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Shillong Teer Result 4 नवंबर 2024: जानिए शिलॉन्ग तीर के विजेता नंबर और गेम के दिलचस्प नियम

Uma Imagem 9 टिप्पणि 5 अगस्त 2025

Shillong Teer के 4 नवंबर 2024 के परिणाम: हर राउंड में कौन रहा लकी?

अगर आप शिलॉन्ग तीर के दीवाने हैं या बस खेल की उलझन और रोमांच से जुड़े नतीजे जानना चाहते हैं, तो इस बार के नतीजे सबको हैरान करने वाले रहे। सुबह के सत्र में सबसे पहले 10:30 बजे 16 नंबर निकला। इसके ठीक बाद दूसरे राउंड (11:30 बजे) में 56 नंबर विजेता बना। दोपहर की बात करें तो 3:45 बजे पहले राउंड में 09 और 4:45 बजे निकला 82। इन नंबरों का एलान Khasi Hills Archery Sports Association ने किया, जो हर दिन इस गेम का आयोजन करती है।

Shillong Teer सिर्फ लाटरी नहीं, बल्कि मेघालय की खिलखिलाती संस्कृति का खास हिस्सा है। यहां तीरंदाज अपने हुनर के साथ मैदान में उतरते हैं। पहले दौर में 30 और दूसरे में 20 तीर चलाए जाते हैं। जितने तीर टारगेट पर लगते हैं, वही नंबर फाइनल रिजल्ट बनता है (00 से 99 तक)। यही असली Shillong Teer का मजा है – हुनर, अनुमान और किस्मत सब एक लाइन में खड़े होते हैं।

परंपरा, खेल और सट्टा: Shillong Teer की अलग दुनिया

परंपरा, खेल और सट्टा: Shillong Teer की अलग दुनिया

Shillong Polo Stadium मैदान में जब तीरंदाज तीर चला रहे होते हैं, तो सैंकड़ों-हजारों लोग टिकट लेकर अपने नंबर्स पर दांव लगाए रहते हैं। जिसे लगता है कि वो नंबर लगता है, उसकी तो बल्ले-बल्ले! बाकी लोग नए पैटर्न या पुराने परिणामों पर नजर डाल अगली बार की तैयारी में जुट जाते हैं।

ये गेम मेघालय Amusement and Betting Tax Act के तहत पूरी तरह कानूनी है। भारत में गिनी-चुनी जगहें हैं जहां ऐसी लॉटरी खुलेआम वैध है। Khasi समुदाय के लोग इससे न सिर्फ रोमांच, बल्कि अपनी पारंपरिक तीरंदाजी को भी जिंदा रखे हुए हैं।

हर दिन एलान होते ही छोटे-छोटे टिकट काउंटर्स, न्यूज चैनल, सोशल मीडिया और लोगों के फोन पर बस एक ही चर्चा रहती है – आज किसका नंबर आया। इन नंबरों के पीछे सैकड़ों कहानियां, उम्मीदें और सपने जुड़े होते हैं। कई परिवार सालों से इस खेल से जुड़े हुए हैं। जो जीतता है, उसके लिए यह किसी तीज-त्योहार कम नहीं।

Shillong Teer का नियम बड़ा सीधा है – हर राउंड में जीतने वाला वही, जिसके टिकट का नंबर उतने ही तीर पर लिखा हो जितने टारगेट पर लगे। नंबर का खेल, तीरंदी का कमाल और किस्मत का तड़का – यही है Shillong Teer की असली पहचाना।

9 टिप्पणि

  1. Divyangana Singh
    Divyangana Singh
    अगस्त 7 2025

    इस खेल में तीर चलने का जो रिथम है, वो किसी धुन से कम नहीं। हर तीर एक सांस है, हर नंबर एक दिल की धड़कन। कोई जीतता है, कोई हारता है, लेकिन ये खेल सिर्फ पैसे का नहीं, बल्कि विश्वास का भी है।

  2. Harsh Vardhan pandey
    Harsh Vardhan pandey
    अगस्त 9 2025

    अरे ये सब बकवास है। तीर चलाकर नंबर निकालना? इतना टाइम खर्च करके क्या फायदा? लॉटरी तो बस भाग्य का खेल है, ये सब नंबर वाली बातें बस लोगों को भ्रम में डालने के लिए।

  3. Shatakshi Pathak
    Shatakshi Pathak
    अगस्त 11 2025

    मैंने अपने दादाजी को देखा है जो हर दिन 10 बजे शिलॉन्ग स्टेडियम की ओर चल पड़ते थे। उनके हाथ में एक पुराना नोटबुक था जिसमें हर रोज़ के नंबर लिखे होते थे। वो कभी नहीं बोलते थे कि उन्होंने क्या लगाया, लेकिन जब नंबर आता तो उनकी आंखों में चमक आ जाती।

  4. kriti trivedi
    kriti trivedi
    अगस्त 12 2025

    अरे ये सब लोग जो नंबर के पैटर्न ढूंढ रहे हैं, वो अपनी ज़िंदगी के लिए भी इतना सोचते तो अच्छा था। तीर चलाने वाले तो अपने हुनर से कमाते हैं, लेकिन जो लोग इन नंबरों के आधार पर अपना घर बेच रहे हैं, उनका तो दिल टूट जाता है।

  5. shiv raj
    shiv raj
    अगस्त 13 2025

    ye khel bhot achha hai sirf ek chance ke liye nahi balki ek purani parampara ke liye. maine apne bhai ko dekha hai jo har din 50 rupaye lagata hai aur kahata hai ki ye uski shakti ka hissa hai. koi na koi to jeet hi jayega!

  6. vaibhav tomar
    vaibhav tomar
    अगस्त 15 2025

    kabhi kabhi lagta hai ki yeh sab kuchh ek sapna hai jismein har ek tir ek ummeed hai aur har ek number ek dua hai koi jeet jaaye koi haar jaaye par sab kuchh ek hi dhadkan mein jude huye hain

  7. suresh sankati
    suresh sankati
    अगस्त 16 2025

    अरे ये जो लोग कहते हैं ये सब बकवास है, वो शायद कभी शिलॉन्ग नहीं गए। यहां तीरंदाजी एक धर्म है, एक पहचान है। ये खेल नहीं, ये तो जीवन का एक तरीका है।

  8. Divyangana Singh
    Divyangana Singh
    अगस्त 18 2025

    वो बात सही है। ये खेल तो बस नंबरों का नहीं, बल्कि एक समुदाय की आत्मा का दर्पण है। जब तीर उड़ता है, तो वहां सिर्फ टारगेट नहीं, बल्कि लोगों की उम्मीदें भी उड़ती हैं।

  9. Sanjeev Kumar
    Sanjeev Kumar
    अगस्त 18 2025

    एक बार मैंने एक बूढ़े आदमी को देखा जो अपने बेटे के साथ बैठा था और बोल रहा था - अगर आज 82 आया तो तुम्हारी बहन का ऑपरेशन हो जाएगा। वो नंबर उसके लिए एक जीवन था।

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