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हर्बजन सिंह ने कमरान अकमल के नस्लवादी मजाक पर की कड़ी निंदा

Uma Imagem 11 टिप्पणि 11 जून 2024

हर्बजन सिंह का कड़ा विरोध

पूर्व भारतीय क्रिकेटर हर्बजन सिंह ने हाल ही में पाकिस्तानी क्रिकेटर और wicketkeeper कमरान अकमल द्वारा अर्शदीप सिंह पर किया गया नस्लवादी मजाक को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में, अकमल ने लाइव प्रसारण के दौरान अर्शदीप सिंह के धर्म को लेकर अनुचित टिप्पणी की, जिसे लेकर हर्बजन सिंह ने तुरंत और कड़ी निंदा की।

हर्बजन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि सिख समुदाय ने हमेशा से माताओं और बहनों की रक्षा की है और हमें उन पर गर्व है। इसे ध्यान में रखते हुए, अकमल को इस प्रकार की टिप्पणी करने से बचना चाहिए। उन्होंने अकमल से यह भी कहा कि उन्हें इस तरह के बयान देने के बजाय अपने शब्दों का सोच-समझकर उपयोग करना चाहिए।

क्रिकेट फैंस में रोष

यह घटना सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई और क्रिकेट प्रशंसकों और उत्साही लोगों में व्यापक निंदा का कारण बनी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग कमरान अकमल के इस निशाना साधने वाले बयान की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। यह सिर्फ एक क्रिकेट मैच भर नहीं था, बल्कि इससे समुदायों के बीच आपसी विश्वास और सम्मान को भी ठेस पहुंची है।

भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट प्रशंसक अपनी टीमों के प्रदर्शन को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं। लेकिन ऐसे नस्लवादी और असंवेदनशील बयानों से खेल की भावना और खेल प्रेमियों को निराशा होती है। हर्बजन सिंह के ट्वीट के बाद, कई क्रिकेट प्रेमियों ने उनके समर्थन में अपनी प्रतिक्रियाएँ दी और कमरान अकमल को जैसे-तैसे माफी मांगने का आग्रह किया।

मैच का विवरण

मैच का विवरण

जिस मैच को लेकर यह विवाद उत्पन्न हुआ, उसमें भारत ने पाकिस्तान को छह रन से मात दी। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 120 रन बनाए थे। जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या ने बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए पाकिस्तानी बल्लेबाजों को 120 रनों के लक्ष्य का पीछा करने से रोक दिया।

पाकिस्तानी गेंदबाजों ने भी नहीं छोड़ी कोई कसर और भारत को सिर्फ 119 रनों पर सिमटा दिया। नसीम शाह और मोहम्मद आमिर ने भी बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन किया, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान को लक्ष्य तक पहुंचने नहीं दिया।

समस्या की जड़

खेल में हार-जीत सामान्य बात है, लेकिन खिलाड़ियों और प्रशंसकों को यह समझना चाहिए कि यह प्रतिस्पर्धा ही खेल की असली जान है। व्यक्तिगत टिप्पणियाँ और नस्लवादी बयान न केवल खेल की भावना को आहत करते हैं बल्कि समाज में भी दूरगामी प्रभाव डालते हैं।

क्रिकेट, जो दोनों देशों के बीच एक पुल का कार्य कर सकता है, अगर इसी प्रकार के विवादों में फंसेगा, तो खेल की पवित्रता कहीं न कहीं कम हो जाएगी। खिलाड़ियों को भी अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा और ऐसा कोई बयान देने से बचना चाहिए जो किसी समुदाय या व्यक्ति की भावना को चोट पहुंचाए।

अंतिम शब्द

अंतिम शब्द

इस घटना से यह साफ है कि हमें अपने शब्दों का चयन सावधानीपूर्वक करना चाहिए। चाहे वह क्रिकेट हो या जिंदगी का कोई और हिस्सा, बयानों का प्रभाव गहरा होता है। कमरान अकमल की इस टिप्पणी ने जहां खेल प्रेमियों को आहत किया, वहीं हर्बजन सिंह की कड़ी प्रतिक्रिया ने दिखाया कि एक समाज के रूप में हमें ऐसे टिप्पणियों के खिलाफ खड़ा रहना चाहिए।

11 टिप्पणि

  1. Shatakshi Pathak
    Shatakshi Pathak
    जून 13 2024

    ये लोग अपनी बेटियों को नहीं देखते, फिर दूसरों की मां-बहन की बात क्यों करते हैं? अर्शदीप के नाम पर ऐसा बयान देना बस एक बदमाशी है।

