आप यौन उत्पीड़न से जुड़ी खबरों को एक ही जगह देखना चाहते हैं? यहाँ हम रोज़मर्रा की घटनाओं, कोर्ट केसों और सुरक्षा टिप्स का सरल सारांश देते हैं. चाहे आप पीड़ित हों या जागरूकता फैलाना चाहें, ये जानकारी आपके काम आएगी.
पिछले महीने दिल्ली में एक हाई‑स्कूल टीचर पर छात्रा के साथ अनुचित व्यवहार का आरोप लगा। पुलिस ने तुरंत FIR दर्ज की और जांच शुरू कर दी. इसी तरह, मुंबई में एक बड़े कॉरपोरेशन के HR मैनेजर को कर्मचारियों द्वारा दुरुपयोग का शिकार बताया गया; कंपनी ने तत्काल सस्पेंड किया और आंतरिक जाँच शुरू की.
ट्रेंडी सोशल मीडिया केस भी नहीं छूटे। एक लोकप्रिय यूट्यूबर पर लैंगिक उत्पीड़न के आरोप लगते ही उसके चैनल को कई प्लेटफ़ॉर्म्स ने ब्लॉक कर दिया. इस तरह के मामलों में अक्सर पीड़ितों को तुरंत समर्थन समूह मिलते हैं, जो कानूनी मदद और मनोवैज्ञानिक सलाह देते हैं.
यदि आप या आपका कोई जान‑पहचान वाला यौन उत्पीड़न का शिकार हुआ है तो सबसे पहले पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करें. FIR बनवाते समय घटनाक्रम, तारीख, जगह और साक्ष्य (जैसे मैसेज, वीडियो) साफ़-साफ़ लिखें. यह प्रक्रिया अक्सर डरावनी लगती है, पर भरोसा रखें कि कानूनी प्रणाली आपका साथ देगी.
कानून में महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा अधिनियम है – वॉम्पी एक्ट. यह 2013 से लागू है और इसमें यौन उत्पीड़न के मामलों को तेज़ ट्रायल, फास्ट‑ट्रैक कोर्ट और पीड़ित संरक्षण की व्यवस्था है. पुरुषों पर भी समान कानून लागू होते हैं; आप अपने अधिकारों के बारे में वकील से सलाह ले सकते हैं.
सुरक्षा के लिए कुछ आसान कदम अपनाएँ: सार्वजनिक जगहों में अकेले न जाएँ, मोबाइल लोकेशन शेयर करें, और अगर कोई असहज महसूस करे तो तुरंत मदद माँगें. कई NGOs 24 घंटे हॉटलाइन चलाते हैं – जैसे जवाबदेही हेल्पलाइन (1098) – जहाँ से आप गुप्त रूप में रिपोर्ट कर सकते हैं.
समाज में बदलाव लाने के लिए बात करना ही पहला कदम है. अपने आसपास के लोगों को जागरूक करें, स्कूल‑कॉलेज में सत्र आयोजित हों और कंपनियों को यौन उत्पीड़न नीतियां बनानी चाहिए. जब हम सब मिलकर इस समस्या पर खुल कर चर्चा करेंगे तो भविष्य में ऐसे केस कम होंगे.
मार्केटर्स न्यूज़ हर दिन नई खबरें लाता है, इसलिए आप यहाँ नियमित रूप से चेक करते रहें. अगर कोई नया मामला या मदद के टिप्स आते हैं तो हम तुरंत अपडेट करेंगे. याद रखें – आपका आवाज़ और सुरक्षा दोनों ही महत्वपूर्ण हैं.
मलयालम फिल्म उद्योग की अभिनेत्री मिनू मुनीर ने अपने सह-कलाकारों पर यौन उत्पीड़न और मौखिक दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। उसने सोशल मीडिया पर एक विस्तृत पोस्ट में इस दुर्व्यवहार का विवरण दिया है, जो 2013 में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान हुआ था। मिनू ने कहा कि इन घटनाओं के कारण ही उसने फिल्म उद्योग छोड़ दिया।