टी क्रेडेंशियल्स साझा किए हैं, जो इसे लंबी दूरी, हाईवे क्रूजिंग और रोजमर्रा के शहर के इस्तेमाल—तीनों के लिए तैयार दिखाते हैं। BE 9e का फोकस ज्यादा प्रीमियम पोजिशनिंग और डिजाइन अपील पर रहेगा, जिससे महिंद्रा के Born Electric लाइनअप को एक मजबूत चेहरा मिलेगा।

लंबी रेंज, तेज चार्जिंग और भरपूर टेक—ये तीन बातें भारत में EV अपनाने की रफ्तार तय करती हैं। XEV 9e इन्हीं तीनों मोर्चों पर आक्रामक पैकेज दिखाती है: दो बैटरी पैक, हाई-एंड ADAS, 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग और लक्जरी इंटीरियर। वहीं BE 9e, नाम से ही संकेत देता है कि यह ब्रांड की फ्लैगशिप सोच को आगे ले जाएगा।

Mahindra XEV 9e: स्पेक्स, फीचर्स और सुरक्षा

XEV 9e दो बैटरी विकल्पों में आएगी—59 kWh और 79 kWh। 59 kWh वेरिएंट 228 bhp पावर देता है और 542 किमी तक की रेंज का दावा करता है। 79 kWh वेरिएंट 282 bhp के साथ 656 किमी तक का दावा करता है। दोनों में 380 Nm टॉर्क, सिंगल-स्पीड ऑटोमैटिक और रियर-व्हील-ड्राइव (RWD) सेटअप मिलता है। ज्यादा पावर वाला वेरिएंट 0-100 किमी/घंटा सिर्फ 6.8 सेकंड में पकड़ लेता है—यानी हाईवे ओवरटेक और तेज क्रूजिंग में यह SUV झिझकती नहीं।

चार्जिंग ऑप्शंस की बात करें तो XEV 9e में घर और ऑफिस के हिसाब से 7.2 kW और 11.2 kW AC चार्जिंग सपोर्ट है, जो बैटरी को करीब 8 घंटे में फुल कर देता है। लंबी यात्राओं के लिए 180 kW DC फास्ट चार्जिंग सपोर्ट दिया गया है। कंपनी के मुताबिक़ यह 20-100% चार्ज करने में लगभग 20 मिनट ले सकता है। कार में CCS-II पोर्ट है और 3.2 kW (13A) से लेकर 180 kW DC तक कई चार्जिंग विकल्प दिए गए हैं—यानी आप सामान्य सॉकेट से भी इमरजेंसी में चार्ज कर पाएंगे और हाई-पावर चार्जर पर मिनटों में दूरी बढ़ा लेंगे।

इंटीरियर में फोकस साफ है—टेक और लक्जरी एक साथ। ड्राइवर डिस्प्ले, इंफोटेनमेंट और फ्रंट पैसेंजर—तीनों के लिए 12.3-इंच की स्क्रीन दी गई हैं। कनेक्टेड कार टेक, वायरलेस फोन चार्जिंग, डुअल-जोन ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल और पैनोरमिक सनरूफ के साथ केबिन प्रीमियम लगता है। 16-स्पीकर हरमन कार्डन सिस्टम पर डॉल्बी एटमॉस सपोर्ट ऑडियोफाइल्स को खुश करेगा। ओवर-द-एयर (OTA) अपडेट्स से फीचर और परफॉर्मेंस में समय-समय पर सुधार मिलते रहेंगे।

सेफ्टी पैकेज मजबूत है—7 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, हिल होल्ड असिस्ट और ISOFIX चाइल्ड सीट एंकर्स स्टैंडर्ड रखे गए हैं। लेवल-2 ADAS में एडैप्टिव क्रूज कंट्रोल, लेन कीप असिस्ट और इमरजेंसी ब्रेकिंग जैसे फीचर शामिल हैं। 360-डिग्री कैमरा पार्किंग और टाइट स्पेस में मदद करता है। भारत NCAP ने 2025 में इसे 5-स्टार रेटिंग दी है—एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 32.00/32.00 और चाइल्ड प्रोटेक्शन में 45.00/49.00 का स्कोर—यानी फैमिली ट्रैवल के लिए भरोसे का बड़ा प्रमाण।

