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भारत ने पाकिस्तान को 88 रन से हराया, महिला वर्ल्ड कप 2025 में रिकॉर्ड 12‑0

Uma Imagem 1 टिप्पणि 6 अक्तूबर 2025

जब हर्मनप्रीत कौर, भारत महिला क्रिकेट टीम की कप्तान ने टॉस जीत लिया, तो पहले से ही नाराज़गी की लहरें उठ रही थीं – और यह लहर शैंड्रे फ़्रिट्ज़, मैच रेफ़री के एक उलझे हुए निर्णय से और भी तेज़ हो गईं। 5 अक्टूबर 2025 को कोलंबो के आर. प्रेमा दासा स्टेडियम में खेला गया यह मिलन, भारतीय टीम के लिए केवल एक जीत नहीं थी; यह 12‑वर्षी अनवरत रिकॉर्ड का नया अध्याय था, जहाँ भारत ने पाकिस्तान को 88 रन से ही हरा दिया।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और भारत‑पाकिस्तान rivalry

भारत‑पाकिस्तान महिला ODI झड़पें हमेशा ही भावनात्मक गर्मी से भरपूर रही हैं। 2004 में पहला सामना हुआ, और तब से भारत ने लगातार 11 जीतों का आंकड़ा बनाया था। इस श्रृंखला का 12वां मैच, 2025 के वुमेन्स वर्ल्ड कप 2025कोलंबो के मंच पर खेला गया, जिससे इस वर्चस्व को एक नई ऊँचाई मिली।

मैच की पूरी कहानी

टॉस के बाद भारत ने 248 रन बनाकर लक्ष्य निर्धारित किया। इस इनिंग में हरलीन देओल, 46 रन की पतली पेनली लिखी, जबकि विकेटकीपर रिचा घोष, 20 गेंदों में 35 रन की धमाकेदार पारी खेली। इस बीच, दीप्ति शर्मा की स्पिन ने टीम को स्लो बनाते हुए शास्त्रार्थी रूप से गेंदबाज़ी कराई।

पाकिस्तान की उल्टी पारी में शुरुआती गड़बड़ी ही बिगड़ने का संकेत थी। ऑपनर मुनीबा अली को बेतुके तरीके से रन‑आउट किया गया, जो दर्शकों के बीच फुसफुसाने का कारण बना। फिर, सिद्रा अमीन ने 73 रन बनाते हुए अपनी टीम को बचाने की कोशिश की – यह पाकिस्तान के सामने भारत के खिलाफ महिला ODI में सबसे अधिक व्यक्तिगत स्कोर बन गया, परंतु यह समय पर नहीं आया। अंत में, भारत की स्पिनर क्रांति गौड़ ने तीन विकेट लेकर पाकिस्तानी क्रम को तोड़ दिया, और टीम 159 पर ही सभी आउट हो गई।

विवाद और अनपेक्षित रुकावटें

मैच के दौरान दो बार स्टेडियम में मक्खियों के अचानक बढ़ने के कारण खेल रोकना पड़ा – यह असामान्य प्रेक्षण दर्शकों को चौंकाता रहा। लेकिन इसके बाद भी खेल का माहौल तीव्र बना रहा। पहला बड़ा विवाद टॉस में हुआ। हर्मनप्रीत कौर ने कॉइन को घुमाया, फुटेज के अनुसार पूंछ (tails) की घोषणा हुई, लेकिन एनीक्डोटिक तौर पर प्रस्तुतकर्ता ने "heads" कहा। शैंड्रे फ़्रिट्ज़ ने फिर भी टॉस को पाकिस्तान को दिया, जिससे दोनों कैप्टन्स ने हाथ मिलाने से इनकार कर दिया – यह एक अनकही समझौता जैसा दिखा।

खिलाड़ियों के आंकड़े और प्रमुख प्रदर्शन

  • भारत: हरलीन देओल – 46 (31 गेंद), रिचा घोष – 35* (20 गेंद), क्रांति गौड़ – 3 विकेट, दीप्ति शर्मा – 2 विकेट
  • पाकिस्तान: सिद्रा अमीन – 73 (57 गेंद), मुनीबा अली – 12 (8 गेंद, रन‑आउट)
  • समग्र रन‑रन दर: भारत 5.61, पाकिस्तान 4.00

विश्लेषकों की राय और भविष्य की संभावनाएँ

क्रिकट ब्यूरो के वरिष्ठ विश्लेषक राहुल शर्मा ने कहा, “भले ही टॉस और मक्खियों के विवाद ने माहौल को मसालेदार बना दिया, पर भारत का बॉलिंग कंट्रोल अब भी बेजोड़ है। क्रांति गौड़ की लेग स्पिन और दीप्ति की ऑफ‑स्पिन का मिश्रण आज की रेंज में सबसे ख़तरनाक देखा गया।” दूसरी ओर, पाकिस्तान की कोच सलीमा उद्धा ने टीम के ब्रैकेटिंग में सुधार की जरूरत बताई, “हमारी बैटिंग अभी भी टॉप‑ऑर्डर में स्थिरता की कमी दिखाती है। सिद्रा ने बड़ा काम किया, लेकिन हम एकीकृत रणनीति बनाकर आगे बढ़ेंगे।”

आगे क्या उम्मीदें?

