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रेंज टैग: क्या है, क्यों ज़रूरी और क्या खबरें मिलेंगी यहाँ?

जब आप ‘रेंज’ शब्द सुनते हैं तो दिमाग में कई चीज़ें आ सकती हैं – शेयर की रेंज, प्रोडक्ट की कीमत रेंज, या फिर कोई जियोग्राफिक रेंज। इस पेज पर हम वही रेंज‑से‑जुड़ी ख़बरें, डेटा और आसान समझ लेकर आते हैं, ताकि आप जल्दी से समझ सकें कि आपका पैसा या ख़रीददारी कहाँ फिट बैठती है।

स्टॉक और कंपनी की रेंज: ऑला इलेक्टрик का केस

उदाहरण के तौर पर ‘Ola Electric ब्लॉक डील ₹731 करोड़’ की ख़बर में हमने देखा कि शेयर की कीमत 51.4 रुपए औसत पर रही और यह पिछले बंद भाव से करीब 4 % डिस्काउंट था। यही वो ‘रेंज’ है जिसे निवेशकों को देखना चाहिए – यानी हद, चलन और संभावित गिरावट या बढ़ोतरी। अगर आपको ऐसे ब्लॉक डील में हिस्सा लेना है तो रेंज समझना फायदेमंद रहता है।

सुवर्ण और वस्तुओं की कीमत रेंज: सोना, एयरलाइन, लॉटरी

सोने की कीमतों में भी रेंज काफी बोलती है। 28 मार्च 2025 को 24‑कैरेट सोना मुंबई में 90,980 ₹/10 ग्राम तक पहुँचा, जबकि 22‑कैरेट सोना 83,400 ₹ पर रहा। ऐसे रेंज को देख कर ट्रेडर्स तय करते हैं कि कब ख़रीदें या बेचें। इसी तरह एयर इंडिया के फ्लाइट AI180 में इंजिन गड़बड़ी की वजह से रूट बदलने की खबर ने यात्रियों को विकल्प रेंज (वैकल्पिक फ्लाइट, होटल) दिखा दिया। लॉटरी में Shillong Teer और Nagaland Lottery के नंबर भी रेंज‑आधारित होते हैं – सुबह‑दोपहर की दो रेंज में निकले नंबरों को देखते ही लोग बोली लगाते हैं।

अब सवाल उठता है – रेंज कैसे तय होती है? आम तौर पर यह बाजार की माँग‑सप्लाई, आर्थिक सूचकांक और कभी‑कभी राजनीतिक वाणिज्यिक इवेंट्स से प्रभावित होती है। जब कोई नीति परिवर्तन या अंतरराष्ट्रीय तनाव आता है (जैसे ट्रेड तनाव के बाद सोने की कीमत में उछाल), तो रेंज तुरंत बदल जाती है। इसलिए रोज़मर्रा की ख़बरों में रेंज पर नज़र रखना स्मार्ट फ़ैसला बनाने में मदद करता है।

अगर आप एक निवेशक या कंज्यूमर हैं तो इस टैग की ख़बरों में अक्सर नीचे दी गई जानकारी मिलेगी:

  • कंपनी की शेयर रेंज (हाई‑लॉ, लो‑प्राइस)
  • उत्पाद की कीमत रेंज (आगे‑पीछे 10 % तक)
  • बाजार/उद्योग रेंज (सेक्टर्स की ग्रोथ/डिप्रेसन)
  • भविष्य के रेंज प्रोजेक्शन (विश्लेषकों की राय)

इनमें से कौन‑सी जानकारी आपके लिए सबसे ज़्यादा उपयोगी है, यह आपके लक्ष्य पर निर्भर करता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आप SBI PO के परिणाम देख रहे हैं तो 2025 के चयन प्रक्रिया में ‘रेंज’ का मतलब है कि कितने पद खुलेंगे और कब तक अंतिम मेरिट तय होगी। वही अगर आप क्रिकेट का फैन हैं तो ‘रेंज’ शब्द का उपयोग मैच‑संकुचन (ओवर, रन‑रेंज) के लिये किया जाता है, जैसे शुभमन गिल का 103‑रन का पिच‑रेंज।

अंत में, रेंज सिर्फ एक आंकड़ा नहीं – यह एक दिशा है। जब भी आप इस टैग पर कोई ख़बर पढ़ें, तो सोचे कि यह रेंज आपके अगले कदम को कैसे बदल सकती है। चाहे शेयर में निवेश हो, सोने की ख़रीद‑फरोख्त, या सिर्फ एक खेल का परिणाम, रेंज को समझना आपके फैसलों को स्पष्ट बनाता है।

Mahindra XEV 9e और BE 9e: 656 किमी रेंज, 20 मिनट फास्ट चार्ज और प्रीमियम फीचर्स का पूरा खाका

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महिंद्रा ने नई प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUVs XEV 9e और BE 9e की तस्वीर साफ कर दी है। XEV 9e में 59 kWh और 79 kWh बैटरी विकल्प, 656 किमी तक की रेंज, 282 bhp तक की पावर और 180 kW DC फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलता है। 7 एयरबैग, लेवल-2 ADAS और भारत NCAP में 5-स्टार रेटिंग भी शामिल है। BE 9e को फ्लैगशिप पोजिशनिंग के साथ उतारने की तैयारी है।

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