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Muthoot Finance ने Muthoot Money में ₹500 करोड़ का इक्विटी इन्फ्यूजन किया

Uma Imagem 1 टिप्पणि 14 अक्तूबर 2025

Muthoot Finance Limited ने Muthoot Money Limited में ₹4,99.99 करोड़ का अतिरिक्त इक्विटी इन्फ्यूजन किया, यह घोषणा 28 अगस्त 2025 को बाजार बंद होने के बाद सार्वजनिक हुई। इस कदम का उद्देश्य सब्सिडियरी के पूँजी आधार को मज़बूत करना और किरदार अनुपात (Capital Adequacy Ratio) को सुधारना था, जिससे दोनों कंपनियों की वृद्धि की गति तेज़ होगी। वही दिन, अंतरराष्ट्रीय बांड जारी भी पूरा हुआ, जिससे Muthoot Finance ने $600 मिलियन जुटा कर अपनी वैश्विक फंडिंग रणनीति को आगे बढ़ाया। इसके अलावा, भारत के वित्तीय बाजार में इस खबर ने शेयर कीमतों में हल्का गिरावट का कारण बना, पर निवेशकों को दीर्घकालिक लाभों की उम्मीद अभी भी बनी हुई है।

पृष्ठभूमि: Muthoot Finance का विकास

Muthoot Finance Limited, भारत की सबसे बड़ी स्वर्ण‑लोन‑आधारित गैर‑बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC), पिछले दो दशकों में तेज़ी से विस्तार कर चुकी है। 2022‑23 में कंपनी के कुल एसेट‑अंडर‑मैनेजमेंट (AUM) ₹98,048 करोड़ थे, जो 2025‑26 की पहली क्वार्टर तक पहुंचकर ₹1,33,938 करोड़ हो गया। इस बढ़ोतरी का प्रमुख कारण स्वर्ण‑लोन पोर्टफ़ोलियो में उत्पन्न रचनात्मक उछाल है, जहाँ कंपनी ने अपने स्वयं के स्वर्ण‑लोन में 40% की वृद्धि दर्ज की।

इक्विटी इन्फ्यूजन का विवरण

बोर्ड ने 28 अगस्त को 3,25,139 इक्विटी शेयरों के आवंटन को मंजूरी दी। यह पूरी तरह से नकद भुगतान के माध्यम से हुआ, जिससे Muthoot Money की पूँजी संरचना में कोई परिवर्तन नहीं आया – अभी भी Muthoot Finance के पास 100% शेयर हैं। इस फंड का उपयोग व्यवसाय विस्तार, सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों और मौजूदा ऋणों की अदायगी के लिए किया जाएगा।

साथ ही, वही बोर्ड ने Muthoot Homefin (India) Limited में अतिरिक्त ₹200 करोड़ का इन्फ्यूजन भी स्वीकृत किया। Homefin का फोकस होम लोन एवं कंज्यूमर फाइनेंस पर है, इसलिए यह कदम समूह की विविधीकरण रणनीति को दर्शाता है।

वित्तीय प्रदर्शन और लाभ

इन्फ्यूजन से ठीक पहले, Muthoot Finance ने Q1 FY2026 (30 जून 2025 तक) में अपने अब तक के सबसे बड़े क्वार्टर लाभ की घोषणा की। निगमित शुद्ध लाभ ₹2,046 करोड़, यानी पिछले वर्ष की उसी अवधि से 89.6% की उछाल। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) ₹3,473 करोड़ तक पहुंची, जो 50.6% की वृद्धि है। इन परिणामों ने एनालिस्ट की अनुमानित ₹3,199 करोड़ को पार कर दिया।

मुख्य लाभ मार्जिन (NIM) 12.15% पर पहुंचा, जबकि मार्च 2025 क्वार्टर में यह 11.51% था। स्टेज‑III एसेट‑टू‑ग्रोस‑लोन अनुपात 2.58% तक गिरा, जो 3.41% से सुधर है, इस तरह ऋण की गुणवत्ता में भी सुधार दिखता है।

