हर दिन सड़कों पर लाखों लोग चलते‑फिरते हैं, लेकिन छोटी सी लापरवाही भी बड़ी चोट का कारण बन सकती है। इस टैग पेज में हम आपको आसान टिप्स, ताज़ा खबरें और सरकारी पहलें बताएँगे ताकि आप सुरक्षित रह सकें।
पहली बात – सीट बेल्ट हमेशा पहनिए, चाहे 5 किमी दूर ही क्यों न जाएँ। आँख़ों से सिग्नल देखना और कान से हॉर्न सुनना दोनो जरूरी है। तेज़ गति का बहाना नहीं, ट्रैफ़िक संकेतों को मानें।
दूसरा टिप – मोबाइल फोन पर बात करते‑समय ड्राइविंग न करें। अगर कॉल ज़रूरी हो तो हैंड‑फ्री लाइटनिंग या रुक कर जवाब दें। कई बार एक सेकंड की देर से बचाव संभव हो जाता है।
तीसरी बात – रात में हेडलाइट सही दिशा में रखें और फॉग लैम्प का उपयोग करें। अगर बारिश या धुंध है तो स्पीड कम करके दूरी बढ़ाएँ, ताकि अचानक ब्रेक लगाना आसान रहे।
सरकार ने 2023‑2025 में रोड सेफ्टी को सुधारने के लिये कई योजनाएं शुरू की हैं। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा मिशन (NSSM) हर साल 10% दुर्घटनाओं को घटाने का लक्ष्य रखता है। इस मिशन में तेज़ गति रडार, स्कूल ज़ोन पर स्पीड बम्प और सड़कों पर सीसीटीवी कैमरा शामिल हैं।
एक और कदम – ‘सेफ ड्राइवर’ ऐप ने टैक्टिकल अलर्ट्स देने की सुविधा शुरू की है। जब आप किसी हाई‑रिस्क एरिया के पास पहुंचते हैं तो मोबाइल पर चेतावनी आती है, जिससे आप सावधान रह पाते हैं।
सड़क सुरक्षा केवल सरकार का काम नहीं, हर ड्राइवर को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। अपने वाहन की नियमित सर्विसिंग, टायर प्रेशर चेक और ब्रेक सिस्टम की जाँच से भी दुर्घटनाओं में कमी आती है।
अगर आप साइकिल या पैदल चल रहे हैं तो हेल्मेट न पहनने या रिफ्लेक्टिव कपड़े ना पहनने को गंभीरता से लें। कई बार एक छोटा रिफ्लेक्टर ही आपका बचाव कर देता है, खासकर रात के समय।
अंत में, जब भी आप किसी नई सड़क पर ड्राइव करें तो पहले उसका मैप देखिए और संभावित डैंजर्स का अंदाज़ा लगाइए। ऐसा करने से न सिर्फ़ आपका टाइम बचता है बल्कि अनावश्यक तनाव से भी मुक्त रहते हैं।
इस पेज को नियमित रूप से पढ़ते रहें, क्योंकि सड़्क सुरक्षा के नियम हमेशा बदलते रहते हैं। नई तकनीक, नए नियम और वास्तविक केस स्टडीज़ यहाँ मिलेंगे जो आपकी ड्राइविंग लाइफ को आसान बनायेंगे।
मध्यप्रदेश के 26 वर्षीय आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। वे अपनी पहली पोस्टिंग के लिए कर्नाटक के होलेनरसीपुर जा रहे थे। पुलिस वाहन का टायर फटने से उनका वाहन एक पेड़ से टकरा गया, जिससे उन्हें मस्तिष्क में गंभीर चोटें आईं। उनके निधन से परिवार शोकमग्न है और सड़क सुरक्षा की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है।