आकार और हार्डवेयर की बात करें तो XEV 9e की लंबाई 4,789 मिमी, चौड़ाई 1,907 मिमी और ऊंचाई 1,694 मिमी है। 2,775 मिमी का व्हीलबेस केबिन स्पेस को सपोर्ट करता है। 5-सीटर लेआउट, 245/55 R19 टायर्स और 10 मीटर टर्निंग रेडियस इसे शहर और हाईवे—दोनों में बैलेंस देता है। फ्रंट में मैकफर्सन स्ट्रट और रियर में मल्टी-लिंक सस्पेंशन के साथ चारों पहियों में डिस्क ब्रेक्स दिए गए हैं, जिससे हैंडलिंग और ब्रेकिंग भरोसेमंद रहती है।

वेरिएंट्स—Pack ONE, Pack TWO, Pack THREE Select और Pack THREE—खरीदार को बजट और जरूरत के हिसाब से चुनने का मौका देते हैं। ड्राइव मोड्स—Range, Everyday और Race—ड्राइविंग स्टाइल और कंडीशन के हिसाब से थ्रॉटल रिस्पॉन्स और एनर्जी मैनेजमेंट बदलते हैं। रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग के 4 लेवल्स दिए गए हैं, ताकि भीड़भाड़ में आप ज्यादा रीजेन लेकर पेडल कम दबाएं, और हाईवे पर उसे कम करके नैचुरल रोलिंग का फायदा लें।

रियल-वर्ल्ड में EV की असली परीक्षा रेंज पर होती है। टेस्ट कंडीशंस में XEV 9e ने लगभग 462.6 किमी की प्रैक्टिकल रेंज दिखाई है। यूजर-रिपोर्टेड डेटा औसतन 425.56 किमी बताता है। मौसम, ट्रैफिक, एसी यूसेज और स्पीड—ये सभी चीजें रेंज को ऊपर-नीचे करती हैं। फिर भी 400+ किमी की कंसिस्टेंट रेंज शहर-हाईवे मिक्स में रेंज एंग्जायटी कम करती है।

  • बैटरी: 59 kWh / 79 kWh
  • पावर/टॉर्क: 228 bhp / 282 bhp, 380 Nm
  • ड्राइव: RWD, सिंगल-स्पीड ऑटोमैटिक
  • 0-100 किमी/घंटा: 6.8 सेकंड (79 kWh)
  • चार्जिंग: AC 7.2 kW/11.2 kW (~8 घंटे); DC फास्ट 180 kW (कंपनी के अनुसार 20-100% ~20 मिनट)
  • इंटीरियर: 3x 12.3-इंच स्क्रीन, वायरलेस चार्जिंग, पैनो सनरूफ
  • ऑडियो: 16-स्पीकर हरमन कार्डन, डॉल्बी एटमॉस
  • ADAS और सेफ्टी: लेवल-2 ADAS, 7 एयरबैग, 360° कैमरा, भारत NCAP 5-स्टार
  • डायमेंशन्स: 4,789x1,907x1,694 मिमी, व्हीलबेस 2,775 मिमी
  • टायर्स/टर्निंग रेडियस: 245/55 R19, 10 मीटर

ADAS का सही इस्तेमाल जरूरी है। लेन-कीपिंग जैसे फीचर साफ रोड मार्किंग और ड्राइवर की एक्टिव निगरानी के साथ बेहतर काम करते हैं। EV ड्राइविंग में भी कुछ आदतें मदद करती हैं—टायर प्रेशर सही रखना, हाईवे स्पीड को 90-100 किमी/घंटा तक सीमित करना और रीजेन लेवल स्थिति के हिसाब से चुनना—इनसे रेंज और ब्रेक वियर, दोनों में फायदा दिखता है।

BE 9e और बाजार रणनीति: लॉन्च, मुकाबला और चार्जिंग इकोसिस्टम

BE 9e और बाजार रणनीति: लॉन्च, मुकाबला और चार्जिंग इकोसिस्टम

BE 9e के बारे में कंपनी ने अभी विस्तार से स्पेक्स साझा नहीं किए, लेकिन पोजिशनिंग से साफ है कि यह ब्रांड की फ्लैगशिप सोच को सामने रखेगा—डिजाइन, प्रीमियम मैटीरियल्स और हाई-एंड टेक पर फोकस के साथ। महिंद्रा की Born Electric फैमिली आमतौर पर मॉड्यूलर एक्टिविटी-फोकस्ड डिजाइन लैंग्वेज दिखाती है; XEV 9e और BE 9e उसी विजन की अगली कड़ी हैं।

