आप शिमला के ठंडे पहाड़ों से थोड़ा दूर, मेघालय की हरी-भरी धरती पर आएँ तो शिजांग (Shillong) का नाम ज़रूर सुनेंगे। यहाँ की हवा में एक अलग ही ताज़गी है और खबरें भी उतनी ही दिलचस्प। इस पेज पर हम आपको शिजांग से जुड़ी सबसे नई ख़बरें, लॉटरी परिणाम और यात्रा टिप्स देंगे, ताकि आप हर बात तुरंत जान सकें।
शिलॉंग तीर (Teer) मेघालय की एक खास लॉटरी है जहाँ लोग सुबह‑दोपहर दो बार नंबर्स चुनते हैं। सबसे हालिया परिणाम 4 नवंबर 2024 का था: सुबह के सत्र में 16 और 56, दोपहर में 09 और 82 निकले थे। अगर आप नियमित खिलाड़ी हैं तो यह जानकारी आपके अगले दांव को सही दिशा देगी। तीर खेल पूरी तरह से कानूनी है, लेकिन हमेशा जिम्मेदारी से खेलें – जीतना अच्छा है, लेकिन नुकसान नहीं उठाना चाहिए।
पर्यटन की बात करें तो शिजांग का नाम हर ट्रैवल ब्लॉगर की सूची में रहता है। यहाँ के डडो पैलेस, उइंग पोरिंग वॉल्ट्स और मोबिल्ली झील को देख कर मन खुश हो जाता है। मौसमी बदलाव भी यहाँ बड़े असर डालते हैं – बरसात के महीने में हरियाली चार चाँद लगती है, जबकि सर्दियों में ठंडी हवा से पहाड़ों की धुंध बन जाती है। अगर आप इस समय यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो हल्की जैकेट और वाटरप्रूफ़ जूते ले जाना न भूलें।
शिजांग के स्थानीय बाजार भी कमाल के होते हैं। यहाँ की बायो‑ड्रिंक ‘कुंग क़ी’ या फिर मीठा ‘सौगंधि’ आज़माएँ, ये स्वाद आपके खाने के अनुभव को और यादगार बना देंगे। साथ ही, मेघालय में कई छोटे‑छोटे उत्सव होते हैं – जैसे कि इन्फॉर्मल ‘शिलॉंग फ़ेस्टिवल’, जहाँ लोक संगीत और नृत्य का मज़ा मिलता है।
यदि आप शिजांग की खबरों को लगातार फॉलो करना चाहते हैं, तो इस पेज पर आते रहिए। हम हर दिन नई अपडेट लाते रहते हैं – चाहे वह तीर परिणाम हों, मौसम रिपोर्ट या फिर स्थानीय राजनीति की कोई बड़ी ख़बर। इस तरह आप बिना किसी देर के सब कुछ जान पाएँगे और अपना समय बेहतर इस्तेमाल कर सकेंगे।
समाप्ति में यही कहूँगा कि शिजांग सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि एक अनुभव है। यहाँ की प्रकृति, संस्कृति और लोगों की सादगी मिलकर आपको फिर से वापस आने का मन बनाए रखती है। तो अगली बार जब आप मेघालय के बारे में सोचें, तो शिजांग को जरूर याद रखें – और हमारी साइट पर आएँ, जहाँ हर ख़बर आपके लिए तैयार रहती है।
7 जनवरी 2025 को तिब्बत के शिजांग स्वायत्त क्षेत्र में एक भयंकर 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र डिंगरी काउंटी में था, जो काठमांडू से 230 किमी उत्तर-पूर्व में है। भूकंप के परिणामस्वरूप 53 लोगों की मौत हुई और 62 घायल हुए। लगभग 57,000 लोग इसकी चपेट में आ गए। नेपाल के 13 जिलों में भी इसका असर महसूस किया गया।