सब्सिडियरी की वृद्धि और रणनीतिक महत्व

Muthoot Money Limited ने पिछले दो वर्षों में अत्यधिक तेज़ी से विकास किया है। स्वर्ण‑लोन एसेट्स 1,449 करोड़ से बढ़कर 4,879 करोड़ हुए – 237% की वृद्धि! इसके अलावा, कंपनी का टर्नओवर FY 2022‑23 में ₹446.88 मिलियन से लेकर FY 2024‑25 में अनुमानित ₹4,299.43 मिलियन तक बढ़ा, जो लगभग 10‑गुना वृद्धि दर्शाता है।

इन्फ्यूजन से पूँजी पर्याप्तता में सुधार होगा, जिससे Money को बड़े‑पैमाने पर नई शाखाओं की स्थापना, डिजिटल लेंडिंग प्लेटफ़ॉर्म और ग्रामीण‑सेवाओं में निवेश करने की सुविधा मिलेगी। इस बात पर कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) ने कहा, "यह कदम हमारे समूह को सशक्त बनाता है और ग्राहकों को तेज़, सुरक्षित और कम लागत वाले लोन समाधान प्रदान करने में मदद करेगा।"

अंतरराष्ट्रीय बांड जारी और भविष्य की योजना

अंतरराष्ट्रीय बांड जारी और भविष्य की योजना

इक्विटी इन्फ्यूजन के साथ ही Muthoot Finance ने $600 मिलियन का External Commercial Borrowing (ECB) भी सफलतापूर्वक पूरा किया। यह बांड 6.375% ब्याज पर 4.5‑वर्ष की अवधि के साथ जारी किया गया, और S&P ने इसे BB+ तथा Moody's ने Ba1 रेटिंग दी। निवेशकों में एशिया (36%), यूएस (49%) और यूरोप‑मिडिल ईस्ट‑अफ़्रीका (15%) का बड़ा हिस्सा था। इस बांड को Global Medium‑Term Note (GMTN) प्रोग्राम के तहत जारी किया गया, जिसका कुल लक्ष्य $2 बिलियन था – अब तक पूरा हासिल हो चुका है।

इस फंड का प्रयोग लोन पोर्टफ़ोलियो को और विस्तारित करने, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश करने और मौजूदा बैलेंस शीट को सुदृढ़ करने के लिए किया जाएगा। कंपनी के सीईओ ने टिप्पणी की, "अंतरराष्ट्रीय पूँजी तक आसान पहुँच हमारे विकास को तेज़ी से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।"

बाजार प्रतिक्रिया और आगे की दिशा

क्वार्टर परिणाम और पूँजी‑इन्फ्यूजन दोनों की घोषणा के बाद भी, Muthoot Finance के शेयरों में 1% से अधिक की गिरावट आई और वे ₹2,510.75 पर बंद हुए। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा व्यापक बाजार अस्थिरता और रिटर्न‑ओन‑इक्विटी (ROE) में थोड़ा तनाव इस मंदी का कारण हो सकता है। फिर भी, दीर्घकालिक निवेशकों को भरोसा है कि कंपनी की मजबूत बैलेन्स शीट और विविधीकृत सब्सिडियरी पोर्टफ़ोलियो भविष्य में स्थिर रिटर्न उत्पन्न करेगा।

भविष्य की संभावनाएँ

आगामी महीनों में Muthoot Money की शाखा विस्तार योजनाएँ, डिजिटल लेंडिंग ऐप का लॉन्च और ग्रामीण क्षेत्रों में माइक्रो‑लोन उत्पादों की शुरुआत प्रमुख फ़ोकस होंगी। साथ ही, Muthoot Homefin के माध्यम से होम लोन में भी प्रौद्योगिकी‑आधारित समाधान पेश करने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय बांड मार्केट में कंपनी की सफल सहभागिता दर्शाती है कि आगे भी ग्लोबल फंडिंग स्रोतों को दोहन किया जाएगा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Muthoot Money में इस इक्विटी इन्फ्यूजन से ग्राहक कैसे लाभान्वित होंगे?

