आंध्र प्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और जनता हर दिन नई खबरों से जुड़ी रहती है। अब तक कई प्रमुख नेताओं ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है, इसलिए आप यहाँ पर सारी जरूरी जानकारी एक ही जगह पा सकते हैं।
सबसे पहले बात करते हैं मुख्य पार्टियों की। ट्रू कांग्रेस (TC) अभी भी सरकार में है और मुख्यमंत्री यशवंत राजकुमार को फिर से पावर मिल सकती है। पार्टी ने ग्रामीण विकास, जल संरक्षण और शिक्षा पर ध्यान देने का वादा किया है। दूसरी ओर यूटि (योजनायुक्त तेलंगाना) अब आंध्र में अपनी नई गठबंधन के साथ आ रहा है। उन्होंने युवा रोजगार और इन्फ्रास्ट्रक्चर को प्राथमिकता दी है।
TC की ओर से विजयवाड़ा, कर्नुल, अनंतपुर जैसे क्षेत्रों में अनुभवी नेता मैदान में हैं। उनके पास स्थानीय स्तर पर मजबूत नेटवर्क है जिससे वोट बैंक बनाना आसान होता है। यूटि के गठजोड़ में जेडीएस (युवा दल) और एपीएफआरपी भी शामिल हैं; इनके उम्मीदवार अक्सर शहरी मध्यम वर्ग को अपील करते हैं।
बिजनेस फ्रेंडली पार्टी (बीएफपी) ने भी कुछ हाई-प्रोफ़ाइल सीटों पर नई चेहरा पेश किया है, जैसे कि विजयनगर में पूर्व उद्योगपति अजय राव। उनका फोकस निवेश और उद्योग विकास पर है, लेकिन अभी तक उनके पास व्यापक आधार नहीं बना है।
हर पार्टी की रणनीति अलग है, मगर सभी का एक ही लक्ष्य है – वोटरों को भरोसा दिलाना कि उनकी योजना से जीवन में सुधार आएगा। अगर आप किसी विशेष उम्मीदवार के बारे में जानना चाहते हैं तो स्थानीय समाचार स्रोत और सोशल मीडिया पर फॉलो कर सकते हैं।
आंध्र प्रदेश के मतदाताओं को सबसे ज्यादा चिंता जल संकट, कृषि समस्या और बेरोज़गारी की है। पिछले साल तेज बारिश ने कई इलाकों में बाढ़ मचाई थी, इसलिए पानी की उपलब्धता पर पार्टी का वादा अहम हो गया है। किसान भी नई कीमत नीति और बीज सब्सिडी के बारे में जानकारी चाहते हैं।
शहरों में युवाओं को नौकरी मिलने की चिंता सताती है। इस कारण कई पार्टियों ने स्किल ट्रेनिंग सेंटर्स खोलने की योजना बनाई है, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ सके। अगर आप युवा हैं तो इन योजनाओं का फायदा उठाने के लिए अपने क्षेत्र के प्रतिनिधि से संपर्क कर सकते हैं।
मतदान प्रक्रिया भी आसान हो रही है। एपी चुनाव आयोग ने ऑनलाइन वोटर आईडी अपडेट और मोबाइल ऐप के जरिए मतदान जानकारी दी है। अब आप अपना एपीआईडी (आधार-परिचय) आसानी से चेक कर सकते हैं। अगर आपके पास कोई सवाल है तो निकटतम मतदाता केंद्र पर जाकर मदद ले सकते हैं।
सुरक्षा भी प्रमुख मुद्दा बन गया है, खासकर चुनाव के दौरान ध्वनि और सार्वजनिक व्यवस्था की। पुलिस ने विशेष सुरक्षा बल तैनात किए हैं, इसलिए वोटर को बिना डर के मतदान करना चाहिए। आप अपने परिवार या मित्रों को साथ लेकर चलें, इससे प्रक्रिया में भरोसा बढ़ेगा।
अंत में एक बात याद रखें – आपका हर वोट मायने रखता है। चाहे आप ग्रामीण हों या शहरी, आपकी आवाज़ से ही सरकार का दिशा तय होता है। इसलिए चुनाव के दिन समय पर मतदान केंद्र पहुंचें और अपना अधिकार इस्तेमाल करें।
चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में धमाकेदार वापसी की है। 2019 में हार और जेल जाने के बावजूद, नायडू ने 144 में से 136 सीटें जीतीं और चौथी बार मुख्यमंत्री बने। उनकी वापसी में सहयोगी दलों और 'एंट्रा मना कर्मा' जैसे अभियानों का बड़ा हाथ है।