  2. kriti trivedi
    kriti trivedi
    जून 14 2024

    कमरान अकमल को लगता है कि क्रिकेट मैच के बाद वो अपनी बेवकूफी को बर्बादी के रूप में बेच सकता है? भाई, तू खिलाड़ी है या एक राजनीतिक ट्रोल? अगर तेरे दिमाग में इतना जहर है तो तुझे टीम से बाहर कर देना चाहिए। नस्लवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाता, ये सिर्फ एक खेल नहीं है ये इंसानियत का मुद्दा है।

  3. shiv raj
    shiv raj
    जून 15 2024

    हर्बजन भाई ने बिल्कुल सही किया। खेल में जीत जाना तो अच्छा है, लेकिन इंसानियत खो देना नहीं। अगर तुम्हारी टीम हार गई तो भी दूसरे के धर्म को नहीं छूना चाहिए। हम सब इंसान हैं। अर्शदीप के लिए शुभकामनाएं।

  4. vaibhav tomar
    vaibhav tomar
    जून 16 2024

    खेल की भावना तो बहुत अच्छी है लेकिन जब इसमें नस्लवाद घुल जाए तो ये खेल नहीं बल्कि एक नफरत का माध्यम बन जाता है। हर्बजन सिंह ने जो कहा वो सच है। हमें अपने शब्दों का ध्यान रखना चाहिए न कि बस वायरल होने के लिए कुछ कह देना। दोनों देशों के लोग एक दूसरे के लिए सम्मान के साथ खेल सकते हैं।

  5. suresh sankati
    suresh sankati
    जून 16 2024

    मजाक करना ठीक है लेकिन जब वो मजाक एक समुदाय के लिए अपमानजनक हो तो वो मजाक नहीं बल्कि एक हमला हो जाता है। कमरान को अपने बयान के लिए खुद को समझना चाहिए। भारत-पाकिस्तान के बीच खेल तो बहुत बड़ा अवसर है लेकिन इसे नफरत का माध्यम बना देना गलत है।

  6. Pooja Kri
    Pooja Kri
    जून 18 2024

    इस घटना से स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर अनुचित अभिव्यक्ति का डिजिटल एक्सप्लॉइटेशन हो रहा है। खिलाड़ियों को डिजिटल इथिक्स के संदर्भ में ट्रेनिंग देनी चाहिए। इस तरह की ट्रांसग्रेशन्स नेटवर्क स्ट्रेस को बढ़ाती हैं।

  7. Sanjeev Kumar
    Sanjeev Kumar
    जून 18 2024

    हर्बजन ने जो कहा वो बहुत गहरा है। एक सिख आदमी की मां या बहन के बारे में बात करना जैसे किसी के आत्मा को छू रहा हो। कमरान ने एक ऐसी बात कह दी जिसका असर न सिर्फ एक खिलाड़ी पर बल्कि पूरे समुदाय पर पड़ा। खेल तो जीत और हार का खेल है लेकिन इंसानियत तो ऊपर है।

  8. Hemlata Arora
    Hemlata Arora
    जून 20 2024

    यह घटना अत्यंत अनुचित है। क्रिकेट एक खेल है, लेकिन इसके बाहर जो सामाजिक मूल्य हैं, उनका सम्मान करना अनिवार्य है। ऐसे व्यवहार के लिए कठोर दंड लागू किया जाना चाहिए। इस तरह की टिप्पणियाँ न सिर्फ व्यक्तिगत अपमान हैं बल्कि राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा भी हैं।

  9. manohar jha
    manohar jha
    जून 20 2024

    दोस्तों, भारत और पाकिस्तान के बीच खेल का मतलब है एक दूसरे को समझना। अगर हम अपने खिलाड़ियों को अपने जीवन के बारे में सीखने का मौका देंगे तो ये नफरत कम होगी। हर्बजन भैया ने बहुत अच्छा किया। इस तरह के लोगों को हमें समर्थन देना चाहिए।

  10. Sanjay Verma
    Sanjay Verma
    जून 22 2024

    अर्शदीप को धन्यवाद 🙏 और हर्बजन को बहुत बहुत बधाई 🤝 ये बात बहुत बड़ी है। इंसानियत सबसे ऊपर है। अगर हम इसे भूल गए तो खेल का क्या मतलब? 😔

  11. surabhi chaurasia
    surabhi chaurasia
    जून 23 2024

    ये लोग बस नफरत के लिए खेल रहे हैं। अकमल को बर्बाद कर देना चाहिए। ऐसा बयान देने वाला खिलाड़ी किसी टीम में नहीं रहना चाहिए।

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