उत्तर भारत में शीत लहर का प्रकोप
उत्तर भारत के कई राज्यों में भीषण शीत लहर का प्रकोप जारी है, जिसके चलते भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कड़ा अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर विशेष रूप से इससे प्रभावित हैं, जहां तापमान में भारी गिरावट देखी जा रही है। श्रीनगर में तापमान -3.6 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है, जो इस क्षेत्र में भीषण 40-दिनों की सर्दियों की अवधि 'चिल्लाई कलां' की शुरुआत का संकेत देता है। इस ठंड के कारण सामान्य जीवन प्रभावित हो गया है। पारा गिरने के साथ ही सामान्य जन-जीवन पर गहरा असर पड़ा है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश का प्रमुख पर्वतीय शहर मनाली, इस सर्दी में बर्फ की चादर से ढका हुआ है। भारी बर्फबारी के कारण यातायात रोक दिया गया है और कई पर्यटक यहाँ फंस गए हैं। बर्फ से ढके हुए पहाड़ों की प्राकृतिक सुंदरता के बीच मनाली अपने चमकीले बर्फीले दृश्य की वजह से पर्यटकों को भी आकर्षित कर रहा है। हालांकि, इन मुश्किल हालातों में, स्थानीय प्रशासन सभी आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए काम कर रहा है। जीवन यापन में आ रही चुनौतियों के बावजूद, कुछ लोग क्रिसमस और नववर्ष की खुशियाँ मनाने के लिए यहाँ पहुँच रहें हैं।
उत्तर भारत में कोहरे की समस्याएं
उत्तर भारत में अन्यत्र, घना कोहरा बढ़ती ठंड के कारण परेशानी बढ़ा रहा है। दिल्ली डिवीजन की उत्तरी रेलवे सबसे अधिक प्रभावित हुई है, जहाँ कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से काफी देर से चल रही हैं। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे स्टेशन जाने से पहले ट्रेनों की स्थिति की जाँच कर लें। कोहरा न केवल ट्रेन सेवाओं में विलंब का कारण बन रहा है, बल्कि सड़क परिवहन और हवाई यातायात पर भी असर डाल रहा है। ठंड बढ़ने के साथ ही लोग जल्दी से अपने घरों में दुबक रहे हैं और सामाजिक जीवन पहले से भी अधिक प्रभावित हो रहा है।
दक्षिण भारत में बारिश की संभावना
दक्षिण भारत में, मौसम विभाग निम्न दबाव वाले क्षेत्र की वजह से होने वाली बारिश के लिए सतर्क है। बंगाल की खाड़ी में बने इस निम्न दबाव के कारण तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इन राज्यों में रहने वाले लोग विशेष रूप से क्रिसमस के मौके पर बारिश की संभावना को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि यह त्योहार के जश्न को प्रभावित कर सकती है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और रायलसीमा में 25-26 दिसंबर के बीच गरज और बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।
मछुआरों के लिए चेतावनी
आईएमडी ने पश्चिम मध्य और साथ लगते दक्षिण बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ दक्षिण आंध्र प्रदेश-उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों के मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए चेतावनी दी है। इसके अलावा, 26 दिसंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और लगते मैदानी इलाकों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम के और भी अधिक खराब होने की संभावना है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही उच्च आर्द्रता वाली हवाएँ 28 दिसंबर तक मौसम में और भी खराबी ला सकती हैं।
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