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टेनिस इतिहास: कैसे शुरू हुआ इस रोमांचक खेल का सफ़र

क्या आप कभी सोचते हैं कि टेनिस आज जैसा है, वह कब बना? असली कहानी 12वीं सदी की फ्रांस से शुरू होती है, जहाँ ‘जॉय-डेस-टैबिल’ नाम का एक खेल खेला जाता था। इस खेल में हाथ में रैकेट और जमीन पर छोटे गड्डे होते थे. धीरे‑धीरे इसे यूरोप के शाही घरानों में अपनाया गया और 19वीं सदी में इंग्लैंड में ‘लॉन टेनिस’ के रूप में लोकप्रिय हुआ.

प्राचीन जड़ों से लॉन टेनिस तक

1874 में विंसफील्ड, इंग्लैंड में पहला आधिकारिक कोर्ट बना और 1877 में विम्बलडन का आयोजन शुरू हुआ. इस टूर्नामेंट ने खेल के नियमों को मानकीकृत किया – जैसे सर्व करने की दिशा, स्कोरिंग सिस्टम (15‑30‑40) आदि. बाद में ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और अमेरिका ने अपने राष्ट्रीय चैम्पियनशिप शुरू किए, जिससे टेनिस एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुँच गया.

1900 के दशक में ‘ट्रैडिशनल’ शैली से ‘ऑपन एरा’ तक बदलाव आया. रैकेट की सामग्री भी लकड़ी से ग्रेफाइट और फिर कार्बन फाइबर में बदल गई, जिससे खेल तेज़ और शक्तिशाली बना. ये तकनीकी उन्नति खिलाड़ी के स्ट्रोक्स को लंबा और सटीक बनाती है.

भारत में टेनिस की उन्नति और सितारे

भारत में टेनिस का पहला बड़ा कदम 1948 में आया, जब भारतीय टीम ने ड्यूबली कप (अब बैडर कप) के लिए पहली बार खेला. लेकिन असली ब्रेकथ्रू 1990‑दशकों में आया – लेंडर पाइस, विजय खड़गे और बाद में संया मिरजा जैसे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमके.

लेंडर पाइस ने 1996 के एशियाई खेलों में भारत को पहला टेनिस स्वर्ण दिलाया, फिर 1999 में ऑस्ट्रेलिया ओपन में सिंगल्स फ़ाइनल तक पहुँच कर देश का नाम रोशन किया. संया मिरजा ने 2012 में रजत जुगनू ट्रॉफी जीती और कई ग्रैंड स्लैम फाइनल में भाग लेकर भारत की टेनिस पहचान को नया आयाम दिया.

आज युवा वर्ग में शारदा पवन, अजय मिश्रा जैसी उभरती प्रतिभाएँ हैं जो वर्ल्ड टूर पर लगातार पॉइंट स्कोर कर रही हैं. उनका लक्ष्य न केवल व्यक्तिगत जीत है, बल्कि भारत को फिर से विश्व टेनिस मानचित्र पर शीर्षस्थ बनाना भी है.

टेनिस इतिहास की इस यात्रा में हर दशक ने कुछ नया दिया – नियमों में बदलाव, तकनीकी उन्नति और नई पीढ़ी के स्टार्स. अगर आप टेनिस के फैन हैं या सिर्फ खेल की कहानी जानना चाहते हैं, तो हमारे साइट पर मौजूद लेख पढ़ें. यहाँ आपको पुराने मैच रिव्यू, खिलाड़ी प्रोफ़ाइल और आने वाले टूर्नामेंट की अपडेट मिलेंगे.

टेनिस का इतिहास जितना रोमांचक है, उतनी ही तेज़ी से यह आगे बढ़ रहा है. इस खेल को समझना आसान नहीं, पर हर नया एपीसोड आपके ज्ञान को बढ़ाता है. पढ़ते रहिए और टेनिस की दुनिया में अपनी जगह बनाइए.

Venus Williams ने 45 की उम्र में US Open 2025 में रचा इतिहास: 40 साल बाद सबसे उम्रदराज़ सिंगल्स खिलाड़ी

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45 साल की Venus Williams ने US Open 2025 में लौटकर इतिहास रच दिया। वे 40 से अधिक साल में टूर्नामेंट की सबसे उम्रदराज़ सिंगल्स खिलाड़ी बनीं और अपने करियर की 25वीं US Open उपस्थिति दर्ज की। पहले दौर में 11वीं वरीय Karolina Muchova से तीन सेट में हार के बावजूद उनका जज़्बा छाया रहा। 49 एकल खिताब और 7 ग्रैंड स्लैम जीत चुकीं वीनस की यह वापसी उनके लंबे करियर की मिसाल है।

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