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मुंबई ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 फाइनल में मध्य प्रदेश को हराकर खिताबी जीत दर्ज की

Uma Imagem 7 टिप्पणि 17 दिसंबर 2024

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024: मुंबई का दूसरी बार विजय रथ

मुंबई ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के 2024 संस्करण में मध्य प्रदेश को मात देकर क्रिकेट इतिहास में अपना दूसरा खिताब जीत लिया है। यह फाइनल मुकाबला बेंगलुरु के प्रतिष्ठित एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया। अंतिम मैच में मध्य प्रदेश के कप्तान रजत पाटीदार की अद्वितीय पारी के बावजूद, मुंबई की ताकतवर बैटिंग लाइनअप ने उन्हें 5 विकेट से हराकर मैदान में करारी शिकस्त दी।

मध्य प्रदेश के कप्तान रजत पाटीदार की शानदार पारी

मध्य प्रदेश के कप्तान रजत पाटीदार ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया, जिनकी 81 रन की नाबाद पारी ने सबका दिल जीत लिया। 40 गेंदों में उनकी मेहनत ने टीम को एक सम्मानजनक स्कोर 174/8 तक पहुँचाया। पाटीदार की इस पारी में 6 चौके और 6 छक्के शामिल थे, जो उनकी उत्कृष्ट स्ट्राइकिंग क्षमता को दर्शाता है। परंतु उनकी अकेली मेहनत मध्य प्रदेश को जीत की दहलीज तक नहीं पहुँचा सकी।

मुंबई की मजबूत बल्लेबाजी, सुर्यांश शेडगे की कारगर पारी

मैच की शुरुआत में मुंबई के ओपनर जल्दी ही आउट हो गए, लेकिन सुर्यकुमार यादव और अजिंक्य रहाणे ने 52 रनों की साझेदारी से पारी को सँभाला। जब ये दोनों खिलाड़ी भी पवेलियन लौट गए, तब भी मुंबई को 5.2 ओवरों में 46 रनों की जरूरत थी। इस महत्वपूर्ण समय पर सुर्यांश शेडगे और अथर्व अंकोलेकर की जोड़ी ने अपने शानदार प्रदर्शन से टीम को जीत की ओर अग्रसर किया।

शेडगे की नाबाद 36 रन की पारी मात्र 15 गेंदों में ही निपटी, जिसने उन्हें मैच का प्रमुख नायक बना दिया। उन्होंने आत्मविश्वास और धीरज से बल्लेबाजी करते हुए आवश्यक रन बनाकर टीम को शानदार जीत दिलाई।

मुंबई की दूसरी ट्रॉफी: 2022 के बाद पुनः चमक

मुंबई की यह जीत उनके सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी इतिहास में दूसरी है। पहली जीत 2022 में मिली थी और इस बार के टूर्नामेंट में मुंबई ने अपनी क्रिकेट की ताकत साबित की। सुर्यकुमार यादव और शिवम दूबे जैसे दिग्गजों की पुनरावृत्ति ने टीम की ताकत को कई गुना बढ़ा दिया।

सुर्यांश शेडगे: आईपीएल के लिए उभरते सितारे

इस फाइनल मैच में, सुर्यांश शेडगे की खेल प्रदर्शन ने उन्हें क्रिकेट की दुनिया में एक नई पहचान दिलाई है। मात्र 21 वर्ष की आयु में, उन्होंने अपने निडर और प्रभावशाली बल्लेबाजी से ना केवल ट्रॉफी जीतने में योगदान दिया, बल्कि आईपीएल करियर के लिए भी नया द्वार खोला। उनकी निर्भीकता और तेज-तर्रार स्ट्राइकिंग ने उन्हें एक उत्कृष्ट टी20 फिनिशर बना दिया है। यह जीत ना सिर्फ मुंबई के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इस युवा खिलाड़ी के सफर में एक मील का पत्थर बन गई है।

7 टिप्पणि

  1. Divyangana Singh
    Divyangana Singh
    दिसंबर 17 2024

    क्या आपने कभी सोचा है कि एक टीम की जीत का असली मतलब क्या होता है? ये सिर्फ रन और विकेट की बात नहीं, बल्कि उस अनुभव की है जो एक युवा खिलाड़ी के दिल में जगमगा जाता है। सुर्यांश शेडगे की वो 15 गेंदों की पारी... वो कोई रन नहीं, वो एक जीवन बदलने वाला पल था।

  2. Harsh Vardhan pandey
    Harsh Vardhan pandey
    दिसंबर 19 2024

    अरे यार फिर से मुंबई की बात कर रहे हो। क्या इतना ही कुछ होता है भारत में? हर साल एक ही टीम जीतती है, बाकी सब बस देखते रह जाते हैं। रजत पाटीदार की पारी तो बहुत अच्छी थी, लेकिन फिर भी मुंबई के खिलाफ कुछ नहीं हुआ।

  3. Shatakshi Pathak
    Shatakshi Pathak
    दिसंबर 21 2024

    मैंने देखा कि शेडगे के बल्ले से निकले हर छक्के के बाद उसकी आँखों में एक अजीब सी चमक थी... जैसे वो खुद को बदलने वाला इंसान महसूस कर रहा हो। ये टूर्नामेंट उसके लिए बस एक जीत नहीं, बल्कि एक आत्मसाक्षात्कार था।

  4. kriti trivedi
    kriti trivedi
    दिसंबर 23 2024

    अरे भाई ये सब बकवास है। कोई नहीं बता रहा कि मध्य प्रदेश के बॉलर्स का क्या हुआ? जब तक तुम बल्लेबाजी की बात करते रहोगे, तब तक गेंदबाजी का कोई मतलब नहीं। और फिर भी शेडगे को 'नया सितारा' कह रहे हो? ये तो बस एक अच्छा दिन था, अब देखते हैं अगले मैच में क्या करता है।

  5. shiv raj
    shiv raj
    दिसंबर 24 2024

    वाह यार बहुत बढ़िया खेल था बस इतना कहना है। शेडगे को बहुत बधाई और रजत भाई ने जो किया वो भी अच्छा था। अगले बार देखना है कि अब बाकी टीमें भी क्या करती हैं। मुंबई तो लगता है जीत की आदत बन गई है।

  6. vaibhav tomar
    vaibhav tomar
    दिसंबर 26 2024

    मुंबई के लिए ये जीत बहुत मायने रखती है क्योंकि इसमें न सिर्फ अनुभव है बल्कि नई ऊर्जा भी है। शेडगे की बल्लेबाजी ने मुझे याद दिला दिया कि क्रिकेट का मजा तो यही है कि एक लम्बी पारी नहीं बल्कि एक छोटी सी धमाकेदार पारी भी इतिहास बना सकती है

  7. suresh sankati
    suresh sankati
    दिसंबर 27 2024

    हर बार जब मुंबई जीतती है तो लगता है जैसे सारा भारत एक टीम है और बाकी सब बस दर्शक हैं। लेकिन अगर रजत पाटीदार ने ये पारी एक और टीम के लिए खेली होती तो शायद उसे ट्रॉफी मिल जाती। ये बात सिर्फ खेल की नहीं, बल्कि भारत की खेल संस्कृति की है।

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