जब हर घर में बैंक खाता, मोबाइल वॉलेट या कोई डिजिटल पेमेंट साधन हो तो हम कहते हैं कि देश ने वित्तीय समावेशन हासिल कर लिया। इसका मतलब सिर्फ़ अकाउंट खोलना नहीं, बल्कि रोज़मर्रा के लेन‑देनों को आसान बनाना है। आज जब ऑनलाइन शॉपिंग और बिल भुगतान आम हो गया है, तब बिना बैंक वाले लोग पीछे रह जाते हैं – यही कारण है कि सरकार और निजी कंपनियाँ मिलकर इस खाई को पाटने की कोशिश कर रही हैं।
पीएम जन धन योजना ने 2014 में ही लाखों बिना बैंक वाले लोगों को बुनियादी बैंकिंग सुविधा दी। खाते खोलते‑ही आपको डेबिट कार्ड, बीमा और पेंशन का विकल्प मिलता है। इसके अलावा, मुद्रा डिजिटल इंडिया पहल ने कैश लेन‑देनों को घटा कर मोबाइल रिचार्ज, यूपीआई पेमेंट जैसी सेवाएं सस्ती बना दीं। इन योजनाओं के चलते 2023 तक भारत में बैंकिंग पहुँच 80% से ऊपर पहुंच गई है।
अब जब बुनियादी सुविधा मौजूद है, तो फ़िनटेक कंपनियां छोटे‑छोटे कदमों से बदलाव कर रही हैं। मोबाइल वॉलेट जैसे PhonePe या Google Pay ने केवल एक क्लिक में पैसे भेजने-लेने को संभव बना दिया। किसान भी अब UPI के ज़रिए फसल बेच सकते हैं, और छोटे व्यापारियों को डिजिटल इनवॉयस से समय बचता है। इस तरह की तकनीकें न सिर्फ़ लेन‑देनों को तेज करती हैं बल्कि पारदर्शिता भी बढ़ाती हैं, जिससे धोखाधड़ी कम होती है।
अगर आप अभी भी सोच रहे हैं कि कैसे शुरू करें, तो सबसे पहला कदम है अपना सिम कार्ड और आधार लिंक करना। इसके बाद UPI ऐप डाउनलोड करके अपना वर्चुअल अकाउंट बनाइए – यह प्रक्रिया लगभग 5 मिनट में पूरी हो जाती है। फिर आप बिल भुगतान, मोबाइल रिचार्ज या दोस्तों को पैसे भेजने के लिए इस खाते का इस्तेमाल कर सकते हैं। छोटे व्यापारियों के लिए QR कोड जेनरेट करना आसान है और ग्राहक सीधे स्कैन करके पेमेंट कर देते हैं।
वित्तीय समावेशन का असर सिर्फ़ व्यक्तिगत स्तर पर नहीं, बल्कि पूरे अर्थव्यवस्था में दिखता है। जब हर व्यक्ति अपने पैसे को सुरक्षित जगह रखेगा तो बचत बढ़ेगी, निवेश के नए अवसर खुलेंगे और देश की जीडीपी भी तेज़ी से बढ़ेगी। इसलिए सरकार, बैंक और फ़िनटेक सभी को मिलकर इस लक्ष्य को आगे बढ़ाना चाहिए – ताकि कोई भी पीछे न रहे।
संक्षेप में, वित्तीय समावेशन का मतलब है हर भारतीय के पास भरोसेमंद डिजिटल पैसा हो। आप अभी शुरुआत कर सकते हैं – अपना आधार लिंक करें, UPI सेट अप करें और रोज़मर्रा की जरूरतों को ऑनलाइन संभालें। यह छोटे कदम बड़े बदलाव की दिशा में पहला क़दम है।
Northern Arc Capital के शेयर 24 सितंबर को बाजार में धमाकेदार शुरुआत करते हुए 33.5 प्रतिशत के प्रीमियम पर लिस्ट हुए। हालांकि, ये ग्रे मार्केट अनुमानों से थोड़े पिछड़ गए। यह 777 करोड़ रुपये का पब्लिक ऑफर था जिसमें 500 करोड़ रुपये के नए शेयर और 277 करोड़ रुपये के ऑफर फॉर सेल शामिल थे।