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अशोक तंवर का कांग्रेस में घर वापसी: राहुल गांधी की रैली में शामिल

Uma Imagem 10 टिप्पणि 3 अक्तूबर 2024

जनवरी 2024 में भाजपा का हिस्सा बनने वाले अशोक तंवर, जिन्होंने तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व की प्रशंसा की थी, अब कांग्रेस में लौट आए हैं। इस बड़े राजनीतिक परिवर्तन ने हरियाणा की चुनावी राजनीति को न केवल दिलचस्प बना दिया है, बल्कि कांग्रेस की उम्मीदों को भी बल दिया है। हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के बावनिया गांव में राहुल गांधी की एक रैली के दौरान तंवर ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। यह घटनाक्रम विधानसभा चुनावों के ठीक पहले घटा है, जो आने वाले चुनावी संग्राम को और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बना सकता है।

राजनीतिक पृष्ठभूमि और परिवर्तन

अशोक तंवर की राजनीतिक यात्रा काफी उतार-चढ़ाव भरी रही है। सिरसा सीट से पूर्व सांसद रहे तंवर 2024 की शुरुआत में भाजपा में शामिल हुए थे। उस समय उन्होंने भाजपा सरकार के विकास कार्यों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की और पार्टी में शामिल होने के पीछे का मकसद राज्य और देश में परीक्षित नेतृत्व को समर्थन देना बताया। भाजपा में शामिल होते समय तंवर ने यह भी कहा था कि उनका मुख्य उद्देश्य भाजपा को लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पहले के सभी रिकॉर्ड तोड़ने में मदद करना है। लेकिन केवल कुछ ही महीनों बाद उन्होंने कांग्रेस में लौटकर एक बड़ा राजनीतिक निर्णय लिया।

कांग्रेस के लिए बढ़ते समर्थन

अशोक तंवर की कांग्रेस में वापसी का समय अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हरियाणा विधानसभा चुनावों के दो दिन पहले हुआ। चुनाव के इस माहौल में, तंवर का कांग्रेस में लौटना पार्टी को संभावित रूप से अधिक वोट दिलाने में सहायक सिद्ध हो सकता है। तंवर के कांग्रेस में लौटने से पार्टी के भीतर नए जोश का संचार हुआ है, जिससे वह राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए अधिक ऊर्जा के साथ चुनावी मैदान में उतर सकती है। कांग्रेस पार्टी को उम्मीद है कि तंवर की लोकप्रियता उन्हें युवाओं और आम जनता के बीच खोया समर्थन पुनः दिलाने में कारगर सिद्ध होगी।

भाजपा का सामना

तंवर का भाजपा को छोड़ना एक झटका माना जा सकता है, खासकर तब जब वह पार्टी के प्रमुख चेहरे माने जाते थे। भाजपा को इस समय पर समर्थन में कमी का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि तंवर ने पार्टी को छोड़ने का निर्णय उस वक्त लिया जब चुनाव करीब थे। इस तरह के कदम पार्टी के लिए एक चुनौती बन सकते हैं, जिसे देखते हुए भाजपा को अपने रणनीतिकारों को सक्रिय करना होगा ताकि वे आगामी चुनावों में संभावित नुकसान को कम कर सकें।

अशोक तंवर के कांग्रेस में लौटने का कारण और उनके इस बड़े फैसले का चुनावों पर क्या असर होगा, यह केवल समय ही बताएगा। लेकिन इतना निश्चित है कि यह हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में एक नया मोड़ लेकर आया है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

10 टिप्पणि

  1. Chirag Kamra
    Chirag Kamra
    अक्तूबर 5 2024

    अशोक तंवर ने भाजपा में जाते समय जो बातें कही थीं वो सब भूल गए क्या? अब कांग्रेस वापसी कर रहे हैं तो लगता है जैसे ट्रैफिक लाइट बदलते ही रास्ता बदल दिया गया है 😅

