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सुनील छेत्री का विदाई मैच: FIFA वर्ल्ड कप क्वालिफायर में कुवैत के खिलाफ आखिरी मैच

Uma Imagem 12 टिप्पणि 7 जून 2024

सुनील छेत्री: भारतीय फुटबॉल का एक सितारा

भारतीय फुटबॉल के सबसे चमकते सितारे सुनील छेत्री ने आखिरकार अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल से विदाई की घोषणा कर दी है। उनके विदाई मैच से पहले की चर्चा ने खेल प्रेमियों और मीडिया के बीच धूम मचा दी है। छेत्री का यह अंतिम मैच कुवैत के खिलाफ FIFA वर्ल्ड कप क्वालिफायर के रूप में कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में खेला जाएगा। 3 अगस्त 1984 को सिकंदराबाद में जन्मे सुनील छेत्री ने अपने पेशेवर फुटबॉल करियर की शुरुआत 2002 में मोहन बागान के साथ की थी।

उपलब्धियाँ और करियर

छेत्री का अंतर्राष्ट्रीय करियर प्रभावशाली रहा है। उन्होंने नेहरू कप (2007, 2009, और 2012) और SAFF खेले (2011, 2015, 2021, और 2023) में अद्वितीय प्रदर्शन किया है। 2008 में AFC चैलेंज कप में उनकी जीत ने भारत को 27 साल बाद AFC एशियन कप के लिए क्वालीफाई करने में मदद की। छेत्री के इस 19 साल के करियर में उन्होंने 150 मैचों में 94 गोल करके यह साबित कर दिया कि खेल के प्रति उनकी निष्ठा और कौशल बेमिसाल है।

दिग्गजों की सूची में स्थान

छेत्री का अंतर्राष्ट्रीय गोल स्कोर उन्हें विश्व के तीसरे सबसे बड़े गोल स्कोरर के रूप में स्थान देता है, केवल क्रिस्टियानो रोनाल्डो, अली डेयी और लियोनेल मेसी को पीछे छोड़ते हुए। भारतीय फुटबॉल के इस अजेय योद्धा ने अपने प्रदर्शन से दुनिया को भारत की फुटबॉल शक्ति का एहसास दिलाया है।

कोलकाता में विदाई

कुवैत के खिलाफ होने वाला यह मैच केवल एक और क्वालिफायर नहीं है; यह सुनील छेत्री के 19 साल के फुटबॉल करियर का अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच होगा। सॉल्ट लेक स्टेडियम में होने वाले इस मैच में छेत्री ने जोर दिया कि टीम का मुख्य फोकस मैच जीतने पर होना चाहिए, ताकि भारत को तीसरे राउंड में पहुंचने का मौका मिल सके, जो पहले कभी नहीं हुआ है।

विशेष संदेश

छेत्री के इस महत्वपूर्ण मैच से पहले, रियल मैड्रिड के मिडफील्डर लूका मोड्रिक ने उन्हें विशेष संदेश भेजकर उनके करियर पर बधाई दी और टीम को शुभकामनाएँ दीं। यह संदेश न केवल छेत्री के लिए सम्मान है, बल्कि भारतीय फुटबॉल के लिए भी गर्व का क्षण है।

संघर्ष और सफलता

छेत्री ने हर बार अपनी मेहनत और संघर्ष से यह साबित किया है कि किसी भी खिलाड़ी के लिए मेहनत और जज्बा सबसे बड़ा हथियार होते हैं। उन्होंने छोटे-छोटे कस्बों और शहरों के युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर दिखाया है कि अगर आपके पास सपने देखने की शक्ति है, तो उन्हें पूरा करने की भी क्षमता होनी चाहिए।

भविष्य की उम्मीदें

छेत्री की विदाई के बाद, भारतीय फुटबॉल को नए नेतृत्व और ऊर्जा की आवश्यकता होगी। हालांकि छेत्री का जाना एक युग का अंत है, लेकिन यह भी सही है कि यह एक नई शुरुआत है। नए खिलाड़ी अब छेत्री की विरासत को आगे बढ़ाते हुए भारतीय फुटबॉल को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार हैं।

सुनील छेत्री के 19 साल के इस शानदार सफर ने हर भारतीय को गर्व महसूस कराया है। उनकी मेहनत, समर्पण और खेल के प्रति प्रेम उन्हें हमेशा यादगार बनाएंगे।

