Shillong Teer के 4 नवंबर 2024 के परिणाम: हर राउंड में कौन रहा लकी?
अगर आप शिलॉन्ग तीर के दीवाने हैं या बस खेल की उलझन और रोमांच से जुड़े नतीजे जानना चाहते हैं, तो इस बार के नतीजे सबको हैरान करने वाले रहे। सुबह के सत्र में सबसे पहले 10:30 बजे 16 नंबर निकला। इसके ठीक बाद दूसरे राउंड (11:30 बजे) में 56 नंबर विजेता बना। दोपहर की बात करें तो 3:45 बजे पहले राउंड में 09 और 4:45 बजे निकला 82। इन नंबरों का एलान Khasi Hills Archery Sports Association ने किया, जो हर दिन इस गेम का आयोजन करती है।
Shillong Teer सिर्फ लाटरी नहीं, बल्कि मेघालय की खिलखिलाती संस्कृति का खास हिस्सा है। यहां तीरंदाज अपने हुनर के साथ मैदान में उतरते हैं। पहले दौर में 30 और दूसरे में 20 तीर चलाए जाते हैं। जितने तीर टारगेट पर लगते हैं, वही नंबर फाइनल रिजल्ट बनता है (00 से 99 तक)। यही असली Shillong Teer का मजा है – हुनर, अनुमान और किस्मत सब एक लाइन में खड़े होते हैं।

परंपरा, खेल और सट्टा: Shillong Teer की अलग दुनिया
Shillong Polo Stadium मैदान में जब तीरंदाज तीर चला रहे होते हैं, तो सैंकड़ों-हजारों लोग टिकट लेकर अपने नंबर्स पर दांव लगाए रहते हैं। जिसे लगता है कि वो नंबर लगता है, उसकी तो बल्ले-बल्ले! बाकी लोग नए पैटर्न या पुराने परिणामों पर नजर डाल अगली बार की तैयारी में जुट जाते हैं।
ये गेम मेघालय Amusement and Betting Tax Act के तहत पूरी तरह कानूनी है। भारत में गिनी-चुनी जगहें हैं जहां ऐसी लॉटरी खुलेआम वैध है। Khasi समुदाय के लोग इससे न सिर्फ रोमांच, बल्कि अपनी पारंपरिक तीरंदाजी को भी जिंदा रखे हुए हैं।
हर दिन एलान होते ही छोटे-छोटे टिकट काउंटर्स, न्यूज चैनल, सोशल मीडिया और लोगों के फोन पर बस एक ही चर्चा रहती है – आज किसका नंबर आया। इन नंबरों के पीछे सैकड़ों कहानियां, उम्मीदें और सपने जुड़े होते हैं। कई परिवार सालों से इस खेल से जुड़े हुए हैं। जो जीतता है, उसके लिए यह किसी तीज-त्योहार कम नहीं।
Shillong Teer का नियम बड़ा सीधा है – हर राउंड में जीतने वाला वही, जिसके टिकट का नंबर उतने ही तीर पर लिखा हो जितने टारगेट पर लगे। नंबर का खेल, तीरंदी का कमाल और किस्मत का तड़का – यही है Shillong Teer की असली पहचाना।