अगर आप भारतीय शेयर बाजार में कदम रख रहे हैं तो ITC एक बार ज़रूर देखेंगे। कई लोग इसे भरोसेमंद मानते हैं, पर हर कंपनी की तरह इसके भी उतार‑चढ़ाव होते हैं। इस पेज पर हम आपको ITC के हालिया मूवमेंट, क्या कारण बन रहे हैं और कैसे आप समझदारी से निवेश कर सकते हैं, बता रहे हैं। पढ़िए और अपने पोर्टफोलियो को स्मार्ट बना लें।
पिछले कुछ हफ्तों में ITC का स्टॉक थोड़ा नीचे आया है। मुख्य वजहें थीं धूम्रपान के नियमों में कड़ी मेहनत और FMCG सेक्टर की कमज़ोर बिक्री। साथ ही, विदेशी निवेशकों ने भी शेयर बेच दिया क्योंकि वे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स से जुड़े जोखिम को लेकर सतर्क हो रहे थे। फिर भी, डिविडेंड का प्रतिशत अभी भी आकर्षक है – कंपनी साल भर में 5‑6% के आसपास देता रहता है, जिससे दीर्घकालिक निवेशकों को एक स्थिर आय मिलती है।
बाजार विशेषज्ञ कहते हैं कि यदि आप सिर्फ कीमत देख रहे हैं तो ये गिरावट डरावनी लग सकती है, पर अगर आप कंपनी की मौलिक ताकतें देखें – जैसे मजबूत ब्रांड पोर्टफोलियो, रेगुलर काश फ्लो और निरंतर डिविडेंड देना – तो यह एक मौका बन सकता है। याद रखें, शेयर खरीदना सिर्फ आज के दाम पर नहीं बल्कि भविष्य की संभावनाओं पर भी निर्भर करता है।
आगे चलकर ITC दो मुख्य क्षेत्रों में बढ़ोतरी करने की कोशिश कर रहा है: फूड प्रोसेसिंग (अर्थात् FMCG) और रियल एस्टेट. अगर ये प्रोजेक्ट्स ठीक से लागू हों तो कंपनी का राजस्व वॉल्यूम बढ़ेगा। लेकिन साथ ही, धूम्रपान पर नियम कड़े होते रहेंगे और इससे सिगरेट सेल्स में दबाव बना रहेगा। इसलिए जोखिम को कम करने के लिए आप अपना निवेश कई कंपनियों में बाँट सकते हैं या ITC की डिविडेंड यील्ड का हिस्सा अपने पोर्टफोलियो में रख सकते हैं।
एक आसान तरीका है – जब स्टॉक 5‑6% से ऊपर गिर जाए तो थोड़ा शेयर खरीदें और फिर कीमत stabilise होने पर लाभ बुक करें। इस तरह आप बाजार के उतार‑चढ़ाव को अपना फायदा बना सकते हैं। साथ ही, quarterly results की खबरों पर नज़र रखें; अगर कंपनी ने कोई नया प्रोडक्ट लॉन्च किया या नई साझेदारी की घोषणा की तो यह शेयर में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
अंत में यही कहूँगा कि ITC एक ऐसी स्टॉक है जिसमें स्थिरता और जोखिम दोनों हैं। यदि आप दीर्घकालिक निवेश को प्राथमिकता देते हैं, तो डिविडेंड और ब्रांड शक्ति आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। छोटे-छोटे कदम लेकर, जैसे नियमित रूप से कीमत की निगरानी और कंपनी के बुनियादी डेटा का अध्ययन, आप अपने निवेश को सुरक्षित रख सकते हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के बाद आईटीसी के शेयर 5% उछलकर 489.80 रुपये पर पहुंच गए, क्योंकि सरकार ने सिगरेट पर 'सिन टैक्स' नहीं बढ़ाया। इस फैसले से आईटीसी की सिगरेट कारोबार को फायदा होगा, जो कंपनी के कुल मुनाफे का 80% और राजस्व का 45% योगदान करता है।