पूँजी बढ़ने से Money नई शाखाएँ खोल सकेगा, डिजिटल लेंडिंग प्लेटफ़ॉर्म तेज़ कर सकेगा और ग्रामीण ग्राहकों को कम ब्याज दर पर स्वर्ण‑लोन उपलब्ध कराएगा। इससे ऋण प्रोसेसिंग समय घटेगा और वित्तीय समावेशन में सुधार होगा।

Muthoot Finance का अंतरराष्ट्रीय बांड जारी कितना सफल रहा?

$600 मिलियन की रेज़िंग 6.375% कूपन पर 4.5‑वर्ष की अवधि के साथ पूरी तरह से बुक‑डेड हुई। निवेशकों में एशिया, अमेरिका और यूरोप से विविध हिस्सेदारी रही, जिससे कंपनी ने अपने $2 बिलियन के GMTN लक्ष्य को पूरा किया।

क्या इस इन्फ्यूजन से Muthoot Finance की शेयर कीमत पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा?

तुरंत कीमत में हल्की गिरावट देखी गई, पर विश्लेषकों का मानना है कि पूँजी‑इन्फ्यूजन और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग के साथ समूह की आय वृद्धि और बेहतर पूँजी अनुपात दीर्घकालिक रूप से शेयरधारकों को स्थिर रिटर्न दे सकते हैं।

Muthoot Homefin में अतिरिक्त ₹200 करोड़ की इन्फ्यूजन का मुख्य उद्देश्य क्या है?

Homefin को होम लोन और कंज्यूमर फाइनेंस में और विस्तार करने के लिए पूँजी की ज़रूरत थी। अतिरिक्त ₹200 करोड़ के साथ वह नए प्रॉडक्ट लॉन्च कर सकेगा, डिजिटल एग्रीमेंट सिस्टम स्थापित कर सकेगा और शहरी‑ग्रामीण दोनों बाजारों में हिस्सेदारी बढ़ा सकेगा।

Muthoot Money की स्वर्ण‑लोन एसेट्स में 237% वृद्धि का कारण क्या है?

कंपनी ने अधिक शाखाएँ खोली, डिजिटल आवेदन प्रक्रिया सरल की और नई ग्राहक वर्गों, विशेषकर छोटे‑शहरों और गांवों में पहुंच बढ़ाई। साथ ही, बेहतर रिटेन्शन प्रॉसेस और कम ब्याज दर ने ग्राहकों को आकर्षित किया, जिससे एसेट बेस में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई।

1 टिप्पणि

  1. Gursharn Bhatti
    Gursharn Bhatti
    अक्तूबर 14 2025

    जब बड़े समूह अपनी पूँजी को बेजोड़ रूप से बढ़ाते हैं, तो पीछे छिपे रणनीतिक मकसद को देखना जरूरी है।
    Muthoot Finance का यह ₹500 करोड़ का इन्फ्यूजन सिर्फ बैंकों के नियमों को पूरा करने की बात नहीं, बल्कि बाजार में अपना नियंत्रण मजबूत करने का बड़ा कदम लग रहा है।
    यदि आप इस कदम को सतही रूप से देखते हैं, तो आप उन संभावित जोखिमों को नजरअंदाज कर देते हैं जो एक ऐसी कंपनी के भीतर बनते हैं जो पहले से ही कई सब्सिडियरी चला रही है।
    वह बांड इश्यू भी एक संकेत हो सकता है कि अंतरराष्ट्रीय पूँजी को घरेलू नियमन से बचते हुए पुनः रूट किया जा रहा है।
    ऐसे समय में हमें उन गुप्त समझौतों के बारे में सोचना चाहिए जो आम जनता से छिपे होते हैं।
    सवाल नहीं, बल्कि यह देखना चाहिए कि इस इन्फ्यूजन से किस प्रकार की शक्ति का पुनर्वितरण होगा।
    आखिरकार, वित्तीय संस्थाओं का यह ढांचा तभी मजबूत होगा जब हम उनके आन्तरिक सिद्धांतों को समझ लें।

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