  2. Varad Tambolkar
    Varad Tambolkar
    अक्तूबर 6 2024

    ये सब एक बड़ा खेल है... भाजपा ने उन्हें इस्तेमाल किया और अब कांग्रेस ने उन्हें वापस खींच लिया... क्या आप जानते हैं कि ये सब राहुल गांधी के लिए एक राजनीतिक गेम चार्ट है? ये लोग चुनाव से पहले बड़े बड़े नाम लाते हैं ताकि लोग भूल जाएं कि वो बस नाम लेकर आए हैं... और फिर चुनाव के बाद कहीं गायब हो जाते हैं... 🤫👁️

  3. Seema Lahiri
    Seema Lahiri
    अक्तूबर 6 2024

    मैं तो सोच रही थी कि अशोक तंवर क्यों बदल गए... शायद उन्हें लगा कि भाजपा में उनका असली योगदान नहीं मिल रहा था... वो तो हरियाणा के गांवों के लोगों को जानते हैं... और कांग्रेस अभी भी गांवों में जमीनी आधार रखती है... ये फैसला शायद उनके लिए दिल की बात थी... न कि सिर्फ राजनीति की...

  4. RUPESH BUKE
    RUPESH BUKE
    अक्तूबर 8 2024

    अच्छा हुआ वापस आ गए वरना एक अच्छा नेता भाजपा में बर्बाद हो जाता

  5. Chandni Solanki
    Chandni Solanki
    अक्तूबर 9 2024

    हरियाणा के गांवों में तो अशोक तंवर का नाम अभी भी बहुत चलता है... लोग उन्हें अपना आदमी मानते हैं... अब जब कांग्रेस ने उन्हें वापस ले लिया है तो ये बहुत बड़ा फायदा होगा... खासकर युवाओं के लिए जो अभी तक समझ नहीं पाए कि कांग्रेस क्या चाहती है... ❤️

  6. Nitin Garg
    Nitin Garg
    अक्तूबर 11 2024

    क्या ये सब एक टीवी ड्रामा है? एक दिन नरेंद्र मोदी के नीचे झुक रहे थे अगले दिन राहुल गांधी के हाथ पकड़ रहे हैं... अब बताओ कौन असली है... ये लोग तो अपनी चादर के अनुसार अपना सिर घुमाते हैं... 🤦‍♂️

  7. Vijay Paul
    Vijay Paul
    अक्तूबर 11 2024

    राजनीति में लोगों के विचार बदलना स्वाभाविक है। अशोक तंवर ने अपने निर्णय को एक नए दृष्टिकोण से देखा होगा। उनका अनुभव और जमीनी समझ कांग्रेस के लिए एक मूल्यवान संपत्ति हो सकती है। चुनाव के बाद देखना होगा कि उनकी वापसी ने कितनी गहरी छाप छोड़ी।

  8. Ramesh Velusamy
    Ramesh Velusamy
    अक्तूबर 13 2024

    भाई ये तो बहुत बड़ी बात है... तंवर जी को वापस लाने के बाद कांग्रेस ने अपना आत्मविश्वास बढ़ा लिया है... अब देखना है कि वो अपने गांव के लोगों को वोट के लिए कैसे लाते हैं... लेकिन ये तो उनका असली काम है... ये लोग तो गांवों में घूमकर बात करते हैं... और लोग उन्हें भरोसा करते हैं... 💪

  9. Khushi Thakur
    Khushi Thakur
    अक्तूबर 14 2024

    राजनीति में विश्वास का अर्थ कभी-कभी बदल जाता है... लेकिन जब कोई व्यक्ति अपने मूल्यों के आधार पर फैसला लेता है, तो उसकी यात्रा को देखना चाहिए... अशोक तंवर की यात्रा केवल एक नेता की नहीं, बल्कि एक आम आदमी की है जो अपने राज्य के लिए क्या चाहता है, वही चुनता है... और शायद इसी तरह के लोग ही भारत को बदल सकते हैं...

  10. Sushil Kallur
    Sushil Kallur
    अक्तूबर 16 2024

    मैंने अशोक तंवर को हरियाणा के एक गांव में बात करते हुए देखा था... वो बहुत सादगी से बोलते थे... लोग उन्हें अपना भाई मानते थे... अब जब वो कांग्रेस में आ गए हैं, तो उम्मीद है कि वो अपनी सादगी और सच्चाई के साथ लोगों के बीच वापस आएंगे... राजनीति में इतना इमोशनल कनेक्शन बहुत कम मिलता है...

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