NIRF रैंकिंग 2024: IIT मद्रास टॉप, पूरी सूची देखें nirfindia.org पर

अगस्त 12 2024

नौवें संस्करण में NIRF रैंकिंग 2024 के नतीजे

आज, 12 अगस्त 2024 को शिक्षा मंत्रालय द्वारा भारत रैंकिंग 2024 की सूची जारी की गई है। यह रैंकिंग दोपहर 3 बजे प्रकाशित की गई और इसे आधिकारिक वेबसाइट nirfindia.org पर देखा जा सकता है। यह NIRF रैंकिंग का नौवां संस्करण है, जिसमें विभिन्न श्रेणियों में प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों का मूल्यांकन किया गया है।

NIRF रैंकिंग की शुरुआत 23 सितंबर 2015 को मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा की गई थी। इस रैंकिंग प्रणाली का उद्देश्य देशभर के शैक्षणिक संस्थानों का एक मानकीकृत मूल्यांकन प्रदान करना है, जिससे छात्रों और अभिभावकों को उपयुक्त संस्थान चुनने में आसानी हो सके।

रैंकिंग की प्रक्रिया और मानदंड

NIRF रैंकिंग पद्धति एक विशिष्ट मानदंडों के आधार पर शैक्षणिक संस्थानों का मूल्यांकन करती है। ये मानदंड निम्नलिखित हैं: 'टीचिंग, लर्निंग और रिसोर्सेज,' 'रिसर्च और प्रोफेशनल प्रैक्टिसेस,' 'ग्रेजुएशन आउटकम्स,' 'आउटरीच और इन्क्लूसिविटी,' और 'परसेप्शन।' प्रत्येक मानदंड का एक विशेष भार प्रदान किया गया है, और कुल स्कोर इन भारों के आधार पर गणना किया जाता है। साधारण शब्दों में, प्रत्येक संस्थान को अधिकतम 100 के स्कोर में से अंक प्रदान किए जाते हैं, और उसके बाद उन्हें उनके स्कोर के आधार पर रैंक किया जाता है।

मुख्य श्रेणियों के शीर्ष संस्थान

इस वर्ष की रिपोर्ट में, कई श्रेणियों में शीर्ष पर काबिज संस्थानों की सूची है। ओवरऑल श्रेणी में IIT मद्रास ने शीर्ष स्थान हासिल किया है, जिसके बाद दूसरा स्थान IISc बेंगलुरु और तीसरा स्थान IIT दिल्ली ने प्राप्त किया है। विश्वविद्यालयों की श्रेणी में, IISc बेंगलुरु ने शीर्ष स्थान पर रहते हुए क्रमशः JNU और जामिया मिलिया इस्लामिया को दूसरे और तीसरे स्थान पर रखा है। मेडिकल कॉलेजों की सूची में AIIMS, नई दिल्ली; PGIMER, चंडीगढ़; और क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर शीर्ष स्थानों पर हैं।

NIRF रैंकिंग का महत्व

NIRF रैंकिंग का महत्व केवल छात्रों और अभिभावकों के लिए नहीं है, बल्कि शैक्षिक संस्थानों के लिए भी है। यह रैंकिंग संस्थानों को उनके शिक्षा और अनुसंधान गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए प्रेरित करती है। इसके अलावा, यह रैंकिंग एक पारदर्शिता प्रणाली पर आधारित है जहाँ डेटा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों से एकत्रित किया जाता है या संस्थानों द्वारा आसानी से उपलब्ध कराया जाता है। रैंकिंग्स संस्थानों के प्रदर्शन का एक राष्ट्रीय स्तर पर तुलनात्मक अध्ययन प्रदान करती हैं, जिससे न सिर्फ शैक्षिक संस्थान बल्कि नीति निर्धारक भी लाभान्वित होते हैं।