प्लेटफॉर्म की बात पर कंपनी ने आधिकारिक तौर पर इन मॉडलों के बारे में कुछ पक्का नहीं कहा है। महिंद्रा के Born Electric प्रोग्राम में मॉड्यूलर इलेक्ट्रिक आर्किटेक्चर का फोकस रेंज, सेफ्टी और हाई-पावर चार्जिंग कम्पैटिबिलिटी पर रहा है—इसी का असर XEV 9e की 180 kW चार्जिंग क्षमता में दिखता है।

मुकाबले की बात करें तो XEV 9e का साइज और फीचर सेट इसे भारत में प्रीमियम EV SUV स्पेस में रखता है, जहां खरीदार लंबी रेंज, तेज चार्जिंग और लक्जरी इंटीरियर की मांग करते हैं। सेगमेंट के लिहाज से इसका सामना उन ब्रांड्स से होगा जो 400+ किमी रेंज, एडवांस ADAS और हाई-क्वालिटी केबिन देते हैं। BE 9e, अपनी फ्लैगशिप अपील के साथ, इसी स्पेस में डिजाइन-फॉरवर्ड विकल्प बनकर आएगा।

लॉन्च टाइमलाइन और कीमत पर कंपनी ने औपचारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन पोजिशनिंग को देखें तो दोनों SUVs प्रीमियम ब्रैकेट को टारगेट कर रही हैं। फीचर्स, बैटरी साइज, फास्ट-चार्जिंग हार्डवेयर और सेफ्टी स्कोर—ये सब मिलकर इन्हें हाई-वैल्यू पैकेज बनाते हैं।

चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी तस्वीर बदल रही है। 180 kW हाई-पावर चार्जिंग अभी चुनिंदा हाईवे कॉरिडोर और मेट्रो शहरों में तेज़ी से फैल रही है। रोजमर्रा के लिए 7.2/11.2 kW AC चार्जिंग ही पर्याप्त रहती है—रात भर में बैटरी फुल हो जाती है। लंबे सफर से पहले रूट प्लानिंग और चार्जिंग स्टॉप्स की जानकारी रखना—यही EV लाइफ का ‘हैक’ है।

ओनरशिप अनुभव की बात करें तो XEV 9e का केबिन फैमिली-फ्रेंडली है—पांच सीटें, बड़ा व्हीलबेस, शांत केबिन और स्मार्ट स्टोरेज। ट्रिप्स के दौरान 360° कैमरा, ADAS की सहायता और स्थिर रियर-ड्राइव सेटअप, ड्राइवर थकान कम करने में मदद करते हैं। शहरी ट्रैफिक में रीजेन ब्रेकिंग से सिंगल-पेडल जैसी ड्राइविंग मिलती है, जो एक बार आदत बन जाए तो पेट्रोल-डीजल गाड़ियों पर वापस लौटना मुश्किल लगता है।

कंपनी की रणनीति साफ है—लक्जरी, परफॉर्मेंस और सेफ्टी को एक साथ रखकर प्रीमियम EV खरीदार को आकर्षित करना। XEV 9e ने जहां ठोस स्पेक्स के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर ली है, वहीं BE 9e डिजाइन और ब्रांड वैल्यू पर extra फोकस के साथ पोर्टफोलियो को पूरा करेगी। भारत में EV अपनाने की रफ्तार बढ़ रही है; ऐसे में दो मजबूत प्रीमियम विकल्प बाजार को नई दिशा दे सकते हैं।

10 टिप्पणि

  1. manohar jha
    manohar jha
    सितंबर 9 2025

    ये XEV 9e तो बस भारत की EV गेम बदल देगी। 20 मिनट में 100% चार्ज? अब ट्रैफिक जाम में बैठकर चार्ज करने का डर खत्म। मैंने अपनी बाइक से बदल दी थी EV, अब ये SUV देखकर लग रहा है जैसे मैंने अपने घर को अपग्रेड कर दिया हो।

