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केरल बारीश: क्या बदल रहा है मौसम और कैसे तैयार रहें

केरल की हरियाली के पीछे सबसे बड़ा कारण उसकी बरिश है। इस साल भी मानसून ने कई क्षेत्रों में बारिश लाने का वादा किया है। अगर आप यहाँ घूमने या खेती करने वाले हैं तो थोड़ा‑बहुत प्लान बनाना जरूरी है, नहीं तो पानी से परेशान हो सकते हैं। चलिए जानते हैं कब तक बारिश शुरू होगी और क्या करना चाहिए।

केरल में बरिश कब शुरू होगी?

आमतौर पर जून के पहले हफ़्ते में दक्षिण‑पश्चिमी मानसून के साथ बारिश आती है, लेकिन इस साल मौसम विभाग ने बताया कि कुछ क्षेत्रों में मई की देर से हल्की बूंदें गिर सकती हैं। कोचीन और अलप्पुझा जैसे निचले हिस्सों में शुरुआती बरिश देखी जा रही है, जबकि उच्च भागों में थोड़ा‑बहुत देरी हो सकती है। इसलिए अगर आप पहाड़ी इलाक़े के ट्रेक या हिल स्टेशन की योजना बना रहे हैं तो दो‑तीन दिन पहले मौसम चेक कर लेना बेहतर रहेगा।

बारिश के दौरान क्या करें?

सबसे पहला काम – पानी का संग्रह। घर में टंकी या बड़े बाल्टी रखिए, ताकि बारिश का पानी बाद में इस्तेमाल किया जा सके। खेती वाले किसान भाई‑बहनों को फसल की निचली जड़ें बचाने के लिये हल्की सीढ़ी जैसी सॉइल रिटेनर बनानी चाहिए। यात्रियों को ट्रैफ़िक और बाढ़ की खबरों पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि कई बार सड़क जल से भर जाती हैं।

अगर आप केरल में पर्यटन कर रहे हैं तो भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें, विशेषकर मानसून के चरम समय में। एरावली या वायनाड जैसे जलप्रपात में बारिश का मज़ा दो गुना होता है, पर साथ ही फिसलन वाली पगडंडियों की वजह से चोट लगने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए ठोस जूते पहनें और गीले रास्तों पर तेज़ गति से चलने से बचें।

बच्चों के लिए बरिश में खेलने के नए आइडिया हैं – प्लास्टिक बैक्टीरिया की बजाय जल‑सुरक्षित खेल जैसे बॉलoon या रेन कोट पहनकर वाटर‑ड्रॉप सॉर्टिंग गेम कर सकते हैं। यह न केवल मज़ेदार है बल्कि बच्चों को पानी बचाने के बारे में भी सीख देता है।

केरल के स्थानीय खाने की बात करें तो बरिश के साथ समुद्री भोजन और मसालेदार दाल चावल का स्वाद और भी बढ़ जाता है। लेकिन याद रखें, बारिश के बाद अक्सर ठंडा हो जाता है, इसलिए गर्म सूप या इडली‑वडना जैसे गरम व्यंजन बनाकर रखिए।

अंत में एक छोटा सुझाव – अपना मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक सामान सूखे कपड़े में रैप कर रखें और बारिश के बाद तुरंत ड्राई करने वाले टॉवल से पोंछ लें। इस तरह आप अचानक होने वाली खराबी से बच सकते हैं।

केरल बारीश हर साल नई कहानियां लाती है, लेकिन सही तैयारी के साथ यह मौसम आपके लिए यादगार बन सकता है। बस थोड़ी सी समझदारी और योजना रखें, फिर मज़ा ही मज़ा रहेगा।

वायनाड भू-स्खलन: चूरालमला में रेस्क्यू ऑपरेशन की ताजा जानकारी और केरल में बारिश के ताजा हालात

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चूरालमला, वायनाड में 31 जुलाई, 2024 को भारी बारिश के कारण एक बड़े भू-स्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। कई लोग अब भी लापता हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

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