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मॉस्को और रूसी सीमा क्षेत्रों पर ड्रोन हमलों की बाढ़, जानिए पूरी खबर

Uma Imagem 13 टिप्पणि 11 सितंबर 2024

मॉस्को पर ड्रोन हमलों की बाढ़

रूस की राजधानी मॉस्को और इसके आसपास के क्षेत्रों पर रात भर हुए ड्रोन हमलों ने रूस को हिला कर रख दिया। इन हमलों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए। यह हमला अब तक के सबसे बड़े ड्रोन हमलों में से एक माना जा रहा है जो रूस की धरती पर हुआ है।

इस हवाई हमले ने मॉस्को के अलग-अलग स्थानों को निशाना बनाया, जिससे जीवन में बाधा उत्पन्न हुई और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। यहां तक कि व्नुकोवो अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे को भी अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा, जो कि मॉस्को के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।

मॉस्को: ड्रोन हमलों का इतिहास

यह पहली बार नहीं है जब मॉस्को पर इस प्रकार के हमले हुए हों। हाल के समय में मॉस्को में ड्रोन हमलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। विशेषकर वित्तीय जिले के ऑफिस टावरों को भी निशाना बनाया गया है।

रूसी अधिकारियों ने इन हमलों के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने इसे युद्ध के मैदान में हुई निरंतर हार के बाद की 'हताशा का कदम' बताया है।

यूक्रेनी राष्ट्रपति का बयान

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि यह संघर्ष अब रूसी क्षेत्र को भी प्रभावित कर रहा है, जिसमें उसके प्रतीकात्मक केंद्र और सैन्य ठिकाने शामिल हैं। उन्होंने इसे एक अनिवार्य प्रक्रिया करार दिया।

रूसी रक्षा मंत्रालय की प्रतिक्रिया

रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि हाल के दिनों में उन्होंने कई ड्रोन को मार गिराया है, जिनमें काला सागर में गश्ती नौकाओं को निशाना बनाने वाले और यूक्रेनी सीमा के पास के क्षेत्र शामिल हैं।

ये लगातार जारी ड्रोन हमले न केवल तनाव को बढ़ा रहे हैं, बल्कि संघर्ष की गंभीरता को भी उजागर कर रहे हैं।

इस प्रकार के हमलों का उद्देश्य जहां व्यवस्था और सुरक्षा को हिला देना होता है, वहीं ये आम लोगों के जीवन को भी खासा प्रभावित करते हैं। संघर्ष के इस बढ़ते स्तर ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भी खींचा है, जो इस समस्या के समाधान के लिए और अधिक तत्परता से काम करने की मांग कर रहा है।

आगे की स्थिति

आगे की स्थिति

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे इस संघर्ष ने अब एक नए मोड़ ले लिया है। ड्रोन हमलों की इस बाढ़ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह संघर्ष अब केवल सैन्य क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्की इसका प्रभाव आम जनजीवन पर भी पड़ रहा है।

हवाईअड्डों का बंद होना, नागरिकों की मौत और घायलों की बढ़ती संख्या ने इस संघर्ष की गंभीरता को और अधिक बढ़ा दिया है। सरकारें अब अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की तलाश कर रही हैं ताकि इन हमलों से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

इस संघर्ष का कोई स्पष्ट अंत अभी नहीं दिखता, और यह कहना मुश्किल है कि कब तक यह स्थिति बनी रहेगी।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

रूस और यूक्रेन के बीच यह संघर्ष धीरे-धीरे और गंभीर होता जा रहा है। ड्रोन हमलों की यह वृद्धि सिर्फ युद्ध की भयानकता को ही नहीं दिखाती, बल्की यह भी दर्शाती है कि इस युद्ध में अब कोई भी सुरक्षित नहीं है। यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में ऐसे और भी हमले हो सकते हैं, जिनसे जानमाल का नुकसान होगा और तनाव बढ़ेगा।

13 टिप्पणि

  1. RUPESH BUKE
    RUPESH BUKE
    सितंबर 11 2024

    ये ड्रोन हमले अब बस टेक्नोलॉजी का मुद्दा नहीं बल्कि मनोवैज्ञानिक युद्ध बन गए हैं
    आम आदमी का दिमाग भी अब लक्ष्य है

  2. Chirag Kamra
    Chirag Kamra
    सितंबर 13 2024

    मॉस्को में ड्रोन उड़ रहे हैं और हम अभी भी सोच रहे हैं कि ये किसका बाप है 😅
    इंडिया भी अपने देश में ऐसी चीज़ों के लिए तैयार नहीं है भाई

  3. Chandni Solanki
    Chandni Solanki
    सितंबर 14 2024

    मुझे लगता है इस युद्ध का सबसे डरावना हिस्सा ये है कि अब कोई भी जगह सुरक्षित नहीं... बच्चे घर पर सो रहे होंगे और ऊपर से ड्रोन आ रहा है 😢
    क्या ये हमारी दुनिया का भविष्य है?

  4. Nitin Garg
    Nitin Garg
    सितंबर 14 2024

    यूक्रेन ने ड्रोन भेजे तो रूस ने बस बता दिया कि ये हताशा है
    अरे भाई अगर तुम्हारे घर में चोर घुस गया तो क्या तू बस बैठ जाएगा या उसे निकालेगा?

