हर कोई जब बड़ी फ़ैसल़े करता है – चाहे शेयर खरीदना हो, शादी की तारीख तय करनी हो या किसी बड़े खेल मैच का टाइम‑टेबल बनाना हो – तो वह शुभ मुहूर्त देखता है। इस टैग में हमने वही ख़बरें इकट्ठी कर दी हैं जो आपके फैसलों को सही दिशा दे सकती हैं। नीचे पढ़िए कैसे वित्त, खेल और राजनीति में मुहूर्त का असर पड़ता है और कौन‑सी खबरें आपका ध्यान खींच रही हैं।
बाजार वाले अक्सर कहते हैं कि “सही दिन, सही घड़ी” से ट्रेडिंग में फर्क आता है। हाल ही में Ola Electric की ब्लॉक‑डील के साथ कई निवेशकों ने सवाल उठाए – क्या इस डील का समय शुभ था? रिपोर्ट बताती है कि यह डील 14.22 करोड़ शेयर बदलते हुए औसत ₹51.4 पर हुई, जो पिछले स्तर से लगभग 4% कम थी। विशेषज्ञ कहते हैं कि ऐसे बड़े सौदे अक्सर वित्तीय वर्ष के अंत या नई नीति घोषणा के बाद होते हैं, जिससे मार्केट में अस्थिरता बढ़ती है। अगर आप अगले साल बड़ी स्टॉक खरीदने की सोच रहे हैं तो आर्थिक कैलेंडर में बजट डे, निफ्टी/सेनसेक्स के ऐतिहासिक रुझान और वित्तीय क्वार्टर खत्म होने के बीच का समय देखें – ये अक्सर शुभ माना जाता है।
इसी तरह Nikkei 225 की हल्की गिरावट को लेकर भी सवाल उठे हैं। कुछ एनालिस्ट कहते हैं कि इस इंडेक्स में निवेश करने से पहले जापान की आर्थिक नीति के बदलाव और मौसमी रुझानों पर गौर करना चाहिए, क्योंकि 2025 तक इसका ग्रोथ ट्रेंड पॉजिटिव रहने की संभावना है। यदि आप अंतरराष्ट्रीय शेयरों को पोर्टफ़ोलियो में जोड़ना चाहते हैं तो इस तरह के “शुभ” टाइम‑फ्रेम का उपयोग कर सकते हैं।
स्पोर्ट्स फ़ैन अक्सर पूछते हैं – क्या वर्ल्ड कप या टॉप मैच को किसी विशिष्ट समय पर खेलना चाहिए? उदाहरण के तौर पर ट्रैविस स्कॉट और काइली जेनर की लंदन फॅशन शो में टाइमिंग का चुनाव काफी ध्यान से किया गया, जिससे दर्शकों का एंगेजमेंट ज़्यादा रहा। इसी तरह क्रिकेट में शुभमन गिल ने 35 साल बाद मैनचेस्टर में टेस्ट शतक बनाया – इस जीत के पीछे उनका सही समय पर पिच चयन और मौसम की समझ थी।
राजनीति में भी शुभ मुहूर्त का बड़ा रोल है। राहुल गांधी द्वारा आयोजित चुनाव अभियान को 11 अगस्त 2025 को शुरू करने से पहले कई नेताओं ने इसे “शुभ” बताया, क्योंकि उस दिन मौसम साफ़ और जनता की उत्सुकता अधिक थी। वहीँ पर BCCI अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने पाकिस्तान के खिलाफ दुविधापूर्ण मैच में टाइमिंग का चुनाव किया ताकि दोनों टीमों को समान अवसर मिले। ऐसे फैसले अक्सर सुरक्षा एवं दर्शक सहभागिता को ध्यान में रखकर किए जाते हैं।
अगर आप शादी या कोई बड़ा कार्यक्रम योजना बना रहे हैं तो इस टैग की ख़बरें मददगार होंगी। कई बार शौकीन लोग “शुभ मुहूर्त कैलेंडर” देख कर अपने इवेंट का दिन तय करते हैं, क्योंकि ऐसा लगता है कि शुभ समय पर चीज़ें बेहतर चलती हैं। यहाँ तक कि डिल्ली मेट्रो ने चुनाव दिवस में सर्विस टाइमिंग बदलकर यात्रियों को सुविधा देने की कोशिश की – इसे भी एक तरह की सामाजिक मुहूर्त माना जा सकता है।
तो संक्षेप में, शुभ मुहूर्त सिर्फ आध्यात्मिक मान्यता नहीं, बल्कि वित्तीय, खेल और राजनीतिक निर्णयों में एक व्यावहारिक टूल भी बन गया है। इस टैग पर मिलने वाली ख़बरें आपको सही समय चुनने में मदद करेंगी – चाहे वह शेयर खरीदना हो, बड़े इवेंट की योजना बनानी हो या किसी मैच का टाइम‑टेबल सेट करना हो। अब जब आप यहाँ आए हैं, तो उन लेखों को पढ़िए जो आपके सवालों के जवाब दे सकते हैं और अपने अगले कदम को भरोसेमंद बना सकते हैं।
तुलसी विवाह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो 13 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु (शालिग्राम रूप में) और देवी तुलसी का विवाह होता है। इस शुभ अवसर की शुरुआत संध्या 5:29 से 7:52 बजे तक होगी। भक्तों को इस दिन स्वयं को शुद्ध कर तुलसी के पौधे और शालिग्राम को रंग-बिरंगे वस्त्र और पुष्पों से सजाना चाहिए। इस पूजा में मंत्रों का जप अत्यंत महत्वपूर्ण है।