रैंकिंग्स की इस प्रणाली ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई ऊर्जा और प्रतिस्पर्धा को जन्म दिया है, जिसके परिणामस्वरूप संस्थान अपनी सेवाओं में निरंतर सुधार कर रहे हैं। अंततः, इसका सबसे बड़ा लाभ छात्रों को होता है, जिन्हें उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिलती है और वे अपने करियर को सही दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं।

NIRF रैंकिंग 2024: श्रेणियों और शीर्ष रैंकिंग्स

NIRF रैंकिंग 2024: श्रेणियों और शीर्ष रैंकिंग्स

नीचे विभिन्न श्रेणियों में शीर्ष स्थान प्राप्त संस्थानों की सूची दी गई है:

  • ओवरऑल श्रेणी: 1. IIT मद्रास, 2. IISc बेंगलुरु, 3. IIT दिल्ली
  • विश्वविद्यालय श्रेणी: 1. IISc बेंगलुरु, 2. JNU, 3. जामिया मिलिया इस्लामिया
  • इंजीनियरिंग श्रेणी: 1. IIT मद्रास, 2. IIT दिल्ली, 3. IIT बॉम्बे
  • मेडिकल श्रेणी: 1. AIIMS नई दिल्ली, 2. PGIMER चंडीगढ़, 3. क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर
  • मैनेजमेंट श्रेणी: 1. IIM अहमदाबाद, 2. IIM बेंगलुरु, 3. IIM कलकत्ता

इन शीर्ष रैंकिंग संस्थानों के अलावा भी कई अन्य श्रेणियों में विश्वविद्यालय और कॉलेजों का मूल्यांकन किया गया है, जिसमें फार्मेसी, लॉ, आर्किटेक्चर, डेंटल आदि शामिल हैं। पूर्ण सूची और अन्य विवरणों के लिए छात्र और अभिभावक NIRF की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।

रैंकिंग उत्कृष्टता की दिशा में एक कदम

NIRF रैंकिंग न केवल शैक्षणिक संस्थानों की गुणवत्ता का प्रमाण है, बल्कि यह देश के शैक्षिक दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक भी है। यह रैंकिंग सिस्टम शिक्षण, अनुसंधान, और अन्य शैक्षिक गतिविधियों में सुधार के लिए एक प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करता है।

इस प्रकार, NIRF रैंकिंग एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत के शैक्षिक परिदृश्य में सुधार लाने के लिए संस्थानों को प्रेरित करता है और छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त करने के नए विकल्प प्रदान करता है।

भविष्य में NIRF रैंकिंग का प्रभाव

भविष्य में NIRF रैंकिंग का प्रभाव

आने वाले वर्षों में NIRF रैंकिंग का प्रभाव और भी गहरा होगा। संस्थान लगातार अपनी शिक्षा और अनुसंधान गुणवत्ता में सुधार करेंगे, जिससे भारत की शैक्षिक प्रणाली और भी मजबूत और प्रतिस्पर्धी बनेगी।

छात्र भी इस डेटा का उपयोग करके सबसे उपयुक्त संस्थान चुन सकेंगे, और इससे उनके करियर के मार्ग को सक्षम बनाने में मदद मिलेगी। नीति निर्धारकों को भी इस डेटा से महत्वपूर्ण इनसाइट्स प्राप्त होंगे, जिससे शैक्षिक नीतियों को और भी प्रभावशाली बनाया जा सकेगा।

समाप्ति

अंततः, NIRF रैंकिंग 2024 ने एक बार फिर से भारत के शैक्षिक संस्थानों को एक मंच पर लाकर उनकी प्रतिष्ठा और प्रदर्शन को मान्यता दी है। यह सूची छात्रों, अभिभावकों, और नीति निर्धारकों को एक मानकीकृत मूल्यांकन प्रणाली प्रदान करती है जो शैक्षिक गुणवत्ता में लगातार सुधार की दिशा में योगदान करती है।

एक टिप्पणी लिखें