जब केएल राहुल, भारत के टॉप-order बल्लेबाज़, ने दोपहर के भोजन से पहले अपना शतक बनाया, तो दर्शकों का उत्साह चरम पर था। भारत ने पहला टेस्टअहमदाबाद में वेस्ट इंडीज को 140 रन से पराजित कर अपनी आठवीं इनिंग्स जीत दर्ज कर ली।
मैच का संक्षिप्त सारांश
वेस्ट इंडीज ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी का विकल्प चुना, पर 162 रन पर ही संपूर्ण हुआ उनका पहला इनिंग। इसके बाद भारत ने 448 रन बनाकर बड़ी अड़तालीस रनों की बढ़त ली। फिर वेस्ट इंडीज को फॉलो‑ऑन लागू हुआ, और दूसरे इनिंग में केवल 146 रन जोड़ पाए। परिणामस्वरूप भारत ने इनिंग्स जीत (इंनिंग्स एन्ड 140 रन) के साथ मैच को दो दिन और आधे में ही खत्म कर दिया।
भारतीय टीम की मँजिल‑बाज खेल
भारत की पहली पारी में तीन शतक दिखे – केएल राहुल ने 100, रविंदर जडेजा ने 104* और ध्रुव जुरेल ने अपना जलाते‑जले दबंग प्रदर्शन दिया। जडेजा और जुरेल का 100‑रन का साझेदारी टीम की नींव रहा।
- केएल राहुल – 100 (120 balls)
- रविंदर जडेजा – 104* (147 balls)
- ध्रुव जुरेल – 73 (95 balls)
- वाशिंगटन सुंदर – 39* (45 balls)
भारत के कप्तान ने भी 68 रन बनाकर टीम को स्थिर किया, जबकि मध्य‑क्रम में वॉशिंगटन सुंदर ने तेज़ी से रन बनाकर गति बढ़ाई। यह पारी इस बात का प्रमाण थी कि भारत के पास सभी विभागों में बैलेंस्ड विकल्प मौजूद हैं।
वेस्ट इंडीज की दोहरी असफलता
पहला इनिंग संक्षिप्त और बेतुका था। रूस्तन चेज़ को स्पिनर द्वारा चौथी बार आउट किया गया – टेस्ट में अब तक के दूसरे बॉल में ही यही दोहराव देखना दुर्लभ है। बाकी लकीरों ने 19.3 ओवर में 162 रन बनाकर अपनी टीम को पोरहती (फॉलो‑ऑन) की सीमा तक ले गए।
दूसरे इनिंग में पूरे क्रम में पतन देखा गया। 46/5 की किमत पर गिरते‑गिरते, शीर्ष क्रम के शाई होप के केवल 1 रन के बाद, टीम 66/5 पर लंच तक पहुँची, फिर लगातार विकेट गिरते हुए 146 पर समाप्त हुई।
भारतीय गेंदबाज़ी और फील्डिंग की चमक
गेंदबाज़ी में मोहम्मद सिराज ने 3/45 के साथ टीम को आगे बढ़ाया, पर जडेज़ा की स्पिन ने असली जादू दिखाया – 11 ओवर में 3/30 के साथ वह हीरो बन गए। विशेष उल्लेखनीय नितीश कुमार रेड्डी का शानदार कैच, जो लकीरों को हिलाकर रख दिया, उसका नाम आज सभी क्रिकेट प्रेमियों के ज़ुबान पर है।
- रविंदर जडेजा – 3/30 (11 ओवर)
- मोहम्मद सिराज – 3/45 (15 ओवर)
- कुलेदीप यादव – 2/28 (10 ओवर)
- नितीश कुमार रेड्डी – 1 शानदार कैच (वेस्ट इंडीज पर)
साथ ही जेसल का फील्डिंग भी सराहनीय रहा – उसने चेज़ का कैच पकड़ा, जिससे उसके चारों ओर के खिलाड़ियों को नई ऊर्जा मिली। इस तरह का समग्र प्रदर्शन भारत की “इन्थ्रेडेब्ल” (सभी विभागों में संतुलित) ताकत को दर्शाता है।
ऐतिहासिक महत्व और भविष्य की झलक
यह जीत भारत को टेस्ट इतिहास में आठवीं इनिंग्स जीत दिलाती है – एक रिकॉर्ड जो अब तक कुछ ही टीमों ने हासिल किया है। अहमदाबाद की पिच, जो पहले से ही तेज़ और विश्वसनीय मान्यताप्राप्त है, इस सफलता का अहम कारण रही। इस जीत ने भारतीय चयनकों को यह भरोसा दिलाया कि टीम मौसमी बदलावों के बावजूद स्थिर प्रदर्शन दे सकती है। आगामी द्वितीय टेस्ट में वेस्ट इंडीज का इरादा फिर से टॉस जीतना और व्यावहारिक रणनीति बदलना है, पर भारत अब भी मन की शांति के साथ खेल के अगले चरण की तैयारी में लगा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत की इनिंग्स जीत का इतिहास क्या है?
अब तक भारत ने टेस्ट में आठ बार इनिंग्स जीत हासिल की है। पहली बार 1999 में किंग्स्टन में, और अब 2025 में अहमदाबाद में इस रिकॉर्ड को दोहराया गया। प्रत्येक जीत में भारत ने दोनो टीमों को एक बड़ी रन अंतर से मात दी है।
कौन से भारतीय बल्लेबाज़ ने सबसे बड़ा शतक बनाया?
केएल राहुल ने 100 रन का शतक बनाया, लेकिन सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर रविंदर जडेजा ने 104* (अनसबेड) किया, जो टीम के कुल 448 में एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
वेस्ट इंडीज की पिछली टेस्ट में प्रदर्शन कैसा रहा?
वेस्ट इंडीज ने 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ 2‑पारी जीत हासिल की थी, परंतु भारतीय पिचों पर उनकी तकनीक अभी तक पूरी नहीं हुई। इस मैच में दोहरी असफलताएं उनके बॉलिंग मेट्रिक्स में गिरावट को दर्शाती हैं।
भारत की गेंदबाज़ी में कौन सबसे प्रभावी रहा?
रविंदर जडेजा ने 3 विकेट 30 रन पर राज किया, जबकि मोहम्मद सिराज ने 3/45 के साथ समर्थन किया। जडेजा की स्पिन ने वेस्ट इंडीज के टॉप‑ऑर्डर को क्रमशः हिट किया, जिससे टीम ने तेज़ी से जीत हासिल की।
आगामी टेस्ट श्रृंखला में भारत के लिए क्या चुनौतियां हैं?
दूसरे टेस्ट में पिच का स्वर बदल सकता है, जिससे बैट्समैन को नई तकनीक अपनानी पड़ेगी। साथ ही, वेस्ट इंडीज ने अपने बॉलिंग को सुधारने की योजना बनाई है, इसलिए भारत को फील्डिंग में भी सतर्क रहना होगा।
Adrish Sinha
अक्तूबर 5 2025वाह भाई, टीम ने कमाल कर दिया! केएल राहुल की शतक से शुरू हुए अटैक ने पूरे मैच का टोन सेट कर दिया। भारत ने इतना बड़े अंतर से जीत हासिल करके सबको दिखा दिया कि अब हमें हल्का नहीं लेना चाहिए। ऐसे जीत से टीम की आत्मविश्वास भी हाई पर पहुंच जाएगी।