12 टिप्पणि

  1. Nitin Garg
    Nitin Garg
    जून 9 2024

    94 गोल? अरे भाई, इतने गोल करने वाला खिलाड़ी है तो भारत का फुटबॉल अभी तक वर्ल्ड कप क्वालीफाई क्यों नहीं हो पाया? ये सब नाम-निशान तो बस इमेजिंग है।

  2. Seema Lahiri
    Seema Lahiri
    जून 10 2024

    मैंने उन्हें 2007 में नेहरू कप में खेलते देखा था और तब से उनका फैन बन गया था वो जब भी गोल करते तो पूरा स्टेडियम एक हो जाता था और आज भी जब मैं उनके वीडियो देखती हूँ तो आँखें भर आती हैं वो बस खेलते हैं जैसे दिल से गाना गाए जाए

  3. Jay Patel
    Jay Patel
    जून 12 2024

    ये सब जो लिखा है वो बस एक बायोग्राफी है जिसे किसी ने बेचने के लिए लिखा है असली खेल तो वो है जब एक बच्चा गली में पुरानी गेंद से खेले और उसका सपना बने ये सब रोनाल्डो वाली बातें तो बस टीवी का धोखा है

  4. fathimah az
    fathimah az
    जून 14 2024

    इस विदाई के बाद भारतीय फुटबॉल के लिए एक नए गवर्नेंस मॉडल की आवश्यकता है जो डेटा-ड्रिवन डेवलपमेंट और युवा टैलेंट के लिए एक स्ट्रक्चर्ड पायरामिड बनाए जिसमें एक फुटबॉलर के करियर का लाइफसाइकिल एक एक्टिव एकेडमी सिस्टम के साथ इंटीग्रेट हो

  5. Sohini Baliga
    Sohini Baliga
    जून 14 2024

    श्री छेत्री के अद्वितीय समर्पण और निष्ठा के लिए हृदय से बधाई। उनका योगदान भारतीय खेलों के इतिहास में अमर होगा।

  6. Senthil Kumar
    Senthil Kumar
    जून 15 2024

    सुनील जी का करियर एक अद्भुत प्रेरणा है। उनके लिए शुभकामनाएँ और उनके समर्पण के लिए आभार।

  7. Anu Baraya
    Anu Baraya
    जून 16 2024

    जिन्होंने अपने जीवन को खेल के लिए समर्पित किया है वो असली हीरो होते हैं और सुनील छेत्री ऐसे ही एक हीरो हैं जिन्होंने हर बच्चे के दिल में एक आग जला दी है

  8. Divyangana Singh
    Divyangana Singh
    जून 18 2024

    वो जिसने गोल किए नहीं बल्कि दिलों को छू लिया वो असली गोल्डन बॉल है जब वो दौड़ता तो लगता जैसे हवा भी उसके पीछे दौड़ रही हो और आज जब वो जा रहा है तो लगता है जैसे भारत का एक अंग अलग हो रहा है

  9. Harsh Vardhan pandey
    Harsh Vardhan pandey
    जून 18 2024

    फिर ये सब क्यों? एक खिलाड़ी के लिए इतना धमाल क्यों? भारत में तो बस एक आदमी चलता है तो उसे भगवान बना देते हैं।

  10. Shatakshi Pathak
    Shatakshi Pathak
    जून 18 2024

    तुमने तो बहुत लिख दिया लेकिन बताओ इस मैच के बाद उनका फुटबॉल क्लब अब क्या करेगा? क्या उनका नाम बदलकर सुनील छेत्री अकादमी रख देंगे? क्या वो अपने बच्चों को भी फुटबॉल खिला रहे हैं?

  11. kriti trivedi
    kriti trivedi
    जून 19 2024

    एक ऐसा खिलाड़ी जिसने देश को दुनिया के सामने दिखाया और फिर भी हम उसे बस एक मैच के लिए याद करते हैं ये नहीं देख रहे कि उसके बाद क्या हुआ ये अपने आप में एक त्रासदी है

  12. shiv raj
    shiv raj
    जून 21 2024

    बस एक बात कहूं सुनील जी आपके लिए हर बच्चे के दिल में एक फुटबॉलर है आपने उन्हें दिखाया कि अगर तुम लगातार खेलोगे तो कोई भी बाधा नहीं रोक सकती अब आप अपना नया यात्रा शुरू करें और हम सब आपके साथ हैं

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