मार्केटर्स न्यूज़

विजय की 'The GOAT' फिल्म की समीक्षा: मजबूती और कमजोरियों का विस्तृत विश्लेषण

Uma Imagem 9 टिप्पणि 5 सितंबर 2024

विजय की 'The GOAT' फिल्म की समीक्षा: मजबूती और कमजोरियों का विस्तृत विश्लेषण

फिल्म 'The GOAT', जिसमें विजय मुख्य भूमिका में हैं, एक सम्मोहक अवधारणा पर आधारित है जो तत्काल ध्यान आकर्षित करती है। इस फिल्म के निर्देशक वेनकट प्रभु हैं, जिन्होंने इसे एक थ्रिलर के रूप में पेश करने की कोशिश की है, लेकिन कुछ कमजोरियों के कारण यह दर्शकों को पूरी तरह से बांधे रखने में नाकाम रही है। फिल्म की कहानी गांधी नामक एक विशेष आतंकवादी निरोधक दल (Anti-Terrorist Squad) के सदस्य के इर्द-गिर्द घूमती है। गांधी अपनी पत्नी स्नेहा और पांच साल के बेटे जीवन के प्रति अपने काम को गुप्त रखता है।

कहानी का सार

कहानी में एक त्रासद घटना घटती है जब गांधी के एक ऑपरेशन के दौरान केन्या में उसका बेटा जीवन मारा जाता है। यह घटना गांधी और उसकी पत्नी स्नेहा के बीच दरार पैदा करती है। सोलह साल बाद, गांधी रूस में एक युवा व्यक्ति से मिलता है, जो उसे स्वयं की तरह ही लगता है। इसके बाद शुरू होती है घटनाओं की एक श्रृंखला जो उस युवा व्यक्ति की पहचान, उसके इरादों और उसके पीछे के लोगों को उजागर करती है।

फिल्म की सकारात्मक पहलू

फिल्म में एक मजबूत अनिवार्य प्लॉट है जो इसे एक आकर्षक आधार प्रदान करता है। एक्शन और भावना के तत्वों का उपयोग करके, निर्देशक ने एक शक्तिशाली नैरेटिव बनाने की कोशिश की है। विजय, प्रशांत, प्रभु देवा, अजमल आमीर, मोहन, जयराम, स्नेहा, लैला, और मीनाक्षी चौधरी जैसे प्रमुख कलाकारों की टीम ने निश्चित रूप से अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने का प्रयास किया है। तकनीकी दृष्टिकोण से, सिद्धार्थ नूनी की सिनेमैटोग्राफी और युवान शंकर राजा का संगीत भी फिल्म के प्रॉडक्शन वैल्यूज़ को उभारते हैं।

कहानी और निर्देशन की कमजोरियां

हालांकि, फिल्म की गंभीर कमजोरी उसके कथानक की गहराई और पटकथा में कमी है। कहानी की विकास में सावधानी की कमी महसूस होती है, जिससे कुछ महत्वपूर्ण स्थिति और घटनाक्रमों का प्रभाव कमजोर लगने लगता है। निर्देशक वेनकट प्रभु की योजनाएं भले ही अच्छी रही हों, लेकिन उसे दर्शकों के सामने प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने में वह उतने सफल नहीं रहे।

कलाकारों का प्रदर्शन

विजय ने गांधी की भूमिका में अपनी क्षमता को बखूबी दर्शाया है, लेकिन फिल्म की कहानी की कमजोरियों ने उनके प्रदर्शन को पूर्ण रूप से उभरने नहीं दिया। साथी कलाकारों ने भी अपनी भूमिका निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन पटकथा की कमियों ने उनकी मेहनत को सीमित कर दिया।

तकनीकी विभाग और संगीत

सिद्धार्थ नूनी की सिनेमैटोग्राफी फिल्म में विज़ुअल अपील लाती है जो इसकी कुछ कमजोरियों को छिपाने में मदद करती है। युवान शंकर राजा का संगीत भी कुछ मूड वाली सीक्वेंस को आगे बढ़ाने में सफल होता है।

समग्र दृष्टिकोण

'The GOAT' एक ऐसी फिल्म है जिसमें एक मजबूत और आकर्षक अवधारणा है, लेकिन इसकी कथानक और निर्देशन में गहराई की कमी इसे कमज़ोर बना देती है। फिल्म के निर्माता कल्पति अगोरा्, गणेश और सुरेश ने एक महत्वाकांक्षी परियोजना को समर्थन दिया है, लेकिन इसका असल में अंत अच्छा नहीं है। फलस्वरूप, दर्शकों की उम्मीदों पर यह फिल्म खरा उतरने में असमर्थ रही है।

