हर दिन सड़कों पर कई दुर्घटनाएँ होती हैं, कुछ छोटी तो कुछ बड़ी. आप भी कभी-कभी ट्रैफिक में फँसे होते हैं और सोचते हैं कि अगली बार क्या अलग होगा? इस लेख में हम हाल की खबरों, आम कारणों और आसान सुरक्षा टिप्स को समझेंगे, ताकि आपका सफर सुरक्षित रहे.
पिछले हफ़्ते दिल्ली‑मुंबई हाईवे पर एक बड़ी कार-ट्रक टक्कर में पाँच लोग घायल हुए। पुलिस का कहना था कि तेज़ गति और ओवरटेकिंग ने इस हादसे को बुलाया। इसी तरह, बेंगलुरु में दो बसों की टक्करों से 12 यात्रियों को चोट आई, जहाँ ड्राइवर ने लाल बत्ती तोड़ दी थी. इन घटनाओं से पता चलता है कि तेज़ी, लापरवाही और ट्रैफ़िक नियमों का उल्लंघन मुख्य कारण हैं.
महाराष्ट्र में एक स्थानीय समाचार चैनल ने रिपोर्ट किया कि बारिश के दौरान सड़कों पर फिसलन बढ़ गई और कई मोटरसाइकिलें गिर गईं। इस मौसम में टायर की सही प्रेशर, हेल्मेट पहनना और गति घटाना जरूरी है. इन उदाहरणों से हम सीखते हैं कि मौसम, वाहन रख‑रखाव और ड्राइवर का व्यवहार मिलकर दुर्घटना को तय करते हैं.
सबसे पहला कदम – हेल्मेट और सीट बेल्ट पहनना. चाहे आप कार चलाएँ या दोपहिया, ये चीज़ें जान‑लेवा बचाव करती हैं. दूसरा, गति सीमा का पालन करें. अगर 60 किमी/घंटा लिखा है तो उसी पर रहें; तेज़ी से ब्रेक लगाना मुश्किल हो जाता है.
तीसरा, मोबाइल या किसी और काम में हाथ न लगाएँ जब आप ड्राइव कर रहे हों. एक बार गाड़ी रोककर कॉल करें, फिर आगे बढ़ें. चौथा, टायर की प्रेशर हर महीने चेक करें और ब्रेक सिस्टम को नियमित सर्विस पर रखें.
पाँचवां टिप – मौसम का ध्यान रखें. बारिश या धुंध में हेडलाइट ऑन रखें, स्पीड घटाएँ और फॉलोिंग डिस्टेंस बढ़ाएँ. अगर बर्फीली सड़कों पर यात्रा करनी पड़े तो स्नो टायर या चेन इस्तेमाल करें.
अंत में, सड़क पर दूसरों के साथ सम्मान से पेश आएँ. ज़्यादा तेज़ ओवरटेक न करें और जंक्शन पर पूरी तरह रुकें. ये छोटे‑छोटे कदम बड़ी दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं और आपका सफर आरामदायक बनाते हैं.
आपके पास कोई विशेष प्रश्न या स्थानीय खबर है? कमेंट में लिखिए, हम उसे भी कवर करेंगे. याद रखें, सुरक्षित ड्राइविंग सिर्फ़ कानून नहीं, जीवन की ज़िम्मेदारी है.
मध्यप्रदेश के 26 वर्षीय आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। वे अपनी पहली पोस्टिंग के लिए कर्नाटक के होलेनरसीपुर जा रहे थे। पुलिस वाहन का टायर फटने से उनका वाहन एक पेड़ से टकरा गया, जिससे उन्हें मस्तिष्क में गंभीर चोटें आईं। उनके निधन से परिवार शोकमग्न है और सड़क सुरक्षा की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है।