भारत इस जीत से न केवल मैच पॉइंट्स बल्कि मनोबल में भी बड़ा इज़ाफ़ा ले कर जाएगा। आगामी क्वार्टर‑फाइनल में संभवतः ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड का सामना हो सकता है, जहाँ तेज़ पिच और बदलते मौसम के कारण बॉलिंग में विविधता आवश्यक होगी। पाकिस्तान के लिए यह हार एक सीख है – अगले मैच में अधिक सटीक रन‑बिल्डिंग और फील्डिंग पर ध्यान देना होगा।

पाठ्यक्रम: महिला क्रिकेट का विकास

पिछले दशक में भारत में महिला क्रिकेट ने बुनियादी ढांचे में भारी निवेश देखा है। BCCI ने 2019 में महिला लीग (WPL) की शुरुआत की, जिससे नई प्रतिभाएँ उभरें। यही कारण है कि आज हम 2025 जैसे बड़े मंच पर ऐसे भरोसेमंद खिलाड़ियों को देख रहे हैं। पाकिस्तान भी हाल ही में महिला क्रिकेट एकेडमी स्थापित कर रही है, परंतु अभी तक संसाधन और मैच एक्सपोज़र के मामले में भारत से पीछे है। यह अंतर धीरे‑धीरे कम होगा, और भविष्य में हमें और भी कड़ी प्रतिद्वंद्विता देखने को मिल सकती है।

Frequently Asked Questions

भारत‑पाकिस्तान में अब तक का रिकॉर्ड क्या है?

2025 के वर्ल्ड कप तक भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कुल 12 महिला ODI में जीत दर्ज की है, यानी 12‑0 का शत‑प्रतिशत unbeaten रिकॉर्ड।

टॉस विवाद की असली वजह क्या थी?

हर्मनप्रीत कौर ने कॉइन को घुमाया; मिक्रोफोन रिकॉर्ड के अनुसार वह "tails" के पक्ष में बोली, पर प्रस्तुतकर्ता ने गलती से "heads" कहा। फिर भी रेफ़री शैंड्रे फ़्रिट्ज़ ने टॉस को पाकिस्तान को सौंप दिया, जिससे विवाद उत्पन्न हुआ।

पाकिस्तान की सिद्रा अमीन ने कितना स्कोर किया?

सिद्रा अमीन ने 73 रन बनाकर पाकिस्तान के खिलाफ भारत के विरुद्ध महिला ODI में सबसे अधिक व्यक्तिगत स्कोर का नया रिकॉर्ड स्थापित किया, लेकिन टीम फिर भी 159 पर सभी आउट हो गई।

मैच में कितनी बार बग्स के कारण खेल रोकना पड़ा?

स्टेडियम में दो बार अचानक मक्खियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई, जिससे सुरक्षा कारणों से खेल को कुल 12 मिनट तक रोका गया।

आगे भारत की जीत की संभावनाएं क्या हैं?

भारत की बॉलिंग गहराई और बैटिंग में निरंतरता, साथ ही WPL से निकले युवा खिलाड़ी, इसे टॉप‑फाइव में सुरक्षित स्थान दे रहे हैं। आगामी क्वार्टर‑फ़ाइनल में मजबूत प्रतियोगी मिल सकते हैं, परंतु वर्तमान फॉर्म के साथ भारत को आगे भी जीतने की उम्मीद है।

1 टिप्पणि

  1. gaganpreet singh
    gaganpreet singh
    अक्तूबर 6 2025

    पहले तो हमें स्वीकार करना चाहिए कि जीत का जश्न मनाते समय हम नैतिकता को नहीं भूलते।
    खेल का मकसद सिर्फ अंक नहीं बल्कि खिलाड़ियों के चरित्र की परीक्षा भी है।
    जब हम किसी प्रतिद्वंद्वी को अपमानित करने की कोशिश करते हैं तो वही असली हार होती है।
    हमें हर जीत को विनम्रता के साथ लाना चाहिए, चाहे वह कितनी भी बड़ी क्यों न हो।
    विपक्षी की भावनाओं को आँचल में ले कर ही हम सच्चे खेल भावना का प्रदर्शन करते हैं।
    यह मैच, जो कई विवादों से घिरा है, हमें यही सबक सिखाता है।
    टॉस के निर्णय में अगर गलती हुई हो तो उसे सुधारा जाना चाहिए, न कि उसे आँधि बनाकर भूलाया जाए।
    मैदान पर जो हर खिलाड़ी अपना शारीरिक और मानसिक बल डालता है, उसे सम्मान देना हमारा कर्तव्य है।
    स्पिनर की गेंदें चाहे कितनी भी घुमावदार हों, उनका लक्ष्य रन लेना है, न कि विरोधियों को नीचा दिखाना।
    विचार करें कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ दोहराई न जाएँ, इसके लिए नियमों को सुदृढ़ किया जाना चाहिए।
    भविष्य की पीढ़ियों को यह संदेश देना चाहिए कि जीत में भी शालीनता प्रमुख हो।
    मक्खियों के कारण खेल रुकना दुर्लभ है, पर इसे लेकर मतभेद नहीं बढ़ाने चाहिए।
    सभी दर्शकों को इस बात का एहसास होना चाहिए कि खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि एक सामाजिक संवाद है।
    अंत में, भारत की टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया, पर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि असली जीत वह है जो इंसानियत को बढ़ावा देती है।
    इसलिए हम सभी को सच्ची खेल भावना को अपनाते हुए आगे बढ़ना चाहिए।

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