मार्केटर्स न्यूज़

स्वास्थ्य सुधार: कैसे बनायें जीवन को ऊर्जावान और स्वस्थ

आप भी अक्सर थके‑हारे महसूस करते हैं? काम‑काज, मोबाइल, सोशल मीडिया की दौड़ में हम अक्सर खुद को पीछे रख देते हैं। लेकिन कुछ छोटे‑छोटे बदलाव से आपका शरीर और मन दोनों एक नया जोश पा सकते हैं। चलिए, बिना किसी जटिल विज्ञान के, रोज़ की रूटीन में स्वास्थ्य सुधार के आसान कदम जोड़ते हैं।

आहार और पोषण

सबसे पहला कदम है खाने‑पीने की आदतें बदलना। दो चीज़ें याद रखें – रंग और अनुपात। रंगीन तरकारी, फल और दालें आपके प्लेट को दिखाएंगी कि आप पोषण का पूरा ध्यान रख रहे हैं। सफ़ेद चावल और बहुत तेल वाले खाने को कम करें, फिर चाहे वह दाल‑चावल का कन्भर्सेशन हो या फ्राईड स्नैक्स।

स्मार्ट स्नैक्स के लिए मुठी भर नट्स, दही में थोड़ा शहद, या फल का साइड डिश चुनें। लंच में प्रोटीन को शामिल करें – दाल, पनीर, अंडा या चिकन – ताकि ऊर्जा लंबे समय तक बनी रहे। पानी पीना मत भूलें; दिन में कम से कम 2‑3 लीटर पानी, या दालचा, नींबू पानी भी हो सकता है।

व्यायाम और सक्रियता

व्यायाम नहीं कर पाते? कोई बात नहीं। हर दिन 10‑15 मिनट की छोटी‑छोटी एक्सरसाइज़ भी असरदार होती है। घर में ही झुका‑झुकी स्ट्रेचिंग, स्टेयर केस चढ़ना, या तेज़ चलना शुरू कर सकते हैं। अगर आप बाहर जिम नहीं जाना चाहते तो यूट्यूब पर 10‑मिनेट वर्कआउट वीडियो देख सकते हैं।

हर 30‑45 मिनट में 5‑10 मिनट का ब्रेक ले कर खड़े‑हटते रहें। ऐसा करने से “बैठे‑बैठे मोटा” होने से बचाव होगा और मेटाबोलिज्म भी तेज़ रहता है। ध्यान रखें, व्यायाम का लक्ष्य जितना हल्का, उतना ही टिकाऊ रहता है।

एक और छोटा ट्रिक: समय‑टाबलेट बनाएं। अपना फोन या वीचेट में एक रिमाइंडर सेट करें जो हर दो घंटे में “चलो थोड़ा बढ़े” का सिग्नल दे। इससे आपका शरीर लगातार एक्टिव रहेगा और बेड‑टाइम पर थकान कम होगी।

खुश रहने के लिए नींद भी जरूरी है। हर रात 7‑8 घंटे की क्वालिटी स्लीप आपके शरीर को रिपेयर करती है, हार्मोन्स को संतुलित रखती है और वजन कंट्रोल में मदद करती है। बीड्रूम में लाइट कम कर, मोबाइल ना ले जा और सोने से पहले गहरी साँसों के व्यायाम से दिमाग को रिलैक्स करो।

तनाव प्रबंधन के लिए रोज़ 5‑10 मिनट का माइंडफ़ुलनेस या मेडिटेशन अपनाएँ। बस आराम से बैठें, आँखें बंद करके अपनी साँस पर फोकस करें। यह आसान प्रैक्टिस आपके कोर्टेसॉल लेवल को कम करके, हृदय‑स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।

इन छोटे‑छोटे कदमों से आप न सिर्फ वजन घटा पाएँगे, बल्कि हृदय‑स्वास्थ्य, ऊर्जा‑लेवल और मनोबल में भी उल्लेखनीय सुधार देखेंगे। याद रखें, कोई एक‑रात का जादू नहीं, लेकिन निरंतरता से बड़ी जीत होती है। तो आज से ही अपनी रूटीन में ये बदलाव डालें और देखिए कैसे आपका जीवन अधिक ताज़ा और प्रफुल्लित हो जाता है।

21 सितंबर 2025 का सूर्यग्रहण: कुंडली पर असर और वैदिक ज्योतिष की राय

21 सितंबर 2025 का सूर्यग्रहण: कुंडली पर असर और वैदिक ज्योतिष की राय

21 सितंबर को होने वाला आधा सूर्यग्रहण, जो उत्तरफल्गुनी नक्षत्र में कुंभ राशि में घटित होगा, वैदिक ज्योतिष के अनुसार लोगों की कुंडली पर गहरा असर डालता है। इस घटना का स्वास्थ्य, वित्त और रोज़मर्रा की आदतों पर खास प्रभाव पड़ने की बात कही गई है। विभिन्न राशियों के लिए अलग‑अलग लाभ‑हानि की भविष्यवाणी की गयी है, जबकि सभी से व्यावहारिक बदलावों की अपेक्षा की गई है। भारत में यह गर्भाणु नहीं दिखेगा, लेकिन ऊर्जा का असर महसूस किया जा सकता है।

जारी रखें पढ़ रहे हैं