हर साल फरवरी‑मार्च में जब वित्त मंत्रालय बजट पेश करता है, तो देश के हर घर में चर्चा शुरू हो जाती है। इस बार का बजट भी कई सवालों को लेकर आया – टैक्स कब घटेंगे, सरकार कहाँ खर्च करेगी और महंगाई पर क्या असर पड़ेगा? अगर आप अपनी जेब या व्यापार की योजना बना रहे हैं, तो ये जानकारी आपके काम आएगी।
सबसे पहले बात करते हैं करों की। इस बजट में व्यक्तिगत आयकर स्लैब थोड़ा आसान किया गया है – 5 लाख तक की आमदनी पर अब कोई टैक्स नहीं रहेगा, जबकि 5‑10 लाख के बीच 10% और 10‑15 लाख के लिए 20% रखा गया है। अगर आपका सालाना इनकम 15 लाख से ऊपर जाता है तो 30% टैक्स लगेगा, लेकिन कुछ नई छूटों की वजह से कुल बोझ थोड़ा घटेगा।
GST में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ, पर छोटे व्यवसायियों के लिए एक नया रिवेस्टमेंट स्कीम लाया गया है जिससे उनका इनपुट टैक्स आसान हो जाएगा। इसके अलावा कैपिटल गेन पर 10% की दर तय की गई है, जो शेयर ट्रेडिंग और प्रॉपर्टी बेचने वाले लोगों को मदद करेगी।
बजट में सबसे बड़ी खबर है इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च का बढ़ना। अगले पाँच सालों में सड़कों, रेलways और पोर्ट्स पर 12 ट्रिलियन रुपये निवेश करने की योजना है। इसका मतलब है नौकरी के नए अवसर और कनेक्टिविटी सुधरनी। साथ ही, स्वास्थ्य और शिक्षा पर भी खास फोकस दिया गया – दो बड़े अस्पताल और कई नई स्कूल बनेंगे, जिससे ग्रामीण इलाकों में सुविधाएं बढ़ेंगी।
डिफेंस सेक्टर को 2 ट्रिलियन रुपये का बजट मिला है, जिसका उद्देश्य स्वदेशी हथियार विकास और मौजूदा उपकरणों की अपग्रेडेशन है। अगर आप रक्षा स्टॉक्स या सैन्य टेंडर में रुचि रखते हैं, तो इस सेक्टर के शेयर पर नजर रखिए।
कृषि क्षेत्र को भी नहीं छोड़ा गया – फसल बीमा, सिंचाई योजनाएं और किसानों के लिए सब्सिडी बढ़ाने की घोषणा हुई है। इससे किसान भाईयों को फसल नुकसान से बचाव मिलेगा और बाजार में स्थिरता आएगी।
बजट का असर सिर्फ बड़े परियोजनाओं तक सीमित नहीं रहता, यह रोज़मर्रा की खरीदारी और बचत पर भी पड़ता है। अगर आप म्यूचुअल फ़ंड या बॉण्ड में निवेश कर रहे हैं, तो नई टैक्स छूटों को ध्यान में रखते हुए पोर्टफोलियो रीबैलेंस करना समझदारी होगी।
अंत में, बजट का सबसे बड़ा मकसद है महंगाई को काबू में रखना। तेल, पेट्रोल और डीजल पर कर कम करके कीमतें स्थिर करने की कोशिश की गई है, जबकि खाद्य पदार्थों पर कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया। इस बात से रोज़ के किराने के खर्च में थोड़ा राहत मिल सकती है।
तो संक्षेप में, बजट 2024 आपके टैक्स बिल को हल्का करेगा, बड़े पैमाने पर विकास कार्य बढ़ाएगा और महंगाई के दबाव को कम करने की दिशा में कदम उठाएगा। अब आपको बस यह देखना होगा कि आप इन बदलावों से अपनी वित्तीय योजना कैसे बेहतर बना सकते हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के बाद आईटीसी के शेयर 5% उछलकर 489.80 रुपये पर पहुंच गए, क्योंकि सरकार ने सिगरेट पर 'सिन टैक्स' नहीं बढ़ाया। इस फैसले से आईटीसी की सिगरेट कारोबार को फायदा होगा, जो कंपनी के कुल मुनाफे का 80% और राजस्व का 45% योगदान करता है।
एक हालिया अध्ययन ने लंबी अवधि के निवेशकों को आगामी केंद्रीय बजट 2024 से जुड़ी संभावनाओं पर निवेश निर्णय न करने की सलाह दी है। यह अध्ययन ICICI सिक्योरिटीज द्वारा किया गया था। अध्ययन में भारतीय शेयर बाजार का ऐतिहासिक डेटा विश्लेषण कर यह निष्कर्ष निकाला गया है कि बजट घोषणाओं का बाजार रिटर्न पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ता है।