इस महीने हमने तीन बड़ी ख़बरों को कवर किया: एशिया के शेयर बाज़ार में निक्केई 225 का हल्का गिराव, टी20 विश्व कप 2024 का यादगार मुकाबला, और बीसीसीआई अध्यक्ष राजीव शुक्ला का आतंकवादी हमले की निंदा. चलिए एक‑एक करके देखते हैं कि ये खबरें आपके लिये क्यों मायने रखती हैं.
जापान का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स, निक्केई 225, हाल ही में थोड़ी नीचे आया. लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि यह अस्थायी है और 2025 तक इसकी बढ़त जारी रहने की संभावना है. हल्की गिरावट ने निवेशकों को घबराया नहीं; उन्होंने इसे बाजार की सामान्य झूलन माना. नई रणनीतियों और इंडेक्स सुधारों पर भी चर्चा चल रही है, जिससे लंबी अवधि में स्थिर रिटर्न मिलने का अनुमान लगाया गया.
डैलास में आयोजित टी20 विश्व कप 2024 की ग्रुप‑D मैच में नीदरलैंड ने नेपाल को 6 विकेट से हराया. मैक्स ओ'डॉड का शानदार अर्द्धशतक और टिम प्रिंगल के तीन विकेटों ने दर्शकों को रोमांचित किया. इस जीत ने नीदरलैंड को आगे बढ़ने की राह दिखायी और क्रिकेट प्रेमियों को एक मजेदार शाम दी.
बिल्कुल, बीसीसीआई भी इस महीने में कड़ी आवाज़ उठाई. अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने हालिया पहलगाम आतंकवादी हमले की कठोर निंदा की और पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट को रोकने का इरादा बताया. उन्होंने कहा कि खेल हमेशा शांतिपूर्ण होना चाहिए और किसी भी तरह की हिंसा इसे प्रभावित नहीं कर सकती.
तो संक्षेप में, जून 2025 ने हमें बाजार में आशावादी संकेत, क्रिकेट के रोमांचक पल और खेल में शांति बनाए रखने के लिए सख्त रुख दिखाया. इन सबका असर न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के निवेशकों और खेल प्रेमियों पर पड़ेगा. अगर आप मार्केटर्स न्यूज को फॉलो करते रहेंगे तो ऐसे अपडेट्स हमेशा हाथ की पहुंच में रख पाएंगे.
Nikkei 225 इंडेक्स में हाल में कुछ गिरावट हो सकती है, लेकिन विश्लेषकों को 2025 तक इसकी रफ्तार बनी रहने की उम्मीद है। जापान के इस बेंचमार्क ने हल्की गिरावट के बावजूद स्थिरता दिखाई है। साथ ही नए इंडेक्स और रणनीतियों के लिए भी विचार जारी हैं।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के डलास में हुए ग्रुप डी के मैच में नीदरलैंड ने नेपाल को 6 विकेट से हराया। मैक्स ओ'डॉड ने अर्धशतक लगाया जबकि टिम प्रिंगल ने तीन विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच बने। नेपाल की बल्लेबाजी बिखरी रही और उन्हें 106 रन पर सीमित कर दिया।
BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट पर रोक की नीति पर ज़ोर दिया। क्रिकेट बोर्ड ने सरकार की नीति के साथ कदम मिलाया है, जबकि आईसीसी टूर्नामेंट्स में दोनों टीमें खेलती रहती हैं।