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जेडीएस कार्यकर्ता और रिश्तेदार पर एमएलसी सूरज रेवन्ना के खिलाफ वसूली की कोशिश का आरोप

Uma Imagem 10 टिप्पणि 22 जून 2024

जेडीएस कार्यकर्ता और रिश्तेदार पर वसूली की कोशिश का आरोप

कर्नाटक की राजनीति में एक नया विवाद तब खड़ा हो गया जब जनता दल (सेक्युलर) के कार्यकर्ता चेतन के एस और उनके साले पर वसूली की कोशिश का आरोप लगा। इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने वसूली के लिए पार्टी के एमएलसी सूरज रेवन्ना से पैसे मांगने की कोशिश की। यह घटना तब और पेचीदा बन गई जब यह सामने आया कि चेतन ने झूठे यौन उत्पीड़न के आरोपों में फंसाने की धमकी देकर पैसे की मांग की थी।

शिकायत का विवरण

सूरज रेवन्ना, जो कि होलेनारसिपुरा के विधायक एच डी रेवन्ना के बेटे और पूर्व हसन सांसद प्रज्वल रेवन्ना के बड़े भाई हैं, ने यह शिकायत अपनी नज़दीकी सहयोगी शिवकुमार के माध्यम से दर्ज करवाई। प्राथमिकी के अनुसार चेतन और उनके साले ने सूरज रेवन्ना को गलत आरोपों में फंसाने की धमकी दी और इस धमकी के साथ पैसों की मांग की। प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 384 (जबरन वसूली) और 506 (धमकी देना) शामिल है। प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में दावा किया गया है कि चेतन ने शुरुआती मांग 5 करोड़ रुपये की थी, जिसे बाद में घटाकर 2 करोड़ कर दिया गया।

पुलिस में शिकायत

पुलिस में शिकायत

इस मामले में एक और मोड़ तब आया जब चेतन ने भी सूरज रेवन्ना के खिलाफ एक शिकायत दर्ज करवाई। इस शिकायत में चेतन ने सूरज रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। चेतन की इस शिकायत ने मामले को और जटिल कर दिया और अब दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं।

राजनीतिक परिवार की प्रतिक्रिया

सूरज रेवन्ना के परिवार ने इस मामले को पूरी तरह से फर्जी बताते हुए शिकायत पर जोर दिया है कि यह उनके बेटे और परिवार को बदनाम करने की साजिश है। होलेनारसिपुरा विधायक एच डी रेवन्ना ने इस मामले पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके बेटे पर लगाए गए सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक विरोधियों द्वारा ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं ताकि उनकी छवि खराब हो सके।

पार्टी और राजनीति पर असर

यह घटना कर्नाटक की राजनीति में खासा असर डाल सकती है, खासकर जब चुनाव नजदीक हों। जेडीएस पार्टी को इस मामले के बाद समर्थकों का विश्वास बनाए रखने की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। सूरज रेवन्ना के खिलाफ ऐसे गंभीर आरोपों का उठना पार्टी के लिए एक बड़ा संकट साबित हो सकता है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस घटना का असर आगामी चुनावों पर भी पड़ सकता है। पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि यह महज एक साजिश है जबकि विपक्ष इसे पार्टी के भीतर की खींचतान का परिणाम मान रहा है।

समाज पर प्रभाव

ऐसी घटनाएं सामाजिक प्रभाव भी छोड़ती हैं। जब प्रतिष्ठित परिवारों और राजनीतिक नेताओं पर इस तरह के आरोप लगते हैं, तो आम जनता का विश्वास राजनीतिक व्यवस्था से उठने लगता है। समाज के एक हिस्से में यह राय बनी है कि राजनीति अब पूरी तरह से ताकतवरों की लड़ाई बन चुकी है, जहां नैतिकता और सत्यता का स्थान नहीं रहा।

आगे की कार्यवाही

आगे की कार्यवाही

पुलिस ने इस मामले में सभी संबंधित पक्षों से पूछताछ शुरू कर दी है और जांच चल रही है। हमेशा की तरह, इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया के बाद ही सही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा। सूरज रेवन्ना के समर्थन में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं और पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है।

आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के अलावा, पार्टी भी इंटरनल जांच कराने की योजना बना रही है ताकि इस विवाद के सभी पहलू सामने आ सकें। इससे पार्टी और समाज के सामने सचाई प्रकाशित हो सकेगी।

यह मामला जनता के लिए

यह मामला न केवल राजनीति के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक नसीहत है कि सचाई की जीत के लिए सभी को मिलकर प्रयत्न करना चाहिए। जब भी इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, तो यह जरूरी हो जाता है कि निष्पक्ष और न्यायपूर्ण तरीके से जांच की जाए। इस मामले से जुड़े सभी पक्षों के आरोप और प्रतिक्रियाओं को ध्यान में रखते हुए, यह देखना बाकी है कि सच सामने आने में कितना समय लगेगा और इसमें कौन दोषी पाया जाएगा।

10 टिप्पणि

  1. Sanjay Verma
    Sanjay Verma
    जून 23 2024

    इस मामले में दोनों पक्षों के बीच क्या सच है, ये तो बस जांच ही बताएगी। लेकिन एक बात साफ है - राजनीति में ऐसी बातें होती रहती हैं। 🤷‍♂️

  2. surabhi chaurasia
    surabhi chaurasia
    जून 24 2024

    ये सब लोग बस अपनी इच्छा पूरी करने के लिए झूठ बोलते हैं। इतना बदसूरत व्यवहार राजनीति में क्यों हो रहा है? ये लोग धर्म की बात करते हैं लेकिन अपने आप को बर्बर बना रहे हैं।

  3. Amresh Singh knowledge
    Amresh Singh knowledge
    जून 25 2024

    इस घटना को एक निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है। राजनीतिक दबाव के बिना, कानून की आवाज़ को सुनना चाहिए। यह एक सामाजिक जिम्मेदारी है।

  4. Rahul Madhukumar
    Rahul Madhukumar
    जून 25 2024

    अरे यार, ये सब जेडीएस के अंदर के खींचतान का नतीजा है। जब तक लोग अपने आप को बर्बर नहीं समझते, तब तक ये चलता रहेगा। इन लोगों को जेल भेज देना चाहिए। बस बात नहीं, कार्रवाई करो!

  5. Khushi Thakur
    Khushi Thakur
    जून 25 2024

    हम सब यहाँ एक अंतर्निहित विवाद की ओर देख रहे हैं - शक्ति के लिए लड़ाई, जहाँ नैतिकता का स्थान नहीं है। यह केवल एक मामला नहीं, बल्कि एक विकृति है। हम इसे नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते।

  6. Varad Tambolkar
    Varad Tambolkar
    जून 25 2024

    ये सब एक बड़ी साजिश है... जानते हो क्या? ये लोग बाहर से आए हुए हैं, जो भारत की राजनीति को तबाह करना चाहते हैं... ये आरोप झूठे हैं... और अगर तुम इसे सच मानोगे, तो तुम भी उनके साथ हो... ये नहीं हो सकता... ये असंभव है... ये एक षड्यंत्र है... और ये सब जानते हैं... 🇮🇳💣

  7. Vijay Paul
    Vijay Paul
    जून 26 2024

    यह एक बड़ा मुद्दा है। राजनीति में जब व्यक्तिगत बदनामी और आर्थिक लाभ का मिश्रण होता है, तो यह समाज के लिए खतरनाक हो जाता है। जांच तेजी से होनी चाहिए।

  8. RUPESH BUKE
    RUPESH BUKE
    जून 28 2024

    दोनों तरफ बात है लेकिन सच जांच में है। बस इंतजार करते हैं।

  9. Chirag Kamra
    Chirag Kamra
    जून 28 2024

    ये तो बस एक बड़ा धमाका है भाई! जेडीएस के अंदर ही आग लग गई है। ये लोग अपने आप को बचाने के लिए बर्बर बन रहे हैं। बस इतना ही कहना है - अब तो इनका अंत हो गया 😂🔥

  10. Ramesh Velusamy
    Ramesh Velusamy
    जून 30 2024

    मैंने ये सब सुना है, और ये बहुत बुरा है। लेकिन अगर ये लोग अपने आप को बदल नहीं सकते, तो उनकी जगह किसी और को दे दो। राजनीति में बदलाव की जरूरत है, न कि बहस की। जांच तेज करो, और सच बाहर लाओ।

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