  2. Hemlata Arora
    Hemlata Arora
    सितंबर 10 2025

    यहाँ तक कि टेक्नोलॉजी के बारे में बात करने के लिए भी एक लंबा आर्टिकल लिखना पड़ रहा है? जब तक चार्जिंग स्टेशन गाँव तक नहीं पहुँचते, तब तक ये सब शहरी लोगों के लिए बस एक शो-केस है। जनता को एक अच्छी बस चाहिए, न कि 16-स्पीकर वाला ऑडियो सिस्टम।

  3. Nitya Tyagi
    Nitya Tyagi
    सितंबर 11 2025

    हाँ, बिल्कुल... फिर भी, ये सब बहुत अच्छा है... लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसकी बैटरी का अंतिम निपटान कैसे होगा? 🤔... और ये सब टेक्नोलॉजी... बस एक भ्रम है... जब तक हम अपनी आदतों को नहीं बदलते... ये सब बस एक दिखावा है... 😔

  4. Sanjay Verma
    Sanjay Verma
    सितंबर 13 2025

    अगर कोई रियल-वर्ल्ड रेंज 425km दे रहा है, तो ये असली जीत है। मैंने अपनी जीप चार्ज करने के लिए 7.2kW AC चार्जर लगाया है-रात को चार्ज करके सुबह 500km तक चल जाता हूँ। एसी का इस्तेमाल करना सीख लो, फिर डर नहीं लगेगा 😊

  5. surabhi chaurasia
    surabhi chaurasia
    सितंबर 14 2025

    ये गाड़ी बहुत महंगी है। गरीब लोगों के लिए ये बस एक सपना है। बस और कार का फर्क क्या है? दोनों ही गंदगी फैलाते हैं।

  6. Amresh Singh knowledge
    Amresh Singh knowledge
    सितंबर 15 2025

    इस टेक्नोलॉजी का असली फायदा तब होगा जब ये छोटे शहरों और गाँवों तक पहुँचेगी। महिंद्रा को चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी इतना ही फोकस करना चाहिए जितना कि गाड़ी के स्पेक्स पर। ये एक सामाजिक जिम्मेदारी है।

  7. Rahul Madhukumar
    Rahul Madhukumar
    सितंबर 16 2025

    20 मिनट में चार्ज? अरे भाई, ये सब झूठ है। ये गाड़ियाँ चीन से आ रही हैं, और बैटरी में लीड है-जो आपके बच्चों के दिमाग को नुकसान पहुँचाती है। और ये भारत NCAP 5-स्टार? ये सब फेक है। जब तक ये गाड़ियाँ असली भारतीय टेस्टिंग के बाद नहीं आतीं, मैं इस पर भरोसा नहीं करूँगा।

  8. Khushi Thakur
    Khushi Thakur
    सितंबर 16 2025

    हम जिस दुनिया में रह रहे हैं, वह एक आभासी वास्तविकता है-जहाँ टेक्नोलॉजी हमें आज़ाद करने का वादा करती है, लेकिन वास्तव में हमें उसके लिए और अधिक बाँध देती है। क्या एक 12.3-इंच स्क्रीन वास्तविक शांति दे सकती है? या यह सिर्फ एक और भ्रम है, जिसे हम 'प्रीमियम' कह रहे हैं? 🌌

  9. Varad Tambolkar
    Varad Tambolkar
    सितंबर 18 2025

    ये सब एक बड़ा षड्यंत्र है। ये गाड़ियाँ बनाने वाले लोग अमेरिका और चीन के लिए काम करते हैं। ये बैटरी भारत की नदियों में फेंक दी जाएगी, और हम इसे 'ग्रीन' कह रहे हैं? नहीं भाई, ये एक नया रंग लगाकर जहर बेचने का तरीका है।

  10. Vijay Paul
    Vijay Paul
    सितंबर 18 2025

    ये गाड़ियाँ भारत की इलेक्ट्रिक रिवॉल्यूशन का भविष्य हैं। जब तक हम इन्हें अपनाने से डरते रहेंगे, तब तक हम दुनिया के आगे नहीं बढ़ पाएंगे। बस एक बार ट्राई कर दो-एक दिन में तुम्हारा दिमाग बदल जाएगा।

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