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वायनाड भू-स्खलन: क्या हुआ, क्यों हुआ और अब क्या करना चाहिए

पिछले कुछ महीनों में उत्तर भारत के पहाड़ी इलाके में कई बार भू-स्खलन की खबरें आई हैं। खासकर वायनाड में हालिया लैंडस्लाइड ने लोगों को हिला कर रख दिया। अगर आप इस क्षेत्र में रहते हैं या यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो इस लेख में आपको कारण, नुकसान और बचाव के आसान उपाय मिलेंगे।

भू-स्खलन के मुख्य कारण

पहाड़ों में भू-स्खलन का मुख्य कारण भारी बारिश और तेज़ बवंडर होते हैं। जब जल वॉल्यूम ज़मीन में भर जाता है, तो मिट्टी की पकड़ कमजोर पड़ती है और वह नीचे गिरना शुरू कर देती है। इसके अलावा, पिछले सालों में किए गए बड़े बांध निर्माण, अनियमित निर्माण कार्य और असमान पर्यावरणीय बदलाव भी जोखिम बढ़ाते हैं।

वायनाड में अभी‑तभी हुई भारी बाढ़ ने कई नदियों को भर दिया, इसलिए कई गांवों के आसपास की ढलानें अस्थिर हो गईं। जब धरती पर बर्फ पिघलती है और पानी का प्रवाह तेज़ होता है, तो जमीन की स्थिरता बिगड़ जाती है। यही कारण है कि यहाँ के लोग अक्सर लैंडस्लाइड से परेशान होते हैं।

भू-स्खलन से बचाव के आसान कदम

पहले तो आप अपनी रहने की जगह के आस‑पास की भू‑भौगोलिक स्थिति को समझें। अगर आपका घर या खेती वाला ज़मीन ढलान पर है, तो नियमित रूप से छिड़काव और ड्रेनेज साफ रखें। पानी को जमा नहीं होने दें, खासकर बरसात के मौसम में।

स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी किए गए चेतावनी संकेतों पर हमेशा ध्यान दें। अगर किसी क्षेत्र में भू‑स्लाइड का जोखिम अधिक हो, तो तुरंत सुरक्षित ऊँचे स्थान पर जाएँ। छोटे बच्चों और बुजुर्गों को विशेष देखभाल दें, क्योंकि उनका चलना‑फिरना मुश्किल हो सकता है।

साथ ही, आपातकालीन किट तैयार रखें – टॉर्च, बैटरी, पानी की बोतल, कुछ दवाईयाँ और एक छोटा कैंपिंग टेंट। अगर अचानक लैंडस्लाइड आता है, तो इन चीज़ों से आप थोड़ी देर के लिये सुरक्षित रह सकते हैं।

एक और महत्वपूर्ण बात, अपने पड़ोसियों और गांव के लोगों से संवाद बनाए रखें। अगर किसी ने भू‑स्लाइड का संकेत देखा, तो तुरंत इमरजेंसी सर्विस को कॉल करें। सामुदायिक सहयोग अक्सर बचाव में मदद करता है।

अंत में, अगर आप वायनाड में यात्रा कर रहे हैं, तो स्थानीय मौसम रिपोर्ट और ट्रैफ़िक अपडेट रोज़ चेक करें। कई बार सुरक्षित रास्ते और वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होते हैं, जो जोखिम वाले क्षेत्रों से बचाते हैं। याद रखें, तैयारी ही सबसे बड़ा बचाव है।

वायनाड भू-स्खलन: चूरालमला में रेस्क्यू ऑपरेशन की ताजा जानकारी और केरल में बारिश के ताजा हालात

वायनाड भू-स्खलन: चूरालमला में रेस्क्यू ऑपरेशन की ताजा जानकारी और केरल में बारिश के ताजा हालात

चूरालमला, वायनाड में 31 जुलाई, 2024 को भारी बारिश के कारण एक बड़े भू-स्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। कई लोग अब भी लापता हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

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