हर दिन ऑफिस या घर पर काम करने से दिमाग थक जाता है। अगर आप भी लगातार थका‑हुआ महसूस करते हैं, तो ये सात छोटे‑छोटे उपाय आपके लिए मददगार हो सकते हैं। पढ़िए और तुरंत आज़माइए!
1. पानी ज्यादा पीजिये – शरीर डीहाइड्रेटेड रहने पर तनाव बढ़ता है। सुबह उठते ही एक गिलास पानी और दिन में कम से कम 6‑8 कप रखें।
2. छोटी‑छोटी ब्रेक लें – 90 मिनट के काम के बाद 5‑10 मिनिट का आराम दिमाग को रीसेट कर देता है। स्ट्रेचिंग या विंडो से बाहर देखना भी फायदेमंद रहता है।
3. काम की लिस्ट बनायें – कौन‑सी चीज़ पहले करनी है, उसे लिखकर प्राथमिकता तय करें। इससे दिमाग में उलझन नहीं रहती और काम जल्दी पूरा होता है।
4. सोशल मीडिया को सीमित रखें – नोटिफिकेशन बार‑बार आने से ध्यान बंटता है। एक टाइमर सेट कर के चैक इन टास्क के बाद ही सोशल मीडिया खोलें।
5. गहरी साँस लेना – 4‑7‑8 पैटर्न अपनाएँ: चार सेकंड तक inhale, सात तक hold और आठ तक exhale। इसे दो‑तीन बार करने से हार्ट रेट घटता है और मन शांत होता है।
6. मिनिमल मेडिटेशन – पाँच मिनट के लिए आँखें बंद करके सिर्फ़ अपनी सांस पर ध्यान दें। शुरुआती लोगों को गाइडेड ऐप या यूट्यूब वीडियो मदद कर सकते हैं।
7. संगीत या पॉपर्स – हल्का instrumental संगीत या बर्ड्स की आवाज़ बजाने से तनाव हार्मोन कम होते हैं। ऑफिस में हेडफ़ोन्स का इस्तेमाल करके खुद को एक शांत माहौल दें।
इन सब बातों को रोज़ाना अपनाते रहिए, तो काम के दिमागी बोझ पर काबू पाना आसान हो जाएगा। याद रखिये, तनाव पूरी तरह खत्म नहीं होता, लेकिन सही आदतें उसे manageable बना देती हैं। अगर फिर भी परेशानी लगे, तो प्रोफेशनल मदद लेने में कोई हिचकिचाहट ना रखें। आपके स्वास्थ्य का ख्याल रखना सबसे बड़ा काम है।
केरल की 26 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबस्टियन पेराइल की अत्यधिक काम के तनाव और कठोर कामकाजी परिस्थितियों के कारण दुखद मौत हो गई। उनकी मां, अनीता ऑगस्टीन ने EY इंडिया के चैयरमेन को पत्र लिखा है, जिसमें अन्ना की मौत के लिए कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है। यह घटना EY और व्यापक तौर पर कंसल्टिंग इंडस्ट्री के कार्य संस्कृति पर सवाल खड़े करती है।