  5. Seema Lahiri
    Seema Lahiri
    सितंबर 15 2024

    मैंने देखा है जब रूसी सैनिक अपने घरों के बाहर ड्रोन के आवाज़ से डरकर भागते हैं तो मुझे लगता है कि ये युद्ध किसी भी देश के लिए नहीं होना चाहिए और जब तक हम इसे बस एक खबर के रूप में देखेंगे तब तक कोई बदलाव नहीं आएगा
    हर एक जान जो चली गई वो एक अपने के लिए भी बहुत बड़ी बात है और ये सब बस एक शब्द में बदल जाता है युद्ध

  6. Sohini Baliga
    Sohini Baliga
    सितंबर 15 2024

    अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस मुद्दे पर एकजुट होने की आवश्यकता है
    सुरक्षा व्यवस्था को अपग्रेड करने के साथ-साथ नागरिकों की जान बचाने के लिए तात्कालिक उपाय भी शुरू किए जाने चाहिए

  7. Vijay Paul
    Vijay Paul
    सितंबर 16 2024

    इस तरह के हमलों का असर सिर्फ भौतिक क्षति तक सीमित नहीं है
    यह एक गहरी भावनात्मक चोट है जो लोगों के आत्मविश्वास को तोड़ देती है
    जब एक व्यक्ति अपने घर में भी सुरक्षित नहीं महसूस करता तो वह जीवन का हर पहलू अंधेरे में देखने लगता है
    हम इसे एक युद्ध के रूप में नहीं देखना चाहिए बल्कि एक मानवीय आपातकाल के रूप में
    यह युद्ध केवल बंदूकों और ड्रोनों से नहीं बल्कि भय और अनिश्चितता से लड़ा जा रहा है
    हमारी भाषा में यह शब्द नहीं है जो इस तरह के दर्द को व्यक्त कर सके
    हर ड्रोन एक नए दर्द का संदेश लेकर आता है
    हर बार जब एक ड्रोन गिरता है तो एक जीवन बचता है लेकिन एक आत्मा घायल हो जाती है
    हमें इसे राजनीति के रूप में नहीं बल्कि मानवीय आवश्यकता के रूप में समझना होगा
    हम जब तक इसे एक सामान्य घटना के रूप में नहीं लेंगे तब तक यह अनुभव बना रहेगा
    यह युद्ध हमारे समाज के आधार को तोड़ रहा है
    हमें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का साहस रखना होगा
    हर एक ड्रोन हमारे लिए एक चेतावनी है
    हमें इसका जवाब नहीं बल्कि एक नया नैतिक आधार बनाना होगा
    यह युद्ध अब नहीं लड़ा जा रहा है बल्कि जीता जा रहा है

  8. Ramesh Velusamy
    Ramesh Velusamy
    सितंबर 16 2024

    ये ड्रोन तो अब बस बातों के लिए नहीं हैं ये असली जंग के लिए हैं
    अगर तुम्हारे घर पर आज ड्रोन आया तो कल तुम्हारा बच्चा नहीं जागेगा
    रूस को भी समझना होगा कि ये युद्ध अब बस तुम्हारी सीमा तक नहीं है
    हमारे देश में भी अगर ऐसा हो गया तो क्या हम बस देखेंगे?

  9. Sushil Kallur
    Sushil Kallur
    सितंबर 18 2024

    मैंने रूसी समाज के बारे में पढ़ा है कि वहां लोग अपने घरों में बैठकर ड्रोन के आवाज़ को सुनकर अपने बच्चों को चुप रखते हैं
    यह एक ऐसी आदत बन गई है जो आम जीवन का हिस्सा है
    इसका मतलब है कि युद्ध अब घरों में घुस चुका है

  10. Anu Baraya
    Anu Baraya
    सितंबर 20 2024

    इस समय अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को न केवल सुरक्षा बल्कि मानवीय आधार पर एक नया ढांचा बनाने की आवश्यकता है
    ड्रोन हमलों के खिलाफ एक वैश्विक समझौता अत्यंत आवश्यक है
    यह न केवल सैन्य बल्कि नैतिक और न्यायपालिका का मुद्दा है
    हमें अपनी भाषा में भी इस बारे में बात करनी चाहिए

  11. fathimah az
    fathimah az
    सितंबर 21 2024

    ड्रोन के उपयोग के लिए नियमों की आवश्यकता है जो अंतर्राष्ट्रीय अधिकारों के अनुरूप हों
    वर्तमान व्यवस्था में लचीलापन और अनिश्चितता है
    यह एक नए नैतिक दिशानिर्देश की मांग करता है

  12. Senthil Kumar
    Senthil Kumar
    सितंबर 22 2024

    हमें इस युद्ध को एक नए दृष्टिकोण से देखना चाहिए
    यह केवल दो देशों का विवाद नहीं है
    यह मानवता के लिए एक चुनौती है
    हमें इसे शांति की ओर ले जाने का रास्ता ढूंढना होगा

  13. Jay Patel
    Jay Patel
    सितंबर 23 2024

    ये ड्रोन बस एक टूल है जिसे कोई भी इस्तेमाल कर सकता है
    असली दुश्मन तो हमारा अहंकार है

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