पिछले हफ़्ते कई शहरों में अचानक ठंडा मौसम देखना मिला। हवा तेज़ थी, सुबह‑संध्या का तापमान नीचे गिर गया और लोग अपने कपड़े दोहरी करने लगे। यह वही शीत लहर है जिसके बारे में हम हर दिन की ख़बरों में सुनते हैं। अगर आप भी इस मौसम से परेशान हैं तो आगे पढ़िए, आपको समझ आएगा कि क्यों इतना असर पड़ रहा है और क्या करना चाहिए।
सबसे बड़ा कारन है उत्तर-पश्चिमी हवा का दक्षिण‑पूर्व की ओर बहना। जब यह ठंडी हवा हिमालय से नीचे आती है तो पूरे देश में तापमान घट जाता है। साथ ही, बड़े पैमाने पर वायुमंडलीय दबाव कम होना भी ठंड को तेज़ करता है। पिछले दिनों में हम देखे कि राजस्थान और हरियाणा में रात‑भर का ताप 5 °C तक गिर गया, जबकि पहले वही जगहें 20 °C के आसपास रहती थीं।
एक और कारण है जलवायु परिवर्तन से जुड़े असामान्य पैटर्न। वैज्ञानिक कह रहे हैं कि कभी‑कभी गर्मी की लहर के बाद अचानक ठंडा पड़ना सामान्य हो रहा है। इससे फसल, स्वास्थ्य और रोज़मर्रा की ज़िन्दगी पर असर दिखता है।
सबसे पहले तो अपने कपड़े दोहरी कर लें। हल्की जैकेट के ऊपर स्वेटर या शॉल पहनें, ताकि शरीर गर्म रहे। बाहर निकलते समय टोपी और दस्ताने न भूलें; सिर और हाथ जल्दी ठंडे होते हैं। अगर आपको दमा या अस्थमा है तो डॉक्टर से सलाह लेकर इनहेलर साथ रखें।
घर में ही रहना बेहतर रहेगा, लेकिन अगर जाना पड़े तो कार या सार्वजनिक वाहन का एसी बंद कर दें और विंडो खोलकर हवा को बाहर निकलने दें। इससे अंदर की ठंडी हवा कम होगी। खाने‑पीने में गर्म सूप, अदरक वाली चाय या शहद मिलाकर सेवन करें; ये शरीर के भीतर से गर्मी बढ़ाते हैं।
खेती करने वाले किसान भाई भी तैयार रहें। अगर फसल पर बर्फ या धुंध पड़ रही है तो तुरंत ढक्कन लगाएँ और पौधों को हल्के पानी की बूंदें दें। इससे जड़ें ठंडी नहीं होंगी।
शीत लहर के प्रभाव सिर्फ मौसम तक ही सीमित नहीं होते। बिजली की मांग बढ़ती है, गैस कनेक्शन पर दबाव बनता है और ट्रैफ़िक में भी देरी हो सकती है। इसलिए अपने कार्यस्थल या स्कूल को पहले से सूचित करें ताकि कोई परेशानी न हो।
आख़िरकार, शीत लहर एक प्राकृतिक प्रक्रिया है लेकिन सही तैयारी से इसका असर कम किया जा सकता है। अगर आप इन आसान टिप्स को अपनाएँ तो ठंड के दिन भी आराम से रह पाएँगे। अगले हफ़्ते के मौसम अपडेट के लिए हमारी साइट पर बने रहें – हम हर नई ख़बर आपके सामने लाते रहेंगे।
उत्तर भारत में भीषण शीत लहर के चलते हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी हुई है। श्रीनगर में तापमान -3.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इस कारण कई पर्यटक मनाली में फंसे हुए हैं। वहीं सर्द मौसम के कारण ट्रेन सेवाओं में भी देरी हो रही है। दक्षिण भारत में बारिश की संभावना है जिससे क्रिसमस के दौरान उत्सव प्रभावित हो सकते हैं।