समापन विचार

समापन विचार

फिल्म के कई हिस्सों में सुधार की गुंजाइश है। जहां इसकी अवधारणा और कुछ दृश्यों ने प्रभावित किया, वहीं संपूर्णता में यह फिल्म अपने संभावनाओं को पूरी तरह से उपयोग में नहीं ला पाई। इसे देखते हुए इस फिल्म को 2/5 की रेटिंग दी जाती है।

9 टिप्पणि

  1. Divyangana Singh
    Divyangana Singh
    सितंबर 6 2024

    इस फिल्म में जो दर्द दिखाया गया है, वो सिर्फ एक पिता का नहीं, बल्कि एक आदमी के अंदर के उस खालीपन का है जो काम की भाषा में दब गया है। विजय ने उस खामोशी को इतना सच्चा बना दिया कि आँखें भर आती हैं। लेकिन फिर भी, कहानी का अंत ऐसा लगा जैसे किसी ने एक अच्छी किताब का आखिरी पन्ना फाड़ दिया हो।

  2. Harsh Vardhan pandey
    Harsh Vardhan pandey
    सितंबर 7 2024

    बस विजय का चेहरा देखकर ही फिल्म देख ली जाती है। बाकी सब कुछ बोरिंग। निर्देशक को लगता है कि धुंधले दृश्य और धीमी बैकग्राउंड म्यूजिक से गहराई आ जाएगी। नहीं भाई, ये तो बस लेट रहे हो।

  3. Shatakshi Pathak
    Shatakshi Pathak
    सितंबर 8 2024

    मैंने फिल्म देखी और सीधे घर आकर अपने पिता से बात कर ली। उन्होंने कहा, 'बेटा, तू भी एक दिन ऐसा हो जाएगा जब तेरे बेटे को तू अपने काम के नाम पर खो देगा।' फिल्म ने मुझे एक ऐसा दर्पण दिखाया जिसे मैं नहीं देखना चाहती थी।

  4. shiv raj
    shiv raj
    सितंबर 10 2024

    दोस्तों ये फिल्म बहुत अच्छी है बस थोड़ा धीमी है लेकिन वो धीमापन भी इसकी ताकत है। विजय का प्रदर्शन बेहतरीन है और संगीत तो दिल को छू गया। मैंने इसे दो बार देखा और हर बार कुछ नया महसूस हुआ। लोगों को इसे एक बार जरूर देखना चाहिए।

  5. vaibhav tomar
    vaibhav tomar
    सितंबर 10 2024

    क्या आपने कभी सोचा है कि जब एक आदमी अपने बेटे को खो देता है तो वो उसकी याद को कैसे जिंदा रखता है और फिर उसे एक अजनबी में ढूंढता है जो उसकी तरह लगता है तो ये जिंदगी का एक बड़ा सवाल है कि क्या हम अपने खोए हुए को दूसरों में ढूंढते हैं या अपने आप को दोहराते हैं

  6. suresh sankati
    suresh sankati
    सितंबर 11 2024

    ओह तो फिल्म का नाम 'The GOAT' है और विजय का एक्शन सीन इतना अच्छा नहीं है कि आप उसे गोट कह सकें। बस एक बड़ा नाम और एक छोटा सा दिल। अच्छा हुआ कि संगीत अच्छा है वरना ये फिल्म बिल्कुल गिर जाती।

  7. Pooja Kri
    Pooja Kri
    सितंबर 12 2024

    सिनेमैटोग्राफी के संदर्भ में, नूनी ने लो-लाइट टेक्निक्स का उपयोग करके एक एक्सप्रेशनिस्टिक विजुअल लैंग्वेज बनाया है जो नैरेटिव के अंतर्गत विसंगतियों को अव्यक्त रूप से एक्सप्रेस करता है। युवान शंकर राजा के साउंडस्केप ने एमोशनल टोनलिटी को डायनामिकली एंहांस किया है।

  8. Sanjeev Kumar
    Sanjeev Kumar
    सितंबर 14 2024

    ये फिल्म एक ऐसी आत्मा की यात्रा है जो अपने बेटे को खोकर खुद को खो बैठी है। विजय का अभिनय इतना शांत है कि आपको लगता है जैसे वो बोल रहा है नहीं, बल्कि खामोशी बोल रही है। और जब वो युवा लड़के को देखता है तो आपको लगता है कि वो अपने भविष्य को देख रहा है।

  9. Hemlata Arora
    Hemlata Arora
    सितंबर 15 2024

    फिल्म की रेटिंग 2/5 बिल्कुल सही है। इसमें बहुत अधिक आशाएँ थीं, लेकिन पटकथा अत्यंत अपरिपक्व थी। निर्देशक ने अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए अपर्याप्त उपकरणों का उपयोग किया। यह एक असफल प्रयास है जिसे निराशाजनक रूप से बड़े बजट और बड़े नामों के साथ बाजार में उतार दिया गया।

एक